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यूपी एटीएस की वाराणसी इकाई ने मंगलवार दोपहर को एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए जाली भारतीय नोटों की तस्करी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया। मौके पर दोनों के पास से 45 हजार रुपए के जाली भारतीय नोट प्राप्त हुए हैं। एटीएस के अनुसार, खुफिया सूचना के आधार पर दोनों को पकड़ा गया। पकड़े गये दोनों तस्करों का संबंध प्रतापगढ़ और मालदा के गिरोह से है। दोनों आरोपी बांग्लादेश से तस्करी कर लाई गई नकली नोटों को यूपी के विभिन्न जिलों में सप्लाई करते थे।
दोनों आरोपी पर पहले से दर्ज हैं मुकदमा
आपको बता दें कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान अंबेडकरनगर जिले के टांडा थाना क्षेत्र के चिंतौरा निवासी अंकुर मौर्य और विपिन गुप्ता उर्फ अवनीश के रूप में हुई है। इनके कब्जे से 45 हजार रुपये के जाली भारतीय नोट, एक मोबाइल तथा फरक्का (पश्चिम बंगाल) जाने का ट्रेन टिकट मिले हैं। दोनों के विरुद्ध टांडा कोतवाली में पहले से मुकदमा दर्ज है और जेल भी जा चुके हैं।
दोनों 3 फरवरी को फरक्का एक्सप्रेस से पहुंचे मालदा
वहीं, भारतीय जाली मुद्रा की तस्करी में पकड़े गए अंकुर मौर्य और विपिन गुप्ता से लालपुर पांडेयपुर थाने की पुलिस ने भी पूछताछ की, जिसमें अंकुर ने बताया कि साढ़े 27 हजार रुपये की भारतीय मुद्रा के बदले पश्चिम बंगाल के इंद्रजीत मंडल ने 45 हजार रुपये की जाली मुद्रा दी थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अंकुर ने मालदा जाने से पूर्व दूसरा सिम खरीदकर अपने मोबाइल में लगाया था। दोनों तीन फरवरी को फरक्का एक्सप्रेस से मालदा पहुंचे, जहां से न्यू टाउन गए। पहले से बातचीत के क्रम में स्थानीय तस्करों ने दोनों को जोयनपुर गांव बुलाया गया। वहां पर इंद्रजीत मंडल और अक्षयलाल चौरसिया मिला था।
इंद्रजीत मंडल ने दिए थे नकली नोट
अंकुर ने प्रदीप यादव के यूपीआइ से इंद्रजीत मंडल के खाते में 27 हजार 500 रुपये ट्रांसफर कराए, जिसके बाद 45 हजार के नकली नोट मिले थे। वहीं नए सिम को तोड़ कर फेक दिए और दोनों बस बदल-बदल कर अंबेडकर नगर पहुंचे। एटीएस ने लालपुर-पांडेयपुर थाने में अंकुर मौर्य व विपिन गुप्ता के अलावा अक्षयलाल चौरसिया, इंद्रजीत मंडल के खिलाफ केस दर्ज कराया है।
Baten UP Ki Desk
Published : 7 February, 2024, 12:11 pm
Author Info : Baten UP Ki