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161 साल पहले बनी संस्था जो, हमारी फरिश्ता बन कर मदद करती है..

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(Special Story) एक ऐसी संस्था जो हम सबके स्वास्थ्य के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण है और मानवता के लिए विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं, युद्ध और अन्य संकटों से पीड़ित लोगों की सहायता करती है। जिसकी स्थापना आज से 161 साल पहले 1863 में हुई थी। आज 8 करोड़ से ज्यादा लोग इसके वॉलेंटीयर हैं। दुनिया के लगभग हर देश में इसकी शाखा है। उस संस्था का नाम "रेड क्रॉस (Red Cross)" है। रेड क्रॉस प्राकृतिक आपदाओं, आर्म्ड कॉन्फ्लिक्ट और चिकित्सा देखभाल, आश्रय और भोजन सहित अन्य संकटों से प्रभावित लोगों को तत्काल सहायता प्रदान करता है। हर मुश्किल घड़ी में रेड क्रॉस के वॉलेंटीयर पीड़ितों के लिए फरिश्ता बनकर उन तक हर संभव मदद पहुंचाते हैं, जो मानवता के लिए बेहद खास है। इसीलिए हर साल 8 मई को दुनियाभर में वर्ल्ड रेड क्रॉस डे मनाया जाता है और इसे रेड क्रीसेंट डे के नाम से भी जाना जाता है।

विश्व रेड क्रॉस दिवस, एक वार्षिक उत्सव है जो रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति (आईसीआरसी) के दूरदर्शी संस्थापक हेनरी ड्यूनेंट की जयंती का जश्न मनाता है क्योंकि यह दुनिया भर में रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट मूवमेंट द्वारा किए गए मानवीय कार्यों के लिए एक श्रद्धांजलि के रूप में कार्य करता है। रेड क्रॉस की स्थापना हेनरी ड्यूनेंट ने की थी जिनका जन्म 8 मई 1828 में स्विट्जरलैंड के जेनेवा में हुआ था। इसलिए उनके जन्मदिन के मौके पर 8 मई को इस दिन के रूप में मनाते हैं। रेड क्रॉस बनाने और इसके शानदार कार्यों के लिए हेनरी को नोबेल शांति पुरस्कार से भी नवाजा गया था। वह नोबेल शांति पुरस्कार जीतने वाले पहले व्यक्ति थे।

क्या है रेड क्रॉस डे मनाने का उद्देश्य?

यह दिन उन लोगों को समर्पित है जो विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं, युद्ध और अन्य संकटों से पीड़ित लोगों की सहायता करते हैं। यह दिन रेड क्रॉस और रेड क्रीसेंट मूवमेंट के मानवीय मूल्यों को उजागर करने के अवसर के रूप में भी कार्य करता है। आज के दिन उन लोगों को बुनियादी सुविधाएं भी प्रदान की जाती हैं जो वास्तव में जरूरतमंद हैं। 

रेड क्रॉस का काम-

  • ब्लड डोनेशन-

रेड क्रॉस ब्लड और ब्लड प्रोडक्ट्स को एकत्रित करता है, उनका परीक्षण और वितरण करता है, जिससे अनगिनत लोगों की जान बचाने में मदद मिलती है।

  • स्वास्थ्य सेवाएं-

रेड क्रॉस वैक्सीनेशन कार्यक्रम, बीमारियों की रोकथाम और स्वास्थ्य शिक्षा सहित स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करता है।

  • रिफ्यूजी एड-

रेड क्रॉस शरणार्थियों और शरण चाहने वालों को चिकित्सा देखभाल और मनोवैज्ञानिक सहायता सहित मानवीय सहायता प्रदान करता है।

  • फर्स्ट एड ट्रेंनिंग-

रेड क्रॉस आम लोगों और समुदायों को फर्स्ट एड ट्रेंनिंग देता है, जिससे उन्हें आपातकालीन परिस्थितियों में जीवन बचाने के लिए सशक्त बनाया जाता है।

क्या है विश्व रेड क्रॉस दिवस का इतिहास?

विश्व रेड क्रॉस डे मनाने का विचार पहली बार 1933 में टोक्यो, जापान में आयोजित एक इंटरनेशनल रेड क्रॉस और रेड क्रीसेंट सम्मेलन द्वारा प्रस्तावित किया गया था। प्रथम विश्व युद्ध के तुरंत बाद विश्व को शांति और स्थिरता की आवश्यकता थी। ऐसे ही प्रयासों से रेड क्रॉस का जन्म हुआ।1934 में, टोक्यो में 15वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में, युद्ध के दौरान घायल सेनानियों की सुरक्षा के लिए अपेक्षित सिद्धांतों को तैयार करते हुए रेड क्रॉस ट्रूस रिपोर्ट पेश की गई थी। जिसमें युद्ध के दौरान घायल सैनिकों की सुरक्षा के सिद्धांतों को रेखांकित किया गया। इस प्रस्ताव को बाद में 1946 में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान लागू किया गया। इस प्रस्ताव के कारण रेड क्रॉस स्वयंसेवकों और कर्मचारियों के समर्पण और साहस को पहचानने के लिए 8 मई को हेनरी हेनरी ड्यूनेंट की जयंती का वार्षिक उत्सव मनाया गया। साल 1948 में, लीग ऑफ़ द रेड क्रॉस सोसाइटीज़ के बोर्ड ऑफ़ गवर्नर्स ने रेड क्रॉस और इंटरनेशनल कमेटी ऑफ़ द रेड क्रॉस (ICRC) के संस्थापक हेनरी ड्यूनेंट की जयंती मनाने का प्रस्ताव रखा। उस समय से, विश्व रेड क्रॉस दिवस 8 मई को मनाया जाने लगा। संस्था का मुख्यालय जेनेवा, स्विटजरलैंड में है। इस संस्था को दुनिया भर की सरकारों के अलावा नेशनल रेड क्रॉस और रेड क्रीसेंट संस्थाओं की ओर से आर्थिक मदद मिलती है।

हेनरी ड्यूनेंट का योगदान-

हेनरी ड्यूनेंट ने साल 1859 में सोलफेरिनो की लड़ाई में घायल सैनिकों की मदद की थी और फिर राजनीतिक नेताओं को युद्ध पीड़ितों की सुरक्षा के लिए और कार्रवाई करने के लिए काम किया था। ड्यूनेंट के अनुभव ने उन्हें 'ए मेमोरी ऑफ सोलफेरिनो' पुस्तक लिखने के लिए प्रेरित किया, जिसमें युद्ध के समय घायलों की मदद के लिए वालंटियर समूह बनाने की मांग की थी। आपको बता दें कि रेड क्रॉस एक संस्था है और रेड क्रीसेंट एक आंदोलन लेकिन ये दोनों आपस में जुड़े हुए हैं। आइए जानते हैं ये दोनों आपस में कैसे जुड़े हुए हैं।

रेड क्रीसेंट आंदोलन

रेड क्रीसेंट आंदोलन एक वैश्विक आंदोलन है जो सभी लोगों और समाजों की समानता के साथ-साथ एक दूसरे की सहायता करने के लिए उनकी साझा जिम्मेदारियों और दायित्वों को कायम रखता है। साल 1863 में गठित हुई इंटरनेशनल कमेटी ऑफ द रेड क्रॉस (आईसीआरसी) की स्थापना हेनरी हेनरी ड्यूनेंट के प्रयासों से 1864 में जेनेवा समझौते के दौरान अंतरराष्ट्रीय रेड क्रॉस मूवमेंट के तहत हुई थी। शुरुआत में इसका मुख्य उद्देश्य हिंसा और युद्ध में पीड़ित लोगों एवं युद्धबंदियों की देखभाल तथा उनका पुनर्वास था।

कैसे मनाया जाता है विश्व रेड क्रॉस दिवस 

मानवतावाद को बढ़ावा देने के लिए विश्व रेड क्रॉस दिवस पर विभिन्न कार्यक्रमआयोजित किए जाते हैं। इनमें रक्त अभियान, प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षण सत्र, जन जागरूकता अभियान शामिल हैं। इन आयोजनों में भाग लेकर, व्यक्ति जरूरतमंद लोगों को सहायता प्रदान करने के रेड क्रॉस के मिशन में सक्रिय रूप से योगदान दे सकते हैं।

रेड क्रॉस सोसाइटी के सिद्धांत

  • मानवता-

मानवता का प्राथमिक लक्ष्य प्रत्येक व्यक्ति के जीवन, स्वास्थ्य और सम्मान की रक्षा करना है. सभी लोगों को सहयोग करने, एक-दूसरे से मित्रता करने और आपसी समझ रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।

  • निष्पक्षता-

नस्लीय, जातीय, धार्मिक, वर्गीय या राजनीतिक विचार भेदभाव का आधार नहीं होने चाहिए।प्राथमिक लक्ष्य व्यक्तियों को केवल उनकी ज़रूरतों के अनुसार सहायता करना है और सबसे अधिक ज़रूरत वाले लोगों को प्राथमिकता देना।

  • तटस्थता-

यह सिद्धांत कहता है कि सहायता की पेशकश करते समय किसी को भी राजनीतिक, नस्लीय, धार्मिक या वैचारिक विवादों से प्रभावित नहीं होना चाहिए. इसका प्रमुख लक्ष्य सभी को निष्पक्ष रखना है।

  • स्वैच्छिक सेवा-

स्वयंसेवा एक निस्वार्थ प्रयास है जो किसी भी प्रकार के लालच से प्रेरित नहीं है।

क्या है विश्व रेड क्रॉस दिवस का महत्व

विश्व रेड क्रॉस दिवस का महत्व संगठन के सिद्धांतों, मिशन और गतिविधियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक मंच के रूप में इसकी भूमिका में निहित है। यह संकट के समय में मानवता, करुणा और एकजुटता के महत्व की याद दिलाता है। विश्व रेड क्रॉस दिवस मनाकर, व्यक्ति मानवीय सहायता प्रदान करने और दुनिया भर में मानवीय मूल्यों को बढ़ावा देने में रेड क्रॉस के महत्वपूर्ण कार्यों के लिए अपना समर्थन दिखा सकते हैं।

विश्व रेड क्रॉस दिवस 2024 की थीम

हर साल इसकी एक थीम होती है। इस दिन हर किसी को शांति के लिए कुछ अच्छा करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। विश्व रेड क्रॉस दिवस 2024 की थीम है " I give with joy, and the joy I give is a reward" यानी "मैं खुशी देता हूं, और जो खुशी मैं देता हूं वह एक इनाम है।" इस थीम में मानवीय कामों में लगे रहने और रेड क्रॉस के मिशन का समर्थन करने से आने वाली खुशियों और पुरस्कार पर प्रकाश डाला गया है।

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