बड़ी खबरें

'संभल में शाही जामा मस्जिद को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट के हस्तक्षेप नहीं', सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की याचिका 12 घंटे पहले 25 राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों में वन क्षेत्रों पर अतिक्रमण, MP और असम में सबसे ज्यादा 12 घंटे पहले IIT गुवाहाटी ने विकसित की बायोचार तकनीक, अनानास के छिलके-मौसमी के रेशे साफ करेंगे पानी 12 घंटे पहले बेहद खतरनाक जलवायु प्रदूषक है ब्लैक कार्बन, मानसून प्रणाली में उत्पन्न कर रहा है गंभीर बाधा 12 घंटे पहले संपत्ति का ब्योरा न देने वाले आईएएस अफसरों को करें दंडित, संसदीय समिति ने की सिफारिश 12 घंटे पहले 'राष्ट्र को मजबूत बनाती भाषाएं...,' सीएम योगी बोले- राजनीतिक हितों के लिए भावनाओं को भड़का रहे नेता 12 घंटे पहले

नहीं रहे संगीत के सम्राट उस्ताद राशिद खान, अंतिम संस्कार पर बंदूकों की सलामी देकर किया जाएगा विदा

Blog Image

भारतीय संगीत की दुनिया में एक बड़ा सितारा अस्त हो गया है। शास्त्रीय गायक उस्ताद राशिद खान का मंगलवार को कोलकाता के एक अस्पताल में निधन हो गया। बताया जा रहा है कि 10 जनवरी यानी कल उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। वहीं उनके निधन पर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने शोक व्यक्त किया है।

सीएम ममता बनर्जी ने निधन पर जताया शोक
आपको बता दें कि बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने उस्ताद राशिद खान के निधन पर संवेदनाएं जताई हैं। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर लिखा कि 'यह पूरे देश और पूरे संगीत जगत के लिए बहुत बड़ी क्षति है। मैं बहुत दुखी हूं। मुझे अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है कि राशिद खान अब नहीं रहे। उस्ताद राशिद खान के अंतिम संस्कार पर उन्हें बंदूकों से सलामी देकर विदा किया जाएगा। उनके पार्थिव शरीर को रबींद्र सदन में रखा जाएगा। यहां उनके चाहनेवाले उस्ताद को अंतिम अलविदा कह पाएंगे।

कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे उस्ताद

मिली हुई जानकारी के मुताबिक, संगीत की दुनिया के सरताज उस्ताद राशिद खान का काफी समय से कोलकाता के पियरलेस अस्पताल में इलाज चल रहा था वह प्रोस्टेट कैंसर से जूझ रहे थे, काफी समय से वह वेंटिलेटर और ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे। डॉक्टर्स की तमाम कोशिशों के बावजूद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका और 55 वर्ष की आयु में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। 

अपनी आवाज से लाखों दिलों पर करते थे राज-

आपको बता दे कि संगीत के दुनिया के सम्राट उस्ताद राशिद खान का जन्म 1 जुलाई 1968 को उत्तरप्रदेश के बदायूं में हुआ था। वो रामपुर-सहसवान घराने से ताल्लुक रखते थे. वो इस घराने के फाउंडर उस्ताद इनायत हुसैन खान थे, जो राशिद के परदादा हुआ करते थे। उन्होंने साल 2004 में सिल्वर स्क्रीन की दुनिया में कदम रखा था। इसके बाद उन्होंने अपनी आवाज से पूरे देश पहचान बनाई। राशिद खान संदेश शांडिल्य द्वारा रचित शाहिद कपूर और करीना कपूर खान की फिल्म 'जब वी मेट' के लिए' आओगे जब तुम ओ साजना' सांग से लाखों दिलों को जीत लिया था। इसके बाद राशिद खान ने बंगाली फिल्मों के साथ-साथ कई हिंदी फिल्मों में भी गाने गाकर खूब वाहवाही बटोरी। राशिद खान को 2006 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था, फिर 2012 में उन्हें बंगभूषण से सम्मानित किया गया था। इतना ही नहीं उन्हें 2022 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। उनके निधन से संगीत जगत में शोक छा गया है।

अन्य ख़बरें

संबंधित खबरें