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सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी दूर करने के लिए सरकार की तरफ से यूपी के 36 चिकित्साधिकारियों का तबादला किया गया है। इन चिकित्साधिकारियों को एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल में भेजा गया है। वहीं बीते दिनों अस्पतालों की व्यवस्थाओं को ध्यान में रखते हुए सरकार की तरफ से डॉक्टरों की सेवानिवृत्ति की आयु 62 से बढ़ाकर 65 साल कर दी गयी है। हालांकि, 62 साल की उम्र के बाद डॉक्टर स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले सकते हैं। यह फैसला इसलिए लिया गया है ताकि इससे अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी को पूरा किया जा सके। हांलाकि यूपी में अभी भी सात हजार डॉक्टरों के पद खाली हैं। जिनसे कई जिलों के अस्पताल और मरीज प्रभावित हो रहे हैं।
36 चिकित्साधिकारियों के हुए तबादलें-
आपको बता दे कि शासन की ओर से स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में डॉक्टर हों और हर जिलें के मरीजों को बेहतर इलाज मिल सके। इसके लिए शुक्रवार को प्रांतीय चिकित्सा सेवा संवर्ग के लेवल थ्री स्तर के 36 चिकित्साधिकारियों का तबादला किया गया। इन चिकित्साधिकारियों को एक जिले के अस्पलात से दूसरे जिलों के अस्पतालों में भेजा गया है। ऐसे अस्पताल जो चिकित्सकों की कमी से जूझ रहे थे। उन मरीजों को बड़ी राहत मिल पाएगी।
संयुक्त सचिव अजीज अहमद ने दिया आदेश-
सरकार की तहफ से लिए गए इस फैसले से अस्पतालों में चल रही चिकित्सकों की कमी को पूरा किया जा सकेगा। वो अस्पताल जहां पर ज्यादा डाक्टर हैं, वहां से उनका तबादला कर कम चिकित्सकों वाले अस्पताल में उनकी तैनाती की जा रही है। मिली हुई जानकारी के मुताबिक, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव अजीज अहमद के द्वारा इस तबादले का आदेश जारी किया गया है।
Baten UP Ki Desk
Published : 25 November, 2023, 11:39 am
Author Info : Baten UP Ki