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अपनी कार की डिग्गी में क्यों कॉपी जांच रहा एक टीचर?

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इस समय उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद परीक्षा 2024 की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन चल रहा है। हर सेंटर पर उत्तर पुस्तिकाएं जांची जा रही हैं। ऐसे में एक तस्वीर सामने आई है जो आपको हैरान कर देगी। लखनऊ के गोमती नगर के राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में बोर्ड कॉपियों का मूल्यांकन जारी है। जहां कार की डिग्गी में बैठे एक टीचर को कांपियां जांचते हुए देखकर अधिकारी भी इनके साहस को सलाम करते हैं। आइए जानते हैं इनकी पूरी कहानी...

जानिए अतुल मिश्रा की कहानी-

अपनी कार की डिग्गी में कांपियां जांच रहे ये टीचर हैं, अतुल मिश्रा जो BKT इंटर कॉलेज के गणित विषय के शिक्षक हैं। गंभीर बीमारी से पीड़ित होने के बाद भी वो बिना किसी व्यवधान के बोर्ड कॉपियों का इवोल्यूशन कर रहे हैं। अतुल 'मस्कुलर डिस्ट्रॉफी' नाम की बीमारी से पीड़ित हैं। इस वजह से वह चल नहीं पाते। समाज के लोग यही कहते थे कि वो दिव्यांग हैं, वो कुछ नहीं कर सकते। लेकिन इनकी लगन मेहनत और जज्बे को देखकर संयुक्त निदेशक भी उनके मुरीद हो गए।

संयुक्त शिक्षा निदेशक ने की सराहना-

संयुक्त शिक्षा निदेशक डा.प्रदीप कुमार सिंह मूल्यांकन केंद्रों का निरीक्षण करते हुए जीजीआईसी गोमती नगर पहुंचे। उन्होंने देखा कि बाहर विद्यालय के पोर्च पर लगे कैमरे के सामने अतुल मिश्रा अपनी गाड़ी में उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कर रहे थे। यह देख डॉ.प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि मुझे सुखद आश्चर्य हो रहा है कि मस्कुलर डिस्ट्रॉफी से पीड़ित और दिव्यांगता के बावजूद विद्यालय में नियमित रूप से अपनी कक्षाएं लेने वाले शिक्षक अतुल कांपियों के मुल्यांकन का कार्य भी बड़ी ईमानदारी और मेहनत से कर रहे हैं उन्होंने अतुल की पीठ थपथपाई और सराहना की।
उन्होंने कहा कि आज उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के समय जब लोग तरह-तरह के बहाने बनाकर ड्यूटी कटवाने में लगे रहते हैं। ऐसे में अतुल की अपने दायित्व के प्रति इस तरह की प्रतिबद्धता गौरवान्वित और रोमांचित करती है। उन्होंने कहा कि ऐसे शिक्षक समाज के लिए प्रेरणास्रोत हैं। माध्यमिक शिक्षा विभाग के गौरव हैं। मैं इनके जज्बे और अपने दायित्व के प्रति इनके समर्पण को सलाम करता हूं। 

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