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उत्तरप्रदेश जहां सें प्रेम, शांति, और सम्मान के विचार जन्मे। हिंदुस्तान की सबसे ज्यादा आबादी वाले इस प्रदेश का इतिहास गौरवशाली रहा है। यूपी की भूमि जहां से दो बड़े महाकाव्य रामायण और महाभारत की प्राचीनता का उल्लेख मिलता है, तो वही यह वह भूमि है जहां बौद्ध धर्म का प्रचार-प्रसार हुआ। यूपी अपने आप में कई इतिहास को समेटे हुए है। उत्तर प्रदेश का अयोध्या भगवान राम का जन्मस्थान रहा है तो दूसरी तरफ भगवान श्री कृष्ण की नगरी मथुरा भी यहीं है। यहां गंगा की धारा है तो कुंभ की पवित्रता भी। ऐसे में ऐतिहासिक विरासत को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उत्तरप्रदेश सरकार नई पर्यटन नीति के माध्यम से विभिन्न धार्मिक और पर्यटन स्थलों को नया रूप दे रही है। पर्यटन के अलग-अलग कुल सात सर्किट बनाकर एक समान पर्यटन केंद्रों को विकसित किया जा रहा है। इसमें बौद्ध सर्किट, रामायण सर्किट, वाइल्ड लाइफ सर्किट, विंध्य-वराणसी सर्किट, बुंदेलखंड सर्किट, ब्रज सर्किट और अवध सर्किट शामिल है।
रामायण सर्किट
इसमें सबसे महत्वपूर्ण रामायण सर्किट में सीता और राम से जुड़े स्थलों को शामिल किया जाएगा। इसमें अयोध्या, बिठूर, चित्रकूट सहित अन्य स्थल भी होंगे। इन धार्मिक स्थलों को भगवान राम और अन्य कई ऐतिहासिक और धार्मिक प्रतीकों के तौर पर देखा जाता है। जिसके चलते इस सर्किट से आध्यात्मिक पर्यटन को काफी बढ़ावा मिलेगा।
बौद्ध सर्किट
बौद्ध सर्किट में बौद्ध तीर्थयात्रा और प्राचीन काल के प्रमुख बौद्ध स्थलों के लिए विशेष यात्रा का कार्यक्रम है। इसमें बौद्ध धर्म से जुड़े कुशीनगर, सारनाथ, कौशाम्बी और श्रावस्ती,संकिसा, कपिलवस्तु, कुशीनगर जैसे जगहों को शामिल किया गया है। आपको बता दें कि श्रावस्ती बौद्ध धर्म के सबसे प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है।
बुंदेलखंड सर्किट
बुंदेलखंड सर्किट में बिठूर, चित्रकूट, झांसी, कालिंजर और महोबा जैसे क्षेत्र शामिल हैं। आप इन क्षेत्रों में शौर्य के निशानों से परिपूर्ण महलों और किलों को देख सकते है।
अवध सर्किट
अवध सर्किट कि बात करे तो इसमें लखनऊ, अयोध्या और सीतापुर जैसे जिलों के धार्मिक और पर्यटन स्थलों को शामिल किया गया है। नैमिषारण्य और देवा शरीफ इस सर्किट में मुख्य पर्यटन स्थल है।
ब्रज सर्किट
ब्रज सर्किट में मथुरा, वृन्दावन और आगरा को शामिल किया गया है। यहां पर आपको भगवान कृष्ण से जुड़े कई तरह के इतिहास मिलेंगे। साथ ही आगरा में स्थित विश्व-प्रसिद्ध ताजमहल भी यहीं है।
विंध्य- वाराणसी सर्किट
विंध्य- वाराणसी सर्किट में वाराणसी, चुनार और विंध्याचल जैसे क्षेत्र हैं। यह इलाका सांस्कृतिक पर्यटन के रूप से काफी अहम है।
वाइल्ड लाइफ सर्किट
इन सर्किटों में सबसे अंतिम सर्किट वाइल्ड लाइफ सर्किट है। इसमें पीलीभीत, कतर्नियाघाट और दुधवा वन्यजीव अभ्यारण्य को शामिल किया गया है। इसके तहत वाइल्डलाइफ से जुड़े क्षेत्रों को पर्यटन के लिहाज से विकसित करना सरकार की प्राथमिकता है।
आपको बताते चले कि आनेवाले दिनों में सरकार क्राफ्ट सर्किट भी बना सकती है क्योंकि उत्तर प्रदेश में कई जिलों में हैंडीक्राफ्ट का काफी काम होता है और इसमें से कई उत्पाद ओडीओपी के अंतर्गत भी आते है। सरकार के इस फैसले से यूपी में पर्यटन को काफी गति मिलेगी।
Baten UP Ki Desk
Published : 10 April, 2023, 4:05 pm
Author Info : Baten UP Ki