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अमीरी में नोएडा अव्वल तो लखनऊ दूसरे स्थान पर

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नोएडा यानी गौतमबुद्धनगर जिले में रहने वाले लोग प्रदेश में सबसे ज्यादा संपन्न है। संपन्नता या यूं कहें आमजन को उपलब्ध सुख-सुविधाओं के पैमाने पर नोएडा वाले नंबर एक पर हैं। ये हम नहीं कह रहे हैं बल्कि आंकड़े बता रहे हैं। इस पैमाने पर यूपी की राजधानी लखनऊ प्रदेश में दूसरे नंबर पर है। इस लिस्ट में चित्रकूट जिला सबसे पिछड़ा हुआ है। यह तथ्य जिलों की खेती से लेकर उद्योग भवन निर्माण स्वास्थ्य परिवहन शिक्षा समेत 18 मानकों के आधार पर तैयार जीडीपी के लिए किए गए आंकलन में सामने आए हैं। अब सरकार जीडीपी में पिछड़े जिलों के विकास पर और ज्यादा ध्यान केंद्रित करेगी। पूरी यूपी की GDP में खास बढ़ोतरी हुई है। राज्य में संभाग व जिले की हिस्सेदारी की बात करें तो स्वाभाविक तौर पर पश्चिमी यूपी सबसे आगे है। लेकिन पूर्वांचल की स्थिति मध्य यूपी से बेहतर है। 

लखनऊ की जीडीपी घटी-

राज्य की कुल जीडीपी में पश्चिमी यूपी की हिस्सेदारी 48 . 30 से बढ़कर 49. 26% हो गई है। यूपी सरकार द्वारा हाल ही में जारी जिला घरेलू उत्पाद अनुमान 2021-22 में यह तथ्य सामने आए हैं। यूपी की राजधानी लखनऊ इस कसौटी पर नंबर दो पर है। लखनऊ की जीडीपी 2020-21 के मुकाबले इस बार 4 .05 से घटकर 3.9 5% रह गई है।

मेरठ की विकास दर में इजाफा-

आगरा, प्रयागराज, बुलंदशहर की जीडीपी में भी मामूली गिरावट दर्ज हुई है। लेकिन मेरठ ने अपनी जीडीपी में इजाफा किया है। जीडीपी के आंकलन से पता चलता है कि किस जिले में कितनी संभावनाएं हैं और वहां कितने निवेश से कितना विकास तय समय में कराया जा सकता है।

क्या है जिला घरेलू उत्पाद और मानक- 

यह किसी जिले में 1 साल में उत्पादित सभी वस्तुओं व सेवाओं के मूल्यों का योग होता है। जिले में फसलें, पशु, वन, उपज, खनन, निर्माण, बिजली, गैस, जलापूर्ति व अन्य उपयोगी सेवाएं कारोबार, संपदा, आवास गृह, का स्वामित्व, वाहन, बैंकिंग सेवाएं, व्यवसायिक सेवाएं लोक प्रशासन, रक्षा, शिक्षा स्वास्थ्य, खेल गतिविधियां व अन्य मानक के आधार पर जिला घरेलू उत्पाद का आंकलन किया जाता है।

क्या होती है जीडीपी- 

जीडीपी का पूरा नाम है "ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट" (Gross Domestic Product)। यह एक महत्वपूर्ण आर्थिक परिमाप है जो किसी देश या क्षेत्र के संपूर्ण उत्पादन और सेवा का मूल्यांकन करता है। इसे एक विशिष्ट समयावधि में प्राप्त वस्तुओं और सेवाओं के अधिकारिक मूल्य का योग लेकर मापा जाता है।जीडीपी के द्वारा एक देश की आर्थिक गतिविधियों का अनुमान लगाया जा सकता है और उसके आर्थिक स्थिति का मूल्यांकन किया जा सकता है। इसे एक विशेष अवधि में साधारणत: वार्षिक आधार पर निर्धारित किया जाता है।जीडीपी को ब्रूटो डोमेस्टिक प्रोडक्ट (Gross Domestic Product) और नेट डोमेस्टिक प्रोडक्ट (Net Domestic Product) में विभाजित किया जा सकता है।  ब्रूटो जीडीपी, सम्पूर्ण उत्पादन और सेवाओं का मूल्यांकन करता है, जबकि नेट जीडीपी, उत्पादन और सेवाओं के मूल्य में अपने उत्पादक समय के अनुसार अवशेष (अधिकारिक व्यय) का खर्च किया जाना है। जीडीपी एक महत्वपूर्ण माप तंत्र है जिसका उपयोग विभिन्न देशों और क्षेत्रों के आर्थिक विकास, प्रगति, और अवसरों की व्याख्या करने में किया जाता 

 

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