बड़ी खबरें
सैर सपाटा करने वाले पर्यटकों के लिए खुशखबरी है। अगर आप भी पशु -पक्षियों को देखने के शौकीन हैं और इस बार सर्दियों में घूमने का कहीं प्लान बना रहे हैं तो यह खबर आपके काम की हैं। सर्दियों में इस बार गोरखपुर के चिड़ियाघर में आप सभी पशु-पक्षी और पानी में भी रहने वाले जानवरों को देख पाएंगे। दरअसल, गोरखपुर चिड़ियाघर में ठंड के मौसम में पशु और पक्षियों की देखभाल के लिए कई तरह के इंतजाम किए गए हैं। सांपों को ठंड से बचाने के लिए उनके पिंजरों में वीआरवी एसी लगाए जाएंगे। हिरणों के लिए अलाव जलाए जाएंगे। दरियाई घोड़ों और कछुओं के पानी का तापमान कम रखने के लिए हर दिन उनका पानी बदला जाएगा। बाघों, शेरों, तेंदुओं और सियारों के नाइट सेल में हीटर और ब्लोअर लगाए जाएंगे। जिससे पशु और पक्षियों को ठंड में भी गर्मी महसूस हो।
हीटर, ब्लोअर और वीआरवी एसी की हुई व्यवस्था-
आपको बता दे कि चिड़िया शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान (चिड़ियाघर) में जानवरों को ठंड से बचाने के लिए चिड़ियाघर प्रशासन ने 35 हीटर, 20 ब्लोअर और एसी की व्यवस्था की है। ठंड के समय में पानी का तापमान बढ़ जाता है। इसलिए कछुआ, मगरमच्छ, दरियाई घोड़ा समेत अन्य जलीय जंतुओ का पानी प्रत्येक दिन बदला जाएगा। साथ ही इसके लिए चिड़ियाघर प्रशासन मोटर की व्यवस्था कर रहा है। इसी प्रकार बाघ, तेंदुआ, लकड़बघ्घा समेत अन्य पशुओं के नाइट सेल में ब्लोअर लगेगा। सियार, लोमड़ी, बंदर और भालू के नाइट सेल में हीटर लगाए जाएंगे। इतना ही नहीं पक्षियों के बाड़े के बाहर चटाई का पर्दा लगाया जाएगा, जिससे की उन्हें ठंड न लगे। इसके अलावा सांप घर चारों तरफ से बंद होने के चलते वहां वीआरवी एसी लगाया जाएगा। इन सभी इंतजाम को नवंबर के अंतिम सप्ताह से चालू कर दिया जाएगा। इन इंतजामों से पशु और पक्षियों को ठंड में भी गर्मी महसूस होगी।
ठंड से सभी जानवरों को मिलेगी राहत-
यह इंतजाम गोरखपुर चिड़ियाघर के लिए एक अच्छी पहल है। इससे पशु और पक्षियों को ठंड के मौसम में भी आराम और सुविधा मिलेगी। विशेष रूप से सांपों के लिए वीआरवी एसी लगाना एक अच्छा निर्णय है। सांप ठंडे रक्त वाले जीव होते हैं और उन्हें ठंड में गर्मी की जरूरत होती है। वीआरवी एसी से सांपों को गर्मी मिलेगी और उनकी सेहत अच्छी रहेगी। हिरणों के लिए अलाव जलाना भी एक अच्छा उपाय है। हिरण भी ठंडे रक्त वाले जीव होते हैं और उन्हें ठंड में गर्मी की जरूरत होती है। अलाव से हिरणों को गर्मी मिलेगी और वे ठंड से बच सकेंगे। दरियाई घोड़ों और कछुओं के लिए पानी का तापमान कम रखने से उन्हें भी ठंड से राहत मिलेगी।
पर्यटकों को भी होगी सुविधा-
साथ ही साथ पर्यटक भी इस सुविधा का लाभ उठा पाएंगे। दरअसल, सर्दियों के मौसम में चिड़ियाघर जानें वाले ज्यादातर लोग उस दिन का इंतजार करते हैं जिस दिन धूप खिली हो, या फिर ठीक- ठाक तापमान हो। जिससे वह जानवरों को देखने का आन्नद उठा पाए। लेकिन अब आपको जानवरों को देखने के लिए किसी इस दिन का इंतजार नहीं करना पड़ेगा, बल्कि सर्दियों में आप किसी भी दिन चिड़ियाघर जाकर जानवरों को खेलते कूदते देख सकते हैं।
Baten UP Ki Desk
Published : 21 November, 2023, 3:31 pm
Author Info : Baten UP Ki