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दिल्ली में एक ऐसा हादसा हो गया है जिसकी गूंज सड़क से लेकर संसद तक सुनाई दे रही है। दरअसल बीते शनिवार यानी 27 जुलाई को ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित इस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में शनिवार को बारिश के पानी में डूबकर 3 छात्रों की मौत हो गई थी। हादसे के बाद दिल्ली (MCD) सोमवार को एक्शन मोड़ में आ गई और एक जूनियर इंजीनियर को बर्खास्त और एक असिस्टेंट इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया। पुलिस ने इस मामले को लेकर आज सोमवार को 5 और लोगों को गिरफ्तार किया है। इस तरह अब तक कुल 7 लोग अरेस्ट हो चुके हैं।
कैसे हुआ हादसा?
पुलिस के मुताबिक दिल्ली अग्निशमन विभाग को शनिवार शाम करीब 7 बजे राव आईएएस स्टडी सेंटर और करोल बाग इलाके में जलभराव की सूचना मिली थी। पुलिस को बताया गया कि दो या तीन छात्र बाढ़ वाले बेसमेंट में फंसे हुए हैं। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो उन्होंने देखा कि बेसमेंट में काफी पानी भरा हुआ था। जब पानी को बाहर निकालने का प्रयास किया गया तो शुरुआत में बाधा आई, क्योंकि बारिश का पानी बेसमेंट में लगातार जा रहा था। हालांकि, जब सड़क से पानी कम हुआ, तो पानी का स्तर 12 फीट से घटकर 8 फीट तक हो गया। पानी कम होने के बाद पता चला की तीन छात्रों की मौत हो गई और उनके शवों को बाहर निकाला गया। पुलिस ने घटना का विवरण देते हुए बताया कि कोचिंग सेंटर में लगभग 30 छात्र थे, जिनमें से 14 को बचा लिया गया और अस्पताल ले जाया गया, जबकि अन्य खुद बच निकल गए थे।
इन तीन छात्रों की हुई मौत-
आईएस बनने की ख्वाहिश लेकर दिल्ली में कोचिंग कर रहे जिन तीन छात्रों की मौत हुई उनमें उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर की श्रेया यादव, तेलंगाना की तान्या सोनी और केरल के एर्नाकुलम के निविन दलविन शामिल हैं।
ससंद में दिखा आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला-
इस हृदय विदारक घटना का असर संसद में भी नजर आया। चाहे वह सत्तापक्ष का सांसद हो या फिर विपक्ष का सभी इस पर बोलते हुए नजर आए। एक-दूसरे पर दोष भी मढ़ा। आइए जानते हैं किसने क्या कहा।
सत्ता पक्ष की ओर से क्या कहा गया?
बांसुरी स्वराज का बयान-
भाजपा की लोकसभा सांसद बांसुरी स्वराज ने छात्रों की मौत के लिए AAP की "पूर्ण उदासीनता" को जिम्मेदार ठहराया और मांग की है कि घटना की जांच के लिए गृह मंत्रालय के तहत एक जांच समिति का गठन किया जाए। उन्होंने कहा , आम आदमी पार्टी की आपराधिक लापरवाही के कारण इन छात्रों की मौत हुई है। भ्रष्टाचार में डूबी दिल्ली सरकार पर जांच बैठाई जानी चाहिए। दिल्ली में नालों की सफाई क्यों नहीं हो रही है?
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का बयान-
दिल्ली बेसमेंट हादसे के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराते हुए संजय सिंह ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि एलजी (लेफ्टिनेंट गवर्नर) काम में रोड़ा अटकाते हैं और कोचिंग को रेगुलेट करने का काम केंद्र सरकार का है। कोचिंग क्लासेज और लाइब्रेरी बेसमेंट में 20 साल से चल रही हैं, और तब एमसीडी (म्युनिसिपल कॉरपोरेशन ऑफ दिल्ली) में बीजेपी थी। बीजेपी का काम है काम में रोड़ा डालना। संजय सिंह ने कहा कि हमारे मंत्री नाले की सफाई के लिए कह चुके हैं, लेकिन अधिकारी नहीं सुनते। ऐसे अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा, "यह हमारी हालत है कि हमारे हाथ-पैर बांध दिए गए हैं और स्विमिंग पूल में फेंक दिया गया है। एलजी की तरफ से दिल्ली की सरकार को संचालित नहीं करने दिया जा रहा है और हर काम में रोड़ा अटकाया जा रहा है। यह घटना कोई एक दिन की घटना नहीं है।" इस बयान में संजय सिंह ने स्पष्ट रूप से दिल्ली में वर्तमान प्रशासनिक और राजनीतिक स्थिति पर चिंता जताई और अधिकारियों से तत्काल कार्रवाई की मांग की।
दिल्ली के एलजी ने किया घटना स्थल का दौरा
कोचिंग सेंटर के पास प्रदर्शन कर रहे छात्रों से दिल्ली के LG वीके सक्सेना ने आज उनसे मिलने पहुंचे और विरोध कर रहे छात्रों से बातचीत भी की । इसके अलावा एलजी हादसे वाली जगह पर भी गए।
जानिए घटना के बाद क्या-क्या हुआ?
कोचिंग मालिक अभिषेक गुप्ता और कॉर्डिनेटर देशपाल सिंह को गिरफ्तार किया गया और 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया। पुलिस ने बताया कि घटना को लेकर BNS की धारा 105, 106(1), 152, 290 और 35 के तहत FIR दर्ज की गई है। इसके अलावा अन्य 5 लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है।
दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने मुख्य सचिव नरेश कुमार को मजिस्ट्रेट जांच शुरू करने के आदेश दिए। उन्होंने मामले को लेकर जल्द से जल्द रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया।
LG वीके सक्सेना ने डिविजनल कमिश्नर को जांच के आदेश दिए। LG ने कहा- ऐसा लग रहा है जैसे बेसिक मेंटेनेंस सिस्टम फेल हो गया था। मंगलवार तक डिविजनल कमिश्नर रिपोर्ट पेश करें।
एमसीडी ने बेसमेंट में अवैध रूप से चल रहे 13 कोचिंग सेंटरों को सील किया। साथ ही संस्थानों पर नोटिस चस्पा कर उनसे जवाब मांगा गया है। रविवार शाम दिल्ली नगरपालिका ने ओल्ड राजेंद्र नगर में तीन ऐसे बेसमेंट में ताला लगाया, जहां राउ IAS की तरह घटना होने की संभावना थी।
दृष्टि IAS कोचिंग को एमसीडी ने किया सील
हादसे के बाद से दिल्ली पुलिस और दिल्ली नगर निगम का लगातार एक्शन जारी है। अब एमसीडी ने नेहरू विहार स्थित कोचिंग सेंटर दृष्टि (द विजन) को सील कर दिया है। एमसीडी के अनुसार, सर्वे के दौरान नेहरू विहार में टावर नंबर 1, 2 और 3 के संयुक्त बेसमेंट में कोचिंग चलती हुई पाई गई थी, जिसे सील कर दिया गया है।
By Ankit Verma
Baten UP Ki Desk
Published : 29 July, 2024, 4:30 pm
Author Info : Baten UP Ki