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(Special Story) नवरात्रि में माता दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा-अर्चना की जाती है। मां दुर्गा के नौ स्वरूप उनके अलग अलग गुणों को दर्शाते हैं। जहां देवी मां शक्ति का प्रतीक है वहीं महिलाएं भी शक्ति और अदम्य साहस के चलते नए कीर्तिमान गढ़ रही हैं। भारत की महिलाएं एक तो घर परिवार, बच्चे संभालने के साथ ही दफ्तर और अपने कामकाज को भी बखूबी संभाल रही हैं। एक तरफ जहां ईंट उठाने वाली मजदूर महिला हाथ में बच्चे लिए बोझ उठाए जीवकोपार्जन करती हैं वहीं देश की रक्षा के लिए भी महिलाएं पुरुष के कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही हैं। उद्योग से लेकर राजनीति तक में महिलाओं की अहम भूमिका है। आज नवरात्रि के पहले दिन आपको मिलवाते हैं राजनीति की उन 9 महिलाओं से जिन्होंने राजनीति के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाई है।
1- महामहिम द्रौपदी मुर्मू-
देश की महिलाओं की बात की जाए तो सबसे पहला नाम देश के सर्वोच्च पद पर आसीन महामहिम द्रौपदी मुर्मू का आता है। द्रौपदी मुर्मू ने भारतीय राजनीति से देश के सर्वोच्च पद यानि भारत के राष्ट्रपति पद तक का सफर बड़ी कठिनाई के साथ तय किया। यहां तक पहुंचने के लिए एक महिला के संघर्ष के तौर पर उनकी कहानी बहुत सी महिलाओं के लिए प्रेरक है। हलांकि इसके साथ ही भारतीय राजनीति में कई अन्य दिग्गज महिलाएं भी हैं, जो देश और समाज के उत्थान के लिए अहम भूमिका निभा रही हैं।
2- सोनिया गांधी-
भारतीय राजनीति में सोनिया गांधी एक बड़ा नाम है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी देश की सबसे बड़ी और पुरानी पार्टी में आज भी सबसे बड़ी भूमिका में नज़र आती हैं। भले ही अब वह कांग्रेस की अध्यक्ष नहीं हैं फिर भी उनका ओहदा आज भी सबसे बड़ा है। सोनिया गांधी ने पार्टी की कमान उस समय संभाली जब 90 के दशक में यह लगभग खत्म होने की कगार पर थी। साल 2004 में लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की जीत के बाद 2014 तक गठबंधन के साथ पार्टी सत्ता में रही। जिसका श्रेय सोनिया गांधी को ही जाता है।
3-मायावती-
मायावती भारतीय राजनित में एक बड़ा नाम है। बसपा सुप्रीमो मायावती का राजनीतिक सफर आसान नहीं रहा है। एलएलबी की पढ़ाई करने वाली मायावती सिविल सर्विसेस में जाना चाहती थीं, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। कांशीराम के संपर्क में आने के बाद मायावती के जीवन की दिशा ही बदल गई और वो उत्तर प्रदेश की राजनीति की एक दिग्गज हस्ती बनकर उभरी। प्रदेश की राजनीति में आज मायावती का अच्छा खासा रसूख है। प्रदेश के दलित समुदाय में अच्छी पैठ रखने वाली मायावती चार बार उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री बन चुकी हैं। वह बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की संस्थापिका हैं और बीएसपी की प्रमुख नेता हैं। मायावती का राजनीतिक उद्देश्य बहुजन समाज के हित में लड़ाई लड़ना है।
4-ममता बनर्जी-
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज के दौर में देश की सबसे मजबूत महिला राजनेताओं में से एक हैं। ममता विपक्षी नेताओं में सबसे दमदार महिला नेता हैं। 2011 से वह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री पद पर हैं। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी लगातार तीन बार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री नियुक्त हुईं हैं। अपने सख्त तेवरों के लिए अक्सर वह सुर्खियों में रहती हैं।
5-निर्मला सीतारमण-
देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 2006 से भारतीय जनता पार्टी से जुड़ी हैं और वह पार्टी में कई महत्वपूर्ण भूमिकाओं में रही हैं। निर्मला सीतारामन् 2003 से 2005 तक राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्या रह चुकी हैं। वे 03 सितंबर 2017 तक भारतीय जनता पार्टी की प्रवक्ता के साथ-साथ भारत की वाणिज्य और उद्योग (स्वतंत्र प्रभार) तथा वित्त व कारपोरेट मामलों की राज्य मंत्री रहीं हैं और 03 सितंबर 2017 को नरेंद्र मोदी की सरकार में उन्हें रक्षा मंत्री बनाया गया। वे इंदिरा गाँधी के बाद भारत के रक्षा मंत्रालय की कमान सम्हालने वाली स्वतंत्र भारत की दूसरी महिला नेत्री और स्वतंत्र रूप से पहली पूर्णकालिक महिला रक्षामंत्री रही हैं। 2019 से निर्मला सीतारमण वित्त मंत्री के पद पर हैं।
6- सुप्रिया सुले-
महाराष्ट्र के कद्दावर एनसीपी नेता एवं बारामती क्षेत्र से सांसद एनसीपी प्रमुख शरद पवार की बेटी हैं। सुप्रिया सुले महाराष्ट्र की राजनीति में एक दिग्गज सांसद बनकर उभरीं। सुप्रिया सुले ने साल 2006 में राज्यसभा सांसद के रूप में सक्रिय राजनीति में कदम रखा। 2014 के चुनावों में महाराष्ट्र के बारामती से निर्वाचित हुईं। इनको आप विभिन्न मुद्दों पर संसद में अक्सर बोलते हुए जरूर देखा होगा।
7- महबूबा मुफ्ती-
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती पहली महिला थीं, जिनको यह पद मिला था। वह जम्मू कश्मीर पीपल डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष हैं। पिता मुफ्ती मोहम्मद सैयद के बाद महबूबा मुफ्ती को पार्टी का उत्तराधिकारी के तौर पर चुना गया था। तब से वह सक्रिय राजनीति में हैं। जम्मू-कश्मीर के मुद्दे को लेकर वह काफी एग्रसिव रहती हैं।
8-वसुंधरा राजे-
जन्म 8 मार्च 1953 को जन्मी वसुंधरा राजे सिंधिया राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री हैं। सिंधिया राजघराने की सदस्य वसुंधरा 1984 में राजनीति में आईं। साल 2003 में बीजेपी की जीत के बाद उन्हें राजस्थान का मुख्यमंत्री पद मिला। 2008 तक सत्ता में रहने वाली वसुंधरा राजे 2013 विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत के बाद फिर मुख्यमंत्री बनीं। 2018 तक दूसरी बार इस पद पर रहीं। वह वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय उपाध्यक्षों में से एक हैं। वह सिंधिया परिवार की सदस्य होने के साथ साथ धौलपुर के बमरौलिया परिवार की कुलमाता भी हैं ।
9-स्मृति ईरानी-
स्मृति ईरानी अभिनय की दुनिया से आईं बीजेपी की एक फायरब्रांड नेता हैं जो वर्तमान समय में केंद्रीय मंत्री हैं। वह कांग्रेस के गढ़ अमेठी से राहुल गांधी को चुनाव में मात दे चुकी हैं। साल 2002 में स्मृति ईरानी ने बीजेपी ज्वाइन की थी। इस बार यानि 2024 के लोकसभा चुनाव में भी वो अमेठी से ही मैदान में उतरी हैं।
सीनियर प्रोड्यूसर
Published : 9 April, 2024, 5:22 pm
Author Info : राष्ट्रीय पत्रकारिता या मेनस्ट्रीम मीडिया में 15 साल से अधिक वर्षों का अनुभव। साइंस से ग्रेजुएशन के बाद पत्रकारिता की ओर रुख किया। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया...