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(Special Story) कहते हैं कि लोग अक्सर अपने का इजहार करने से डरते हैं और एक लंबा समय ये सोचने में बिता देते हैं, कि कैसे अपने प्यार का इजहार करें। लेकिन साल में एक ऐसा दिन भी आता है, जिस दिन आप अपने प्यार का इजहार बिना कुछ बोले एक रेड रोज (Red Rose) देकर भी कर सकते हैं और आज ही वह दिन हैं। जी हां, आज रोज डे (Rose Day) है। आपको बता दें कि फरवरी का महीना प्यार करने वाले कपल के लिए बेहद खास होता है। कुछ लोग वेलेंटाइन वीक (Valentine Week) का पूरे साल इंतजार करते हैं, ताकि वेलेंटाइन वीक के पहले दिन रोज डे पर अपनी मोहब्बत का इजहार करके पूरे वीक को यादगार बना सकें। तो आइए जानते हैं कि वेलेंटाइन वीक का पहला दिन रोज डे क्यों खास होता है...
क्यों स्पेशल होता है वैलेंटाइन वीक
आपको बता दें कि आज से वैलेंटाइन वीक की शुरुआत हो गई है। वैलेंटाइन वीक का हर दिन प्यार को बढ़ावा देने वाला होता है। जिसमें कपल्स अपने पार्टनर को गुलाब, टेडी और चॉकलेट देकर अपनी फीलिंग्स को एक-दूसरे के साथ शेयर करते हैं। वेलेंटाइन वीक की शुरुआत 7 फरवरी को रोज डे से होती है और 14 फरवरी को वीक के आखिरी दिन वैलेंटाइन डे सेलिब्रेट करते हैं। इस दिन आप लाल गुलाब का सहारा लेकर उस शख्स से अपने प्यार का इजहार करते हैं जिससे आप बेशुमार मोहब्बत करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं दिल का हाल बयां करने के लिए गुलाब का सहारा क्यों लिया जाता है, और रोज डे मनाने का इतिहास और महत्व क्या है, तो आइए इसे विस्तार से जानते हैं...
कब हुई Rose Day की शुरुआत
आपको बता दें कि रोज डे को मनाने के पीछे कई कहानियां और किस्से हैं। कहा जाता है कि रोज डे का इतिहास प्राचीन रोम से जुड़ा हुआ है। रोमन लोग गुलाब को "प्रेम की देवी" के साथ जोड़ते थे। इसे मनाने की शुरुआत इंग्लैंड में 17वीं शताब्दी से हुई थी। ग्रीक माइथोलॉजी कि एक कहानी के मुताबिक, ‘Venus’ (प्रेम की देवी) हैं और उनका पसंदीदा फूल गुलाब है। इसी वजह से प्रेम की भावनाओं को व्यक्त करने के लिए गुलाब दिया जाता है।
ये कहानी भी है प्रचलित
रोज डे वाले दिन प्रेम की भावनाओं को गुलाब देकर जाहिर करने के पीछे भी कई कहानी है। बताया जाता है कि ‘Rose’ के सभी अक्षरों को अगर खास सीक्वेंस में व्यवस्थित किया जाए तो ये ‘Eros’ बन जाता है। ग्रीक की प्राचीन कथाओं के अनुसार, ‘EROS’ प्यार के देवता हैं। एक कथा ग्रीक देवता एडोनिस से भी जुड़ी है। कहते हैं कि एडोनिस को शिकार के दौरान एक जंगली सूअर ने मार डाला। जहां एडोनिस की मृत्यु हुई, वहां सफेद रंग के गुलाब थे। एडोनिस के खून से वो सफेद गुलाब लाल हो गए। इसके बाद से ही लाल गुलाब त्याग और जुनून का प्रतीक बन गए। ग्रीक कथाओं के मुताबिक हर महान प्रेम में त्याग और जुनून दोनों ही होता है।
प्यार का इजहार गुलाब से ही क्यों?
वहीं अगर अपने पार्टनर और साथी को गुलाब देकर प्यार का इजहार करने की बात करें तो गुलाब के फूलों का राजा कहा जाता है और ज्यादातर यह हर किसी का पसंदीदा फूल होता है। इसके पीछे मिलने वाली एक कहानी मुगल काल से जुड़ी है, जिसके मुताबिक, मुगल शासक जहांगीर की बेगम नूरजहां को गुलाब का फूल बेहद पसंद था और इस वजह से जहांगीर रोज कई टन गुलाब अपनी बेगम के लिए भेजते थे। इसके अलावा रानी विक्टोरिया के समय में लोग अपनी फीलिंग्स शेयर करने के लिए एक दूसरे को गुलाब देते थे और तभी से प्रेमी जोड़ों के बीच ये ट्रेडिशन पॉपुलर हो गया। वहीं ग्रीक माइथोलॉजी में गुलाब के बारे में एक कहानी है। ग्रीक गॉडेस एफ्रोडाइट को प्रेम, सौंदर्य और सेक्सुएलिटी का प्रतीक माना जाता है। कहते हैं, एफ्रोडाइट का सौंदर्य इतना सघन और जादुई था कि वह जहां भी जाती थीं, वहां गुलाब के फूल उग आते थे। इसलिए लाल गुलाब को प्यार और कामनाओं का प्रतीक माना जाने लगा।
दुनिया के सबसे महंगे गुलाब की क्या है कीमत
वहीं अगर हम रोज डे के दिन लाल गुलाब की कीमत के बारे में बात करें तो यह आम दिनों के मुकाबले काफी महंगी होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया में एक बेहद कीमती गुलाब भी है जिसे कई लोग अपने पार्टनर को देने का सपना देखते हैं लेकिन यह इतना महंगा है कि इसे खरीदने से पहले आम लोगों की बात छोड़िए, बल्कि अमीर लोगों को भी कई बार सोचना पड़ता है।
उगाने में 15 सालों का लगा था समय
दुनियाभर में वैसे तो कई तरह के गुलाब पाए जाते हैं, लेकिन उनमें से ही एक Juliet Rose है, जो दुनियाभर में अपनी खुशबू, खूबसूरती और कीमत के लिए जाना जाता है। यह इतना महंगी है कि इतने में आप तीन आलीशान बंगले और BMW कार खरीद सकते हैं। तो बता दें कि इसकी कीमत के आज के समय में 130 करोड़ रुपए है। अब आपको गुलाब की कीमत सुनकर ये तो पता चल ही गया होगी कि ये गुलाब कितना खूबसूरत है। बता दें कि इसे पहली बार फेमस रोज ब्रीडर डेविड ऑस्टिन ने साल 2006 में दुनिया के सामने पेश किया था। इस गुलाब को उगाने में 15 साल का समय और 5 मिलियन डॉलर (करीब 34 करोड़ रुपये) लगे थे। इसे कई गुलाबों को मिलाकर उगाया गया। इसकी खुशबू चाय की हल्की खुशबू जैसी है। तब उसके 90 करोड़ में पहली बार बेचा गया था।
-अनीता
Baten UP Ki Desk
Published : 7 February, 2024, 4:33 pm
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