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विधानसभा में शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन आज यानी बुधवार को बिजली की स्थिति पर चर्चा के दौरान जमकर हंगामा देखने को मिला। समाजवादी पार्टी विधायक रागिनी नायक ने अपने क्षेत्र जौनपुर का उदाहरण देते हुए बिजली की स्थिति जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि ट्रांसफार्मर लगातार जल रहे हैं। उनकी लोड कैपेसिटी नहीं बढ़ाई जा रही है। इस कारण ऐसी स्थिति सामने आ रही है। उन्होंने कहा कि ट्रांसफार्मर्स की क्षमता नहीं बढ़ाने के कारण ही लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यूपी सरकार के बिजली मंत्री एके शर्मा से उन्होंने सवाल किया कि क्या इस प्रकार के मामलों पर सरकार की ओर से कोई योजना तैयार की गई है?
बिजली मंत्री ने क्या दिया जवाब-
बिजली मंत्री ने इसका जवाब देते हुए योजनाएं गिनाईं। एक शर्मा ने कहा कि बिजली विभाग प्रदेश में बिजली की गुणवत्ता को सुधारने की दिशा में लगातार काम कर रहा है। विभागीय स्तर पर योजना तैयार की गई हैं। ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि ट्रांसफार्मर के लोड बढ़ाए जा रहे हैं। केवल की क्षमता भी बढ़ाई जा रही है। उन्होंने माना कि कर्मचारियों की लापरवाही के कारण भी लोड क्षमता बढ़ाने को लेकर स्पष्ट प्रस्ताव नहीं आता है। इससे योजना पर तेजी काम नहीं हो पा रहा है। उन्होंने ऐसे लोगों को बबूल बताते हुए कहा कि उनको नष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है। प्रदेश स्तर पर इस प्रकार की योजना तैयार की गई है कि हम बाबुल काटकर फलदार पेड़ बनाने में जुटे हैं। जल्द लोगों को बिजली व्यवस्था की खामियां दूर कर क्वालिटी बिजली की सुविधा दिलाई जाएगी।
डिप्टी सीएम और नेता प्रतिपक्ष में तकरार-
सदन की कार्रवाई में सवाल जवाब के दौरान आज बिजली के मुद्दे पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक व नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव में बहस देखने को मिली। अखिलेश के सवाल पर उप मुख्यमंत्री बोले, यूपी में अब 24 घंटे बिजली आती है। जिस पर अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा कि स्वास्थ्य मंत्री को बिजली की चिंता कब से होने लगी। इस दौरान सदन में जोरदार हंगामा हुआ। अखिलेश यादव ने कहा कि योगी सरकार ने अपने कार्यकाल में प्रदेश में अब तक एक भी पावर हाउस नहीं खोला है। उन्होंने उप मुख्यमंत्री से कहा कि जब डेंगू की बात आएगी तो आपसे सवाल करेंगे आपको बिजली की चिंता नहीं होनी चाहिए।
विपक्ष पूरी तरह से डीरेल है-
मीडिया से बात करते हुए उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि विपक्ष पूरी तरह से डीरेल है। उन्हें पूरे संसदीय इतिहास की कोई जानकारी नहीं है। उनके डीएनए में गुंडई और अराजकता है। उन्हें विधायी सिस्टम की ही जानकारी नहीं है।
सीनियर प्रोड्यूसर
Published : 29 November, 2023, 4:35 pm
Author Info : राष्ट्रीय पत्रकारिता या मेनस्ट्रीम मीडिया में 15 साल से अधिक वर्षों का अनुभव। साइंस से ग्रेजुएशन के बाद पत्रकारिता की ओर रुख किया। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया...