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(Special Story) 'पन्ना की तमन्ना है कि हीरा मुझे मिल जाए', 'ओ मेरे दिल के चैन' 'हमे तुमसे प्यार कितना' जैसे बेहद सुरीले और रोमांटिक गाना बनाने वाले म्यूजिक इंडस्ट्री के सरताज राहुल देव बर्मन यानी आरडी बर्मन, जिन्होंने 60 से 80 के दशक में इतने सुपरहिट संगीत दिए हैं जिनको आज भी लोग गुनगुनाते हैं। इंडस्ट्री के दिग्गज म्यूजिक डायरेक्टर थे। अपनी म्यूजिक के साथ-साथ वह अपनी आवाज के लिए भी काफी मशहूर थे। शायद बहुत लोगों को नहीं पता होगा कि शाही परिवार से ताल्लुक रखने वाले आरडी बर्मन ने एक्टिंग में हाथ आजमाया था। इंडस्ट्री में प्यार से ‘पंचम दा’ के नाम से पुकारे जाने वाले आरडी बर्मन की आज 85वीं बर्थ एनिवर्सरी है। आज इसी मौके पर आइए जानते हैं उनके जिंदगी से जुड़ी कुछ बातें....
रॉयल फैमिली के चिराग थे आरडी बर्मन-
आरडी बर्मन का जन्म 27 जून 1939 को कोलकाता में हुआ था। वह जन्म से ही संगीत के बहुत करीब थे क्योंकि उनके पिता सचिन देव बर्मन भी बहुत बड़े संगीतकार थे और उनकी मां मीरा देव बर्मन एक गीतकार थीं। उनके दादा नाबद्विपचंद्र देवबर्मन त्रिपुरा के राजकुमार थे और उनकी दादी निर्मला देवी मणिपुर की राजकुमारी थीं।
जब बतौर एक्टर नजर आए पंचम दा
पंचमदा ने संगीत की दुनिया तो चुनी ही लेकिन उन्होंने एक्टिंग में भी हाथ आजमाया। महमूद के डायरेक्शन में 1965 में एक फिल्म आई थी 'भूत बंगला'. इसमें महमूद, तनूजा, नाजिर हुसैन के साथ आरडी बर्मन भी एक अहम किरदार में नजर आए थे। इस हॉरर कॉमेडी संगीत भी बर्मन दा ने ही दिया था। फिल्म अपने दौर के अलग जोनर की मूवी थी।
जब पिता से जताई संगीतकार बनने की इच्छा-
उनके पिता सचिन देव बर्मन यानि एसडी बर्मन तब मुंबई में रहा करते थे। एसडी बर्मन मुंबई में बड़े संगीतकार के रूप में बस चुके थे। लेकिन आरडी बर्मन कोलकाता में ही रहते थे। आर डी बर्मन के जब नंबर कम आए तो वे मुंबई से कोलकाता आ गए। तब उन्होंने बेटे से कहा कि तुम क्या करना चाहते हो। उन्होंने कहा कि आपसे बड़ा संगीतकार बनना चाहता हूं। तब पंचम दा ने अपनी धुन पिता को दिखाई। पंचम दा का जवाब सुनकर एसडी बर्मन मुंबई लौट आए। कुछ समय बाद कोलकाता के एक थियेटर में फिल्म फंटूश लगी, जिसके एक गाने में पंचम दा की धुन थी। ये वही धुन थी जो उन्होंने पिता को सुनाई थी। इस पर वे अपने पिता से बहुत नाराज हुए और पिता से कहा कि आपने मेरी धुन चुराई है।
बर्मन और किशोर की जोड़ी ने किया कमाल
संगीतकार और सिंगर की जोड़ी का चलन हिंदी सिनेमा में काफी पुराना है। आर डी बर्मन और किशोर कुमार ने इस ट्रेंड को सफलता की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया था। आर डी बर्मन और किशोर कुमार की जोड़ी ने मिलकर हिंदी सिनेमा में म्यूजिक के स्तर को अलग लेवल पर ले जाकर खड़ा कर दिया। जहां एक तरफ पंचम दा अपनी संगीत की धुन से गाने में चार चांद लगाते थे, तो दूसरी तरफ किशोर अपनी मधुर आवाज से उस गीत में जान फूंक देते थे। बतौर म्यूजिक डायरेक्टर और गायक मिलकर पंचम दा और किशोर ने कई सुपरहिट गानों को तैयार किया।
ऐसी थी आशा और पंचम की प्रेम कहानी
पूरी दुनिया को अपने संगीत की धुन पर नचाने और प्यार का अहसास दिलाने वाले पंचम दा खुद पर्सनल लाइफ में भी काफी रोमांटिक थे। एक दौर था, जब वह आशा भोसले को दिल दे बैठे थे। आरडी बर्मन ने दो शादियां की थीं। पहली शादी रीता पटेल से हुई थी, मगर बाद में उनका तलाक हो गया। आशा भोसले की भी यह दूसरी शादी थी। आशा भोसले से आरडी बर्मन की पहली मुलाकात 1970 की शुरुआत में हुई थी। तलाक के बाद पंचम दा जिंदगी के सफर में अकेले थे और आशा भोसले के पति गणपतराव भोसले का भी 1966 में निधन हो गया था। दोनों अपनी-अपनी जिंदगी के सफर में अकेले थे। आशा और पंचम दा ने साथ में खूब काम किया। 'पिया तू अब तो आजा' और 'दम मारो दम' जैसे जिन गीतों ने लिए आशा भोसले को प्रसिद्धि और पुरस्कार मिले, उन्हें पंचम दा ने ही कम्पोज किया था। पंचम दा, आशा भोसले दोनों को जिंदगी में जीवनसाथी से अलग होने का अनुभव और दर्द लगभग एक जैसा था, इसलिए दोनों के बीच प्यार भी गहरा था।
आरडी बर्मन के वो सुपरहिट गाने जिनको सुनते ही आपको काफी सुकून मिलेगा। ये गाने इस प्रकार हैं-
किशोर कुमार और लता मंगेशकर की प्यारी सी आवाज में आरडी बर्मन का सबसे पसंदीदा गाना हीरा फिल्म का गाना है।
किशोर कुमार की आवाज में आरडी बर्मन के इस रोमांटिक गाने को सुन आज ही सुकून मिलता है।
राजेश खन्ना और ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी की फिल्म कुदरत का सुपरहिट गाना हम तुमसे प्यार कितना को किशोर कुमार ने गया है।
लता मंगेशकर और किशोर कुमार की आवाज में आंधी फिल्म का गाना तुम आ गए हो नूर आ गया है के लिरिक्स गुलजार ने लिखे हैं। जब गाने को इतने दिग्गज संगीतकारों और गीतकारों का सपोर्ट मिलेगा तो सुपरहिट होना तो बनता ही है।
किशोर कुमार की आवाज में गुलजार का लिखा हुआ गाना आने वाला पल जाने वाला है, जिंदगी के उस हकीकत से रूबरू कराता है कि, चाहे समय अच्छा हो या बुरा ज्यादा से नहीं ठहरता गुजर ही जाता है।
By Ankit Verma
Baten UP Ki Desk
Published : 27 June, 2024, 4:16 pm
Author Info : Baten UP Ki