बड़ी खबरें
(Special Story) योगी सरकार की नीतियों के चलते उत्तर प्रदेश एविएशन इंडस्ट्री के हब के तौर पर विकसित हो रहा है। तकरीबन हर साल एक नया हवाई अड्डा बन कर तैयार हो रहा है। इसी कड़ी में जल्द ही भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या को श्रीराम इंटरनेशनल एयरपोर्ट मिलने वाला है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले अयोध्या वासियों को हवाई यातायात की सौगात मिल जाएगी। इसी कड़ी में इंडिगो ने दिल्ली और अहमदाबाद के बाद अब मुंबई से भी डायरेक्ट फ्लाइट का ऐलान कर दिया है। मुंबई से अयोध्या के बीच ये डायरेक्ट फ्लाइट 15 जनवरी से शुरू होंगी। आइए आपको विस्तार से बतातें हैं कि यूपी को ऐविएशन हब बनाने के लिए सरकार का क्या है प्लान....
15 जनवरी से अयोध्या से शुरु होगी फ्लाइट-
अयोध्या में भगवान श्रीराम अपने भव्य मंदिर में विराजमान होने वाले हैं। इसके पहले ही अयोध्या की जनता को हवाई सेवा की सौगात मिलने वाली है। अयोध्या से नई दिल्ली व अहमदाबाद की सीधी फ्लाइट के बाद। अब इंडिगो ने 15 जनवरी से अयोध्या व मुंबई के बीच सीधी कनेक्टिविटी की घोषणा की गई है। यह फ्लाइट अयोध्या से दिन में 3.15 बजे उड़ान भरेगी और शाम 5. 40 मिनट पर मुंबई पहुंचेगी। मतलब करीब दो घंटे 25 मिनट में यह फ्लाइट अयोध्या से मुंबई की दूरी को तय कर लेगी। एयरलाइन के एक अधिकारी के मुताबिक ये डेली फ्लाइट्स पैसेंजर्स को अयोध्या तक सीधे पहुंचाएगी। इससे पहले, IndiGo ने बताया था कि 6 जनवरी से दिल्ली से अयोध्या और 11 जनवरी से अहमदाबाद से अयोध्या तक कॉमर्शियल ऑपरेशन शुरू होगा।
PM मोदी देंगे एयरपोर्ट की सौगात-
पीएम मोदी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले 30 दिसंबर अयोध्या आ रहे हैं। वहां वो लगभग 3 घंटे का वक्त गुजारेंगे। पीएम सुबह करीब 11.30 बजे अयोध्या एयरपोर्ट पहुंचेंगे। यहां सबसे पहले एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे। फिर पीएम हाइवे के रास्ते लता मंगेशकर चौक होते हुए अयोध्या के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन करेंगे। इस दौरान वह करीब 15 किलोमीटर लंबा रोड शो भी करेंगे। इसके बाद अयोध्या रेलवे स्टेशन जाएंगे, जहां वह वंदे भारत और अमृत भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे।'' जिसके बाद वह जनसभा को भी संबोधित करेंगे।
यूपी में यहां लगेंगी हवाई जहाज बनाने की यूनिट-
उत्तर प्रदेश के जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नायल) के पास एक हजार एकड़ भूमि पर हवाई जहाज के कलपुर्जों के साथ-साथ पूरे हवाई जहाज की असेंबलिंग और मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स की स्थापना का प्लान है। इसके लिए भारतीय कंपनियों के साथ-साथ अमेरिका समेत कई विदेशी कंपनियां भी अपनी यूनिट लगाने के लिए उत्सुक नज़र आ रही हैं। आपको बता दें कि एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट यहां नायल में बन रहा है। एविएशन मैन्युफैक्चरिंग हब बनने से यहां पर भारत ही नहीं बल्कि दूसरे देशों के विमानों की मरम्मत भी हो सकेगी। अभी तक भारत को दूसरे देशों में विमानों की मरम्मत करानी पड़ती है।
5-5 एकड़ में यूनिट्स लगाने की तैयारी-
यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (यीडा) के सीईओ अरुणवीर सिंह के मुताबिक नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के दूसरे फेज में 1365 हेक्टेयर जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया जारी है। इसे मेंटीनेंस रिपेयर एंड ओवरहॉल (एमआरओ)व एविएशन हब के रूप में विकसित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि लायल ने एविएशन हब बनाने का निर्णय लिया है। इसके तहत एक हजार एकड़ पर इसकी स्थापना की जाएगी। इसमें 5-5 एकड़ की यूनिट्स लगेंगी, जबकि एकल यूनिट के लिए कुछ बड़े साइज वाली लैंड भी उपलब्ध कराई जाएगी। यहां हवाई जहाज की असेंबलिंग, इंजन बनाने वाली कंपनियां, नोजल बनाने वाली कंपनियां और हवाई जहाज के अन्य इक्विपमेंट्स बनाने वाली कंपनियां अपनी यूनिट्स स्थापित करेंगी। उन्होंने बताया कि कई कंपनियां यहां आने को उत्सुक हैं। कई कंपनियों के साथ अमेरिकन एंबेसी के जरिए बातचीत और मीटिंग भी हो चुकी है।
विदेशी कंपनियों को मिलेगा FDI पॉलिसी का लाभ-
यूपी कैबिनेट के एफडीआई पॉलिसी जारी की है, जिसका लाभ विदेशी कंपनियों को मिलेगा। एफडीआई पॉलिसी के तहत उन्हें 75 प्रतिशत लैंड सब्सिडी दी जाएगी। जबकि 100 करोड़ तक कैपिटल सब्सिडी, 10 साल तक 100 प्रतिशत स्टेट जीएसटी का रिइम्बर्समेंट और पेटेंटिंग, लोगों की ट्रेनिंग पर व स्किल अपग्रेडेशन पर सरकार 500 लोगों के लिए 5 हजार रुपए 7 साल तक प्रदान करेगी। इसके अलावा बाहर के देशों से इक्विपमेंट लाने पर कस्टम में छूट प्रदान की जाएगी। उत्तर प्रदेश में एविएशन हब बनने से विदेशी निवेश के लिए अनुकूल अवसर हैं। विदेशी कंपनियों के लिए भी रास्ता खुल गया है। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट में एविएशन मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री विकसित की जाएगी।
हर साल एक नया हवाई अड्डा बन रहा है-
आपको बता दें कि उत्तर में तकरीबन हर साल एक एयरपोर्ट बनकर तैयार हो रहा है। आंकड़ों के मुताबिक प्रयागराज एयरपोर्ट ~ 2018 में बना। गाजियाबाद में हिंडन एयरपोर्ट ~ 2019 बना। बरेली एयरपोर्ट ~ 2019 में हुआ तैयार।कुशीनगर एयरपोर्ट ~ 2021 में बना। कानपुर एयरपोर्ट~2023 में।अयोध्या एयरपोर्ट~2023 में नोएडा हवाईअड्डा ~2024 (तक निर्धारित) उत्तर प्रदेश के इन नए एयरपोर्ट के ऑपरेशनल होने से लखनऊ के एयरपोर्ट पर यात्रियों का दबाव कम हो जाएगा। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश में एविएशन इंड्रस्ट्री के लगने से रोजगार के भी अवसर मिलेंगे जो प्रदेश के आर्थिक विकास के लिए लाभदायक होगा।
भारत में कुल कितने हवाई अड्डे हैं-
भारत में कमर्शियल उड़ानों वाले 123 हवाई अड्डे हैं, जिनमें से कुछ नागरिक और सेना उपयोग वाले हैं। देश में कुल 486 हवाई अड्डे, हवाई पट्टियां, फ्लाइंग स्कूल और सैन्य अड्डे उपलब्ध हैं।
उत्तर प्रदेश में मौजूदा हवाई अड्डे-
लखनऊ में चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (अमौसी हवाई अड्डा) वाराणसी में लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (बाबतपुर हवाई अड्डा),प्रयागराज का बमरौली हवाई अड्डा,कानपुर में चकेरी हवाई अड्डा। कानपुर में सिविल हवाई अड्डा, आगरा में खेरिया हवाई अड्डा, सहारनपुर में सरवस हवाई अड्डा, गाजियाबाद में हिंडन हवाई अड्डा, फैजाबाद में फैजाबाद हवाई अड्डा, गौतमबुद्धनगर में जेवर हवाई अड्डा (निर्माणाधीन), ललितपुर में ललितपुर हवाई अड्डा, झांसी में झांसी हवाई अड्डा, गोरखपुर में गोरखपुर हवाई अड्डा , ग्रेटर नोएडा, ताज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, कानपुर में आईआईटी कानपुर (कल्याणपुर हवाई अड्डा),बरेली में बरेली हवाई अड्डा, मेरठ में बी.आर अम्बेडकर हवाई अड्डा, कुशीनगर में कुशीनगर हवाई अड्डा, अयोध्या में श्रीराम इंटरनेशनल एयरपोर्ट जिसका उद्घाटन जल्द होने वाला है।
सीनियर प्रोड्यूसर
Published : 27 December, 2023, 6:18 pm
Author Info : राष्ट्रीय पत्रकारिता या मेनस्ट्रीम मीडिया में 15 साल से अधिक वर्षों का अनुभव। साइंस से ग्रेजुएशन के बाद पत्रकारिता की ओर रुख किया। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया...