उत्तर प्रदेश में पिछले 18 सालों से प्लास्टिक सिटी परियोजना के साकार होने की उम्मीदें अधूरी रह गई हैं। हालांकि, राज्य सरकार अब एक नई औद्योगिक पहल के तहत एक आधुनिक औद्योगिक पार्क की नींव रखने जा रही है। इस पार्क के लिए 10 से 50 एकड़ जमीन की तलाश जारी है, जिसमें सरकारी मदद से विकास को बढ़ावा मिलेगा।
हर जिले में बनेगा औद्योगिक पार्क: नई योजना पर काम शुरू
औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने हर जिले में एक औद्योगिक पार्क स्थापित करने की योजना बनाई है। इस परियोजना के तहत, निजी जमीन पर पार्क बनाया जा सकेगा।
- आवेदन प्रक्रिया: जिनके पास 10 से 50 एकड़ जमीन है, वे जिला उद्योग केंद्र कार्यालय में आवेदन कर सकते हैं।
- सरकारी सहायता: हर एकड़ जमीन के बदले 50 लाख रुपये तक का लोन मात्र 1% ब्याज दर पर उपलब्ध कराया जाएगा। लोन की वापसी के लिए 6 साल की अवधि दी जाएगी।
औद्योगिक पार्क को मिलेगी संरचना विकास में सहायता
सरकार द्वारा पार्क के लिए बुनियादी ढांचे जैसे चारदीवारी, सड़क, पार्क, रोशनी और अन्य सुविधाओं पर आर्थिक मदद दी जाएगी। इस औद्योगिक पार्क में उद्यमियों को अपने उद्योग स्थापित करने के लिए जमीन किराये पर उपलब्ध कराई जाएगी।
औरैया की प्लास्टिक सिटी: अब भी अधूरी उम्मीदें
औद्योगिक नगरी घोषित होने के बावजूद, औरैया के दिबियापुर क्षेत्र में स्थापित प्लास्टिक सिटी अपनी पूरी क्षमता का उपयोग करने में असफल रही है।
- स्थानीय उद्योग: ककोर के पास कंचौसी रोड पर बनाए गए इस प्लास्टिक सिटी में अब तक कोई ठोस उद्योग स्थापित नहीं हो पाया है।
- स्थिति का विश्लेषण: लगभग दो दशक बीतने के बाद भी इस परियोजना का विकास अधूरा है, जिससे बेरोजगारी का मुद्दा अब भी कायम है।
नया औद्योगिक पार्क: रोजगार और विकास की नई उम्मीद-
नई औद्योगिक पार्क परियोजना से न केवल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
- औद्योगिक निवेश का मौका: उद्यमी अपने उद्योग लगाने के लिए इस पार्क का उपयोग कर सकेंगे।
- स्थानीय विकास को बढ़ावा: इस परियोजना के माध्यम से निजी और सरकारी भागीदारी के जरिये औद्योगिक माहौल को सशक्त बनाया जाएगा।
जमीन मालिकों के लिए सुनहरा मौका-
जिनके पास 10 से 50 एकड़ तक जमीन है, उनके लिए यह योजना आय और विकास का एक सुनहरा अवसर है।
- कैसे करें आवेदन: इच्छुक जमीन मालिक जिला उद्योग केंद्र में आवेदन कर सकते हैं।
- लाभ: आर्थिक मदद के साथ-साथ पार्क में निवेशकों को आकर्षित करने की पूरी जिम्मेदारी सरकार उठाएगी।
नये औद्योगिक युग की ओर कदम
प्लास्टिक सिटी के अधूरे सपने के बावजूद, यूपी का यह नया औद्योगिक पार्क स्थानीय उद्योग और रोजगार को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का प्रयास करेगा। सरकारी मदद और उद्यमशीलता के इस समागम से प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र में क्रांति आने की संभावना है।