बड़ी खबरें

'संभल में शाही जामा मस्जिद को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट के हस्तक्षेप नहीं', सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की याचिका 12 घंटे पहले 25 राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों में वन क्षेत्रों पर अतिक्रमण, MP और असम में सबसे ज्यादा 12 घंटे पहले IIT गुवाहाटी ने विकसित की बायोचार तकनीक, अनानास के छिलके-मौसमी के रेशे साफ करेंगे पानी 12 घंटे पहले बेहद खतरनाक जलवायु प्रदूषक है ब्लैक कार्बन, मानसून प्रणाली में उत्पन्न कर रहा है गंभीर बाधा 12 घंटे पहले संपत्ति का ब्योरा न देने वाले आईएएस अफसरों को करें दंडित, संसदीय समिति ने की सिफारिश 12 घंटे पहले 'राष्ट्र को मजबूत बनाती भाषाएं...,' सीएम योगी बोले- राजनीतिक हितों के लिए भावनाओं को भड़का रहे नेता 12 घंटे पहले

41 साल बाद अभिनव बिंद्रा को मिला ‘ओलंपिक ऑर्डर अवॉर्ड', देश के इस पूर्व पीएम को मिल चुका है ये सम्मान

Blog Image

निशानेबाजी के क्षेत्र में अभिनव बिंद्रा एक ऐसा नाम जिनकी गिनती भारत के बेहतरीन खिलाड़ियों में होती है।अभिनव न सिर्फ ओलंपिक में भारत का नाम रोशन किया है बल्कि पूरे विश्व में सम्मान प्राप्त किया है। एक बार फिर अभिनव के नाम एक और उपलब्धि दर्ज़ हो गई है। भारतीय निशानेबाज अभिनव बिंद्रा को ओलंपिक गतिविधियों में उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (IOC) ने ‘ओलंपिक ऑर्डर अवॉर्ड' देने का फैसला किया है।  

एक नजर अभिनव के करियर पर-

अभिनव बिंद्रा ने महज 17 साल की उम्र में सिडनी ओलंपिक में डेब्यू किया था। हालांकि  उस वक़्त वह कोई भी पदक जीतने में सफल नहीं हो पाए थे, लेकिन उनका शानदार खेल देखने को मिला था। जिसके बाद उन्होंने कठिन ट्रेनिंग लिया और अपने खेल को और भी ज्यादा बेहतर बनाने के लिए कई प्रतियोगिताओं में भाग लिया और अपने खेल में महारत हासिल की। आज बिंद्रा के नाम कई उपलब्धियां दर्ज़ हैं। 41 वर्षीय बिंद्रा ने 2008 बीजिंग खेलों में पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल प्रतियोगिता जीतकर भारत का पहला व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक जीता था और 2010 से 2020 तक अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी खेल महासंघ यानि IOC की एथलीट समिति के सदस्य थे। इसके साथ ही 2014 से इसके अध्यक्ष के रूप में कार्यरत थे।  


 
क्यों दिया जाता है ‘ओलंपिक ऑर्डर’ अवॉर्ड-

‘ओलंपिक ऑर्डर’ इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी का सर्वोच्च पुरस्कार है, जो ओलंपिक गतिविधियों में विशिष्ट योगदान के लिए दिया जाता है। इस अवॉर्ड की शुरुआत 1975 में हुई थी। इसके लिए नामांकन ओलंपिक ऑर्डर समिति द्वारा प्रस्तावित किए जाते हैं और कार्यकारी बोर्ड द्वारा निर्णय लिया जाता है। यह सम्मान उस व्यक्ति को मिलता है जिसने अपने कार्यों के माध्यम से ओलंपिक आदर्शों को अच्छे से फॉलो किया हो और खेल जगत में उल्लेखनीय योग्यता हासिल की हो। इसके अलावा ये सम्मान ऐसे व्यक्ति को भी दिया जाता है जिसने ओलंपिक के लिए अपनी व्यक्तिगत उपलब्धि या खेल के विकास में अपने योगदान के माध्यम से महत्वपूर्ण सेवाएं दी हों।

इंदिरा गांधी को मिल चुका है ये सम्मान-

अब तक यह सम्मान पाने वाले अभिनव बिंद्रा दूसरे भारतीय हैं। इससे पहले,1983 में मुंबई में आयोजित अवॉर्ड सेरेमनी में पूर्व भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को ‘ओलंपिक ऑर्डर अवॉर्ड' मिला था। 

अब तक इतनी हस्तियों को मिलो ये अवार्ड-

अब तक 116 हस्तियों को गोल्ड ओलिंपिक ऑर्डर मिल चुका है। इनमें सिर्फ एक भारतीय शामिल हैं। अभिनव को यह सम्मान ओलिंपिक मोमेंट को सपोर्ट करने के लिए दिया गया है। वे अभिनव बिंद्र फाउंडेशन के माध्यम से भारतीय खेलों को आगे बढ़ा रहे हैं।

ओलिंपिक गोल्ड जीतने वाले अभिनव पहले खिलाड़ी-

अभिनव बिंद्रा ने भारत को 2008 में राइफल शूटिंग में गोल्ड मेडल दिलाया था। वे ओलिंपिक गेम्स का इंडिविजुअल गोल्ड जीतने वाले भारत के पहले खिलाड़ी हैं। अभिनव के बाद 2021 में नीरज चोपड़ा ने जेवलिन थ्रो इवेंट में इंडिविजुअल गोल्ड जीता है।

देश के लिए गौरव की बात-

अभिनव बिंद्रा को आईओसी द्वारा प्रतिष्ठित ओलंपिक ऑर्डर से सम्मानित किया जाना ये देश के लिए बेहद गौरव की बात है। उनका योगदान न केवल खेल जगत में उच्च स्थान रखता है, बल्कि भारतीय खिलाडियों के लिए एक प्रेरणा का स्त्रोत भी है।

अन्य ख़बरें

संबंधित खबरें