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राज्य सरकार लगातार प्रदेश के तीर्थ स्थलों को बढ़ावा देने का कार्य कर रही है। देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को भगवान के दर्शन करने में कोई परेशानी ना हो, इसके लिए भी लगातार प्रयास कर रही है। इस क्रम में उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद ने एक नई परियोजना तैयार की है। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद की ओर से श्रद्धालुओं को जाम से बचाने के लिए वृंदावन के दो प्रमुख प्रवेश मार्गों पर दो रोप-वे बनाने की तैयारी चल रही है। जिससे श्रद्धालु की विभिन्न मंदिरों तक सीधी पहुंच होगी। ये दोनों रोपवे वृंदावन के दोनों प्रमुख मार्गों छटीकरा रोड और दारुख पार्किंग पानी गांव रोड से शुरू होंगे और विद्यापीठ चौराहे तक पहुंचेंगे। इनके माध्यम से श्रद्धालु बिना जाम में फंसे बांके बिहारी और अन्य प्रमुख मंदिरों तक पहुंच सकेंगे।
अब श्रद्धालु कम समय में आसानी से कर सकेंगे दर्शन-
दरअसल, प्रदेश में तेजी से धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिल रहा है। ऐसे में ब्रज और वृंदावन आने वाले श्रद्धालुओं की भी भीड़ उमड़ रही है और वृंदावन में हालत सबसे ज्यादा खराब है। इन्ही हालातों को देखते हुए विकास परिषद की ओर से वृंदावन में दो रोपवे बनाए जाने की परियोजना तैयार की गई है। जिसके तहत एक रोपवे छटीकरा रोड से शुरू होकर वैष्णो देवी, अक्षयपात्र, प्रेम मंदिर और वहां से इस्कॉन मंदिर होते हुए विद्यापीठ चौराहे पर पहुंचेगा। जबकि दूसरा रोप-वे दारुख पार्किंग से शुरू होकर टूरिस्ट फैसिलिटेशन सेंटर, वहां से अटल्ला चुंगी और फिर बिहारीजी होते हुए विद्यापीठ चौराहे पर पहुंचेगा और यही पर ही इसका मुख्य स्टेशन होगा। इस प्रकार वृंदावन की दोनों ओर से पार्किंग से श्रद्धालुओं को सीधे विभिन्न मंदिरों तक पहुंचाया जा सकेगा। इस परियोजना के पूरा होने से वृंदावन में आने वाले श्रद्धालुओं को जाम से निजात मिलेगी। वे आसानी से विभिन्न मंदिरों तक पहुंच सकेंगे। साथ ही, यह परियोजना वृंदावन के पर्यटन को बढ़ावा देने में भी मदद करेगी।
तीर्थ विकास परिषद के CEO ने दी जानकारी-
ब्रज तीर्थ विकास परिषद के सीईओ नागेंद्र प्रताप ने बताया कि वृंदावन में दो रोपवे का निर्माण राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की एजेंसी एनएचएम द्वारा किया जाएगा। इस एजेंसी के अधिकारियों की तीन दिन पहले तीर्थ विकास परिषद में बैठक हुई थी। अब लखनऊ में राज्य स्तर पर इसकी बैठक होगी, जिसके बाद डीपीआर तैयार होगी और परियोजना की लागत तय होगी। छटीकरा की ओर से बनने वाले रोपवे की लंबाई छह किमी और दारुख पार्किंग की ओर से ढाई किमी की लंबाई होगी। पहले रोपवे पर छह स्टेशन हैं, जबकि दूसरे रोपवे पर तीन स्टेशन होंगे। सोमवार को वृंदावन में कमिश्नर रितु माहेश्वरी ने विकास कार्यों की समीक्षा बैठक ली, जहां कमिश्नर ने इस परियोजना की सराहना की। जिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि कमिश्नर आगरा के दिए गए निर्देशों के अनुपालन में वृंदावन में दर्शनार्थियों को अनुकूल माहौल और समुचित व्यवस्थाएं प्रदान कराई जाएंगी।
Baten UP Ki Desk
Published : 16 January, 2024, 3:55 pm
Author Info : Baten UP Ki