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(Special Story) भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने UAE में बने पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन किया। इससे पहले जब PM मोदी अबु धाबी में हिंदू मंदिर के उद्घाटन के लिए मंदिर प्रांगण में पहुंचे तो BAPS संस्था के संतों और स्वामी ईश्वर चरण दास ने PM मोदी का स्वागत किया। इस दौरान मोदी ने मंदिर परिसर का जायजा लिया। वो वॉल ऑफ हारमनी के सामने कई अधिकारियों और संतों से मिले और इसको देखा। आपको बता दें कि UAE के इस भव्य मंदिर में सुबह से ही प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम शुरू हो गया था। इस भव्य एवं दिव्य मंदिर को बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था यानि BAPS ने बनाया है। इसकी लागत 700 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
जिस जमीन पर आप लकीर खींच देंगे वो आपकी-
PM मोदी 13 फरवरी को UAE के दो दिनों के दौरे पर दुबई पहुंचे थे। जहां अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने उनका स्वागत किया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस दौरान पीएम मोदी और अल नाहयान के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई। पीएम ने 'अहलान मोदी' कार्यक्रम को संबोधित किया। पीएम ने इस दौरान जबरदस्त भाषण दिया और अपनी पिछली यात्राओं को भी याद किया। मोदी ने भारतीय समुदाय को भी संबोधित किया। पीएम मोदी ने 65 हजार भारतीयों से कहा- राष्ट्रपति नाहयान ने मंदिर के प्रस्ताव को बगैर एक पल भी गंवाए हां कहा दिया। उन्होंने मुझसे यह तक कह दिया था कि जिस जमीन पर आप लकीर खींच देंगे, मैं वो आपको दे दूंगा और वहीं पर मंदिर बनेगा।
अबू धाबी में PM मोदी का आज का कार्यक्रम-
मंदिर को सजा रहे जयपुर के अजमल-
गौरतलब है कि UAE के स्वामीनारायण मंदिर को अरब के कारीगरों के अलावा जयपुर के मोहम्मद अजमल भी सजा रहे हैं। वो अगले चार साल तक इस मंदिर के फर्श को अपने हुनर से सजाने का काम करेंगे। जयपुर के मोहम्मद अजमल लक्ष्मी निवास मित्तल के लंदन स्थित घर का भी डेकोरेशन कर चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने मक्का में हरम शरीफ में पत्थर पर कुरान भी उकेरी थी।
राजस्थान के गुलाबी बलुआ पत्थरों से बना है मंदिर-
आपको बता दें कि अबु धाबी में 27 एकड़ बने इस मंदिर को राजस्थान के गुलाबी बलुआ पत्थरों से निर्मित किया गया है। यह मंदिर अपनी भव्यता से दुनियाभर के लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। 27 एकड़ में बना 108 फुट ऊंचा यह मंदिर वास्तुशिल्प का चमत्कार माना जा रहा है। मंदिर प्रबंधन के मुताबिक मंदिर के दोनों किनारों पर गंगा यमुना नदी का पवित्र जल बहता है, जो विशाल कंटेनरों में भारत से लाया गया था। मंदिर UAE की राजधानी अबू धाबी में 'अल वाकबा' नाम की जगह पर बनाया गया है। यह धर्म स्थल 20,000 वर्ग मीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। हाइवे से सटी अल वाकबा नामक जगह अबू धाबी से तकरीबन 30 मिनट की दूरी पर है। यूएई का पहला हिंदू मंदिर भले ही 2023 में बनकर तैयार हुआ हो लेकिन इसकी कल्पना करीब ढाई दशक पहले 1997 में बीएपीएस संस्था के तत्कालीन प्रमुख स्वामी महाराज ने की थी।
मंदिर की खूबियों पर एक नज़र-
27 एकड़ में फैला अबू धाबी का पहला मंदिर है। मंदिर की ऊंचाई: 108 फीट।लंबाई: 262 फीट।चौड़ाई: 180 फीट। मंदिर में 50,000 घन फीट इटेलियन मार्बल लगाया गया है।18 लाख घन फीट इंडियन सैंड स्टोन का इस्तेमाल किया गया है। इसके साथ ही 18 लाख पत्थर की ईंटें एवं 30,000 मूर्तियां मंदिर में बनाई गई हैं।
मंदिर की दीवारों पर 7 अरब देशों के चिन्ह-
UAE 7 अमीरातों के संघ से बनी है। इसमें अबू धाबी, अजमान, दुबई, फुजैराह, रास अल खैमा, शारजाह और उम्म अल क्वैन हैं। इसलिए अबू धाबी में बने इस भव्य मंदिर में सात शिखर में सात भारतीय देवी-देवता विराजमान रहेंगे। मंदिर में सात गर्भगृह भी बनाए गए हैं। वहीं, मंदिर की दीवारों पर अरबी क्षेत्र, चीनी, एज्टेक और मेसोपोटामिया से 14 कहानियां होंगी, जो सभी संस्कृतियों में जुड़ाव प्रदर्शित कर रही हैं। इसके साथ ही मंदिर के हर पत्थर की नक्काशी राजस्थान की वर्कशॉप में की गई है। फिर उन पत्थरों को गुजरात के बंदरगाह से पानी के जहाज से अबूधाबी लाया गया है। इसमें भारत का रेडसैंड स्टोन लगाया गया है जिसकी खासियत यह है कि 50 डिग्री तापमान में भी गर्म नहीं होता है।
भूकंप का अलर्ट देने वाले लगे हैं सेंसर-
मंदिर में 10 अलग-अलग जगह और लेवल पर 300 सेंसर्स लगाए गए हैं। ये सभी सेंसर्स मंदिर को रियल टाइम डाटा देंगे जिससे ये जानकारी मिलेगी कि मंदिर में उस समय कितना दबाव, तापमान है। इसके साथ ही ये सेंसर्स भूकंप और जमीन में होने वाली हलचल की जानकारी भी देंगे।
दुनियाभर में BAPS के 1200 मंदिर-
आपको बता दें कि जिस संस्था ने आबूधाबी मे इस भव्य मंदिर का निर्माण कराया है उसके दुनियाभर में 1200 मंदिर हैं। बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था यानि BAPS यह एक हिंदू सामाजिक-आध्यात्मिक संस्था है। इसका हेडक्वार्टर अहमदाबाद में है। इसके दुनियाभर में 1200 से ज्यादा मंदिर हैं। अहमदाबाद और दिल्ली में अक्षरधाम मंदिर भी इसी संस्था ने बनाया है। नई दिल्ली, गुजरात में अक्षरधाम मंदिर के अलावा उत्तरी अमेरिका, अटलांटा, ऑकलैंड, शिकागो, ह्यूस्टन, लंदन, लॉस एंजिल्स, नैरोबी, रॉबिंसविले, सिडनी, टोरंटो में भव्य मंदिरों का निर्माण कराया है।
सीनियर प्रोड्यूसर
Published : 14 February, 2024, 11:26 am
Author Info : राष्ट्रीय पत्रकारिता या मेनस्ट्रीम मीडिया में 15 साल से अधिक वर्षों का अनुभव। साइंस से ग्रेजुएशन के बाद पत्रकारिता की ओर रुख किया। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया...