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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज छात्रों के साथ परीक्षा पे चर्चा की। इस दौरान उन्होंने छात्रों को परीक्षा की टेंशन दूर करने का गुरु मंत्र भी दिया। पीएम मोदी ने बच्चों की समस्याओं, कॉम्पिटिशन की भावना, अभिभावकों की चिंता, टाइम मैनेजमेंट जैसे कई सब्जेक्ट्स पर 2 घंटे चर्चा की। उन्होंने कहा कि निर्णय लेना सबसे जरूरी है। अनिर्णय या कंफ्यूजन की स्थिति अच्छी नहीं होती। मैं हर चुनौती को चुनौती देता हूं। मुझे विश्वास है कि 140 करोड़ देशवासी मेरे साथ हैं। इस अवसर पर इवेंट में पीएम मोदी के साथ करीब 3000 स्टूडेंट्स शामिल हुए।
खिलाड़ियों को ओलंपिक में 107 मेडल मिले
आपको बता दें कि पीएम मोदी ने यह सारी बातें दिल्ली के प्रगति मैदान में 7वीं बार परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में बच्चों को संबोधित करते हुए कहीं। इसके बाद उन्होंने कोरोना काल में लोगों से थाली बजवाने और दीया जलाने के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कोरोना काल का जिक्र करते हुए कहा कि कैसे कि मुश्किल समय का सामना बहादुरी से करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में मैंने देशवासियों से ताली थाली बजाने को कहा। हालांकि, यह कोरोना को खत्म नहीं करता लेकिन एक सामूहिक शक्ति को जन्म देता है। मैंने खिलाड़ियों का सामर्थ्य बढ़ाया इससे ओलंपिक में 107 मेडल मिले। उन्होंने कहा कि पहले खेल के मैदान में हमारे लोग जाते थे। कभी कोई जीतकर आता है तो कई जीतकर नहीं आते हैं। पहले कोई नहीं पूछता था, लेकिन मैंने कहा कि मैं इसके ढोल पीटूंगा। जिसके पास जितना सामर्थ्य है, उसका सही उपयोग करना चाहिए। अच्छी सरकार चलाने के लिए इन समस्याओं के समाधान के लिए भी आपको नीचे से ऊपर की तरफ सही जानकारी और गाइडेंस आना चाहिए। अगर ये दोनों चीजें सही रही तो आप चीजों को संभाल सकते हैं।
जितनी भी मुश्किल हो घबराना नहीं...
पीएम मोदी ने आगे कहा कि अगर यह सही रहा तो आप चीजों को संभाल सकते हैं। कोरोना इसका बहुत बड़ा उदाहरण है। मैंने छोटी-सी खिड़की भी खुली नहीं रखी है कि निराशा वहां से आ जाए। पीएम ने बच्चों से कहा कि कितनी भी मुश्किल आ जाए, आपको कभी भी घबराना नहीं है। उसका सामना करना है और जीतकर निकलना है। उन्होंने कहा कि मुझे भी पता है कि थाली बजाने या दीया जलाने से कोरोना से राहत नहीं मिलती है। इससे कोरोना की बीमारी ठीक नहीं होती है। लेकिन ऐसा हमने देश के लोगों को कोरोना के खिलाफ जंग में एकजुट करने के लिए किया था। जब पूरे देश के लोगों ने एक ही समय पर थाली बजाई, एक ही समय पर दीया जलाया तो इससे उन्हें एकता का एहसास हुआ। उन्हें ये बात महसूस हुई कि कोरोना के खिलाफ वो अकेले नहीं लड़ रहे हैं। बल्कि पूरा देश कोरोना का सामना कर रहा है। सब लोग साथ मिलकर संघर्ष करेंगे तो परेशानी से निकल पाएंगे।
'140 करोड़ देशवासी मेरे साथ हैं'
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस एक वैश्विक महामारी थी। पूरी दुनिया परेशान थी। चाहता तो मैं भी कह सकता था कि मैं क्या कर सकता हूं? लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया। मैंने सोचा- मैं अकेला नहीं हूं। देश में 140 करोड़ लोग हैं। सब साथ मिलकर सामना करेंगे तो इस मुश्किल घड़ी से बाहर निकल जाएंगे। इसलिए मैं टीवी पर आता रहता था। लोगों से बात करता रहता था। उन्होंने कहा कि मुझे कभी नहीं लगता है कि मैं अकेला हूं। मुझे विश्वास है कि 140 करोड़ देशवासी मेरे साथ हैं। हम हर चुनौती को पार कर जाएंगे। ये मेरे भीतर विश्वास है। इसलिए मैं अपनी शक्ति देश के सामर्थ्य को आगे बढ़ाने में लगा रहा हूं।
-अनीता
Baten UP Ki Desk
Published : 29 January, 2024, 4:51 pm
Author Info : Baten UP Ki