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भगवान राम की नगरी यानी अयोध्या को अपने प्राचीन वैभव के अनुरूम विकसित करने में लगी यूपी की योगी सरकार यहां बन रहे भव्य राम मंदिर के साथ ही पूरी अयोध्या नगरी को विश्व मानचित्र पर स्थापित करना चाहती है। इसके लिए अयोध्या में करोड़ों रुपए की परियोजनाएं शुरू की गई हैं जिनमें से कुछ राम मंदिर के साथ ही तो कुछ मंदिर बन जाने के बाद पूरी होंगी। योगी सरकार अयोध्या को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए इलेक्ट्रिक बसें चलाने की तैयारी कर रही है। भगवान राम की नगरी में 6 प्रमुख प्रवेश द्वारों से ये इलेक्ट्रिक बसें श्रद्धालुओं को अयोध्या के अंदर विभिन्न धार्मिक स्थलों तक ले जाएंगी।
अयोध्या में बनाए जाएंगे 6 प्रमुख द्वार-
अयोध्या में 6 प्रमुख द्वार बनाए जाएंगे जिसमें लखनऊ से अयोध्या राम द्वार, गोरखपुर से अयोध्या हनुमान द्वार, गोंडा से अयोध्या लक्ष्मण द्वार, प्रयागराज से अयोध्या भरत द्वार, अंबेडकरनगर से अयोध्या जटायु द्वार और रायबरेली से अयोध्या गरुड़ द्वार बनाए जाएंगे। भगवान राम की नगरी आने वाली श्रद्धालुओं को इन्ही प्रवेश द्वार से अयोध्या पहुंचना होगा। अयोध्या के अंदर अब इलेक्ट्रिक बसें सरकार चलाएगी। जो अयोध्या को प्रदूषण मुक्त भी रखेंगी। इसके लिए रामनगरी के सभी प्रवेश द्वारों से 35 बसें चलाई जाएंगी जो अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को शहर में दर्शन पूजन के लिए विभिन्न गंतव्य तक पहुंचाएंगी।
श्रद्धालुओं को होगी सहूलियत-
अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह के मुताबिक आगामी दिनों में अयोध्या में आने वाले भक्तों के लिए इलेक्ट्रॉनिक बसें चलाई जाएंगी जो पूर्ण रूप से वातानुकूलित होंगी। अयोध्या के अंदर आने वाले विभिन्न शहरों के मार्ग होंगे उनके प्रवेश द्वारों से यह बसें अंदर चलेंगी। मैक्सिमम दूरी तक यह बसें राम भक्तों और श्रद्धालुओं को विभिन्न स्थलों तक पहुचाएंगी। इसके आगे देवालयों में जाने के लिए श्रद्धालुओं को पैदल चलना होगा। आगामी दिनों में पूर्णरूप से अयोध्या के अंदर इलेक्ट्रिक बसे ही चलाई जाएंगी। जिससे अयोध्या को प्रदूषण मुक्त रखा जा सके।
35 इलेक्ट्रिक बसें जाएंगी चलाई-
रामनगरी अयोध्या के अंदर 35 इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी जो अयोध्या में बनाए जाने वाले 6 प्रवेश द्वारों जहां मार्केट पार्किंग बनाए जाएंगे वहीं से अयोध्या के अंदर ले जाएंगी। अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को कैसे बेहतर सुविधा दी जा सके इसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। अयोध्या के अंदर मंदिरों में दर्शन करने में श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न होने पाए इसके लिए ये बसे चलाने का फैसला किया गया है। ताकि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को सुगम यातायात की सुविधा मिल सके।
Baten UP Ki Desk
Published : 3 September, 2023, 1:11 pm
Author Info : Baten UP Ki