बड़ी खबरें

दिल्ली में 4 मंजिला इमारत गिरी:4 की मौत, 10 से ज्यादा लोग अब भी मलबे में फंसे; रेस्क्यू ऑपरेशन जारी 21 घंटे पहले 14 राज्यों में आंधी-तूफान का अलर्ट:मेरठ में तेज बारिश से मकान गिरे, 9 महीने की बच्ची समेत 2 की मौत; राजस्थान-MP में हीटवेव 20 घंटे पहले पत्नी को पति की संपत्ति मानने की‎ सोच असंवैधानिक है:दिल्ली हाईकोर्ट ने महाभारत की द्रौपदी का जिक्र किया, पति की याचिका खारिज की‎ 20 घंटे पहले रांची के आसमान पर विमानों ने बनाया तिरंगा:एयर शो में दिखा सेना का शौर्य, कल भी आकाश में दिखेंगे हैरतअंगेज करतब 20 घंटे पहले

ड्रोन, AI, व क्रिप्टोकरेंसी पढ़ेंगे यूपी बोर्ड के छात्र

Blog Image

यूपी बोर्ड ने अपने छात्रों को नई तकनीकयुक्त शिक्षा देने की व्यवस्था की है जिसके तहत अब बच्चे ड्रोन, हैकिंग एवं क्रिप्टो करेंसी सहित अन्य विषय पढ़ सकेंगे। बोर्ड ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप कक्षा 9 से 12 तक के पाठ्यक्रम को संशोधित करते हुए वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। यूपी बोर्ड के 28 हजार से अधिक छात्रों को स्कूलों में जो पाठ्यक्रम पढ़ाया जाता है वो बोर्ड के विशेषज्ञ ही तय करते हैं। कम्प्यूटर में एनसीआरटी की ओर से निर्धारित पाठ्यक्रम की पढ़ाई नहीं होती है। बोर्ड के विशेषज्ञों ने कक्षा 11 एवं 12 में प्रोग्रामिंग एवं कोडिंग में पायथन एवं जावा जैसे टॉपिक शामिल किए हैं। पहले एचटीएमएल और सी प्लस प्लस की पढ़ाई होती थी जो अब चलन में नहीं रह गई। 

रोबोटिक्स और ड्रोन टेक्नोलॉजी हुई शामिल- नए पाठ्यक्रम में कक्षा 12 में कोर रोबोटिक्स और ड्रोन टेक्नोलॉजी को शामिल किया गया है। वहीं कक्षा 11 में पाइथन,आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के अलावा ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी, क्रिप्टो करेंसी, वर्चुअल रियलिटी का परिचय इंटरनेट ऑफ थिंक्स , थ्रीडी प्रिंटिंग और क्लाउड कम्प्यूटरिंग आदि को शामिल किया गया है। पहले कंप्यूटर की पीढ़ी इतिहास प्रकार जैसे उसे पढ़ाई जाते थे जिनके प्रति छात्र छात्राओं में उदासीनता से बाहर कर दिया गया है।

10 वीं के बच्चे पढ़ेगे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस- कक्षा 10 में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ड्रोन टेक्नोलॉजी और साइबर सुरक्षा के तहत हैकिंग फिशिंग और सरकार से बचने की जानकारी दी जाएगी की पढ़ाई भी होगी कक्षा 9वी हाई स्कूल के अधिकतर को शामिल कर लिया गया है प्रोग्रामिंग तकनीक कंप्यूटर नेटवर्क जो पहले दसवीं में पढ़ाए जाते थे अब नवी में पढ़ाया जाएंगे। पाठ्यक्रम में बदलाव का कारण है बच्चों के तकनीकी ज्ञान में आगे बढ़ाना जो भविष्य में बच्चों के बड़े काम आएंगे।

 

 

 

अन्य ख़बरें

संबंधित खबरें