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क्यों हो रही है रामलला के दरबार में योगी कैबिनेट की बैठक?

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भगवान राम की नगरी अयोध्या में आज योगी कैबिनेट की बैठक होगी। इसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। इससे पहले पूरी कैबिनेट रामलला का दर्शन करेगी। इसके बाद सुबह 11:30 बजे कैबिनेट की बैठक अंतरराष्ट्रीय कथा धाम में होगी।​​​​ माना जा रहा है कि कैबिनेट रामनगरी को बड़ी सौगात देने की तैयारी में है। इस कैबिनेट बैठक में 5 हजार करोड़ के करीब 24 से अधिक प्रस्ताव पर मुहर लग सकती है।

रामलला के दर्शन के बाद होगी बैठक-

बैठक में सीएम योगी अपने सरकारी चापर से पहुंचेंगे, जबकि सभी मंत्री अपने निजी वाहन से अयोध्या पहुंचेंगे। यहां से सभी मंत्री दो इलेक्ट्रिक बसों में सवार होकर रामलला और हनुमानगढ़ी में दर्शन करेंगे। यही नहीं, सीएम योगी भी रामलला का दर्शन करेंगे। सीएम और कैबिनेट के लिए रामजन्मभूमि परिसर में प्रवेश का मार्ग अलग-अलग तय किया गया है। दर्शन करने के बाद सभी मंत्री सीएम के साथ सरयू होटल में लंच करेंगे। फिर 11 बजकर 30 मिनट से आरंभ होगी। इसके बाद 12 बजकर 30 मिनट पर प्रेस वार्ता होगी। मंडलायुक्त गौरव दयाल ने राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के साथ कैबिनेट के दर्शन के लिए मार्ग निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि कैबिनेट बैठक के लिए पूरी तैयारियां कर ली गई है। रामकथा संग्रहालय के सभागार में बैठक होगी।

प्रयागराज-काशी के बाद अयोध्या में कैबिनेट बैठक-

आपको बता दें कि इससे पहले 2019 में कुम्भ मेला के दौरान प्रयागराज में भी मंत्रिपरिषद की बैठक की गई थी। तब मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों ने संगम में पुण्य स्नान भी किया था। इसके अलावा काशी में भी कैबिनेट की बैठक संपन्न हो चुकी है। अब कैबिनेट की बैठक के लिए अयोध्या को चुना गया है। 

अयोध्या में कैबिनेट बैठक क्यों ?

आपको बता दें कि अयोध्या और बीजेपी के लिए बहुत खास है  9 नवंबर की तारीख। क्योंकि 9 नवंबर 1989 को अयोध्या में पहली बार  राम मंदिर का शिलान्यास हुआ था। इतना ही नहीं, 9 नवंबर 2019 को ही राम मंदिर के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया था। इन्ही सब वजहों से अब 9 नवंबर को योगी सरकार कैबिनेट की बैठक अयोध्या में कर रही है। 

इन प्रस्तावों पर लग सकती है मुहर-

  • अयोध्या के माझा जमथरा गांव में भारतीय मंदिर वस्तुकला संग्रहालय बनना है। इसके लिए 25 एकड़ भूमि दिए जाने का प्रस्ताव आ सकता है।
  • देवीपाटन धाम तीर्थ क्षेत्र विकास परिषद के प्रस्ताव पर भी मुहर लग सकती है।
  • अयोध्या तीर्थ क्षेत्र विकास परिषद की स्थापना का प्रस्ताव भी होने की प्रबल संभावना है।
  • यूपी अंतर्देशीय जल मार्ग प्राधिकरण के गठन का भी प्रस्ताव पास हो सकता है। इसके जरिए अयोध्या को काशी होकर कोलकाता से जलमार्ग से जोड़ने का प्रस्ताव है।
  • पर्यटन और विकास संबंधी 5 हजार करोड़ की योजनाओं पर मुहर लगने के आसार हैं।
  • मुजफ्फरनगर के शुक्रताल धाम तीर्थ विकास परिषद के गठन का प्रस्ताव भी पास हो सकता है।

 

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