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हाल ही में क्रिकेट प्रेमियों के बीच एक अहम खबर ने हलचल मचा दी है। लंबे समय से भारतीय टीम से बाहर चल रहे पृथ्वी शॉ को अब मुंबई की टीम से भी बाहर कर दिया गया है। इस खबर ने उनके फैंस को निराश किया है। एक रिपोर्ट के अनुसार, 24 वर्षीय शॉ नियमित रूप से टीम के ट्रेनिंग सेशन्स में भाग नहीं ले रहे थे और उनका वजन भी काफी बढ़ गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, शॉ के शरीर में 35 प्रतिशत फैट है, जो क्रिकेटरों के लिए तय 15 प्रतिशत फैट से काफी अधिक है। इसी कारण से उन्हें टीम से बाहर का रास्ता दिखाया गया। आइए समझते हैं कि हाई बॉडी फैट कंटेंट क्या है और कैसे यह सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है।
क्या है बॉडी फैट कंटेंट?
बॉडी फैट कंटेंट (High Body Fat Content) शरीर में मांसपेशियों, हड्डियों, और अन्य लीन मास की तुलना में फैट की मात्रा को दर्शाता है। महिलाओं के लिए 35% फैट सामान्य से ओवरवेट की श्रेणी में आता है, जबकि पुरुषों में इसे स्वास्थ्य मानकों के अनुसार "मोटापे" की स्थिति माना जाता है। उच्च बॉडी फैट कंटेंट केवल वज़न का मामला नहीं है; यह कई तरह से स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।
हाई बॉडी फैट के स्वास्थ्य पर प्रभाव-
1. हृदय रोग और डायबिटीज का खतरा:
35% बॉडी फैट होने पर शरीर में टाइप 2 डायबिटीज, हृदय रोग, हाई ब्लड प्रेशर और मेटाबॉलिज्म सिंड्रोम जैसी पुरानी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। अतिरिक्त फैट विशेषकर पेट के आस-पास जमा विसेरल फैट (आंत की चर्बी) के रूप में होता है, जो हार्मोन रेगुलेशन को प्रभावित करता है और सूजन को बढ़ाता है। इस कारण से शरीर में मेटाबॉलिज्म भी बिगड़ सकता है।
2. फिजिकल फिटनेस और एनर्जी लेवल पर असर:
ज्यादा फैट कंटेंट शरीर की गतिशीलता को कम कर सकता है, जिससे थकान, जोड़ों में दर्द, और एनर्जी लेवल पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। विशेष रूप से हृदय और जोड़ों पर दबाव बढ़ता है, जिससे व्यक्ति को सामान्य शारीरिक गतिविधियों में भी कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है।
3. मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव:
उच्च फैट कंटेंट से आत्म-विश्वास में कमी और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। वजन बढ़ने के कारण व्यक्ति का मानसिक तनाव बढ़ सकता है, जिससे उनके रोजमर्रा की दिनचर्या पर भी असर पड़ता है।
हाई बॉडी फैट कंटेंट को कैसे करें कंट्रोल-
1. संतुलित आहार का सेवन करें:
वजन घटाने और शरीर की फैट को नियंत्रित करने के लिए संतुलित आहार लेना जरूरी है। अधिक फाइबर, प्रोटीन और हेल्दी फैट्स को आहार में शामिल करना, और शुगर व प्रोसेस्ड फूड्स से दूर रहना इस दिशा में मददगार हो सकता है।
2. नियमित व्यायाम करें:
फिटनेस बनाए रखने के लिए नियमित व्यायाम आवश्यक है। वेट ट्रेनिंग, कार्डियो एक्सरसाइज़ और स्ट्रेचिंग को अपनी दिनचर्या में शामिल करना आपके शरीर के फैट कंटेंट को घटाने में सहायक हो सकता है।
3. लाइफस्टाइल में छोटे बदलाव करें:
फिटनेस के लिए जीवनशैली में छोटे बदलाव भी बड़े नतीजे ला सकते हैं। सही समय पर सोना, धूम्रपान से दूरी, और तनाव को कम करना इन बदलावों में शामिल हैं, जो फिटनेस को बनाए रखने में सहायक हो सकते हैं।
क्यों जरूरी है फिटनेस के मापदंडों का पालन-
खेल और फिटनेस में सफलता के लिए शारीरिक फिटनेस को बनाए रखना आवश्यक है। हाई बॉडी फैट कंटेंट न केवल खेल में प्रदर्शन को प्रभावित करता है, बल्कि संपूर्ण स्वास्थ्य पर भी गहरा प्रभाव डालता है। खिलाड़ियों के लिए फिटनेस का सही स्तर बनाए रखना और फिटनेस मापदंडों का पालन करना खेल के साथ-साथ सेहत के लिए भी आवश्यक होता है।
Baten UP Ki Desk
Published : 25 October, 2024, 7:20 pm
Author Info : Baten UP Ki