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अठारहवीं लोकसभा के गठन के बाद संसद के पहले सत्र में नीट-यूजी पेपर लीक मामले पर हंगामे के बीच आज संसद सत्र के पांचवे दिन की शुरुआत हुई। विपक्ष के निरंतर शोरगुल के बाद लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही सदनों की कार्यवाही पहले दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित की गई। इसके बाद सदन की कार्यवाही सोमवार सुबह तक के लिए स्थगित कर दी गई। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर आज यानी 28 जून से चर्चा की शुरुआत हुई लेकिन कार्यवाही शुरू होने के साथ ही इसे स्थगित कर दिया गया। अब समझने वाली बात यह है कि राष्ट्रपति का अभिभाषण क्या होता है और इस पर आखिर चर्चा क्यों होती है ?
क्या होता है राष्ट्रपति का अभिभाषण?
भारत के राष्ट्रपति में सभी कार्यकारी शक्तियां निहित होती हैं। प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाली मंत्रिपरिषद राष्ट्रपति की सहायता करती है तथा उन्हें सलाह देती है जोकि उस सलाह के अनुसार अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हैं। संविधान के अनुच्छेद 87 में ऐसी दो स्थितियों का उल्लेख किया गया है जब राष्ट्रपति द्वारा विशेष रूप से संसद के दोनों सदनों को संबोधित किया जाएगा। प्रत्येक आम चुनाव के बाद पहले सत्र की शुरुआत होने पर, जब निचले सदन की पहली बार बैठक होगी, राष्ट्रपति द्वारा राज्यसभा और लोकसभा, दोनों को संबोधित किया जाएगा। प्रत्येक वर्ष के पहले सत्र की शुरुआत में भी राष्ट्रपति द्वारा दोनों सदनों को संबोधित किया जाएगा। राष्ट्रपति के अभिभाषण में सरकार की नीतिगत प्राथमिकताओं और आने वाले वर्ष की योजनाओं का अनिवार्य रूप से उल्लेख होता है। अभिभाषण सरकार के एजेंडा और दिशा का व्यापक फ्रेमवर्क प्रदान करता है।
क्यों होती है राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा?
परंपरा और संसदीय प्रक्रियाओं के अनुसार, संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद, लोकसभा और राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद देने के लिए अलग-अलग प्रस्तावों को अपनाया जाता है। दोनों सदनों में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ओर से तीखे हमले हो सकते हैं।
चर्चा के लिए कौन चुना गया था?
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर चर्चा की शुरुआत के लिए बीजेपी ने लोकसभा से पूर्व केंद्रीय मंत्री और हमीरपुर से सांसद अनुराग ठाकुर और राज्यसभा से सांसद सुधांशु त्रिवेदी को चुना था।
कब देंगे पीएम मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण का जवाब?
प्रधानमंत्री मोदी भी राष्ट्रपति के अभिभाषण का जवाब देंगे। ऐसा मुमकिन है कि पीएम 2 जुलाई को लोकसभा और 3 जुलाई को राज्यसभा में चर्चा का जवाब देंगे। पहले खबर थी कि आज ही पीएम इसपर जवाब दे सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं होगा।
Baten UP Ki Desk
Published : 28 June, 2024, 1:10 pm
Author Info : Baten UP Ki