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उत्तर प्रदेश की सरकार 24 जनवरी को "यूपी दिवस" के अवसर पर वैश्विक स्तर पर उत्तर प्रदेश का नाम रौशन करने वाली दो विभूतियों को उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान से सम्मानित करेगी। इन विभूतियों में चंद्रयान मिशन में अहम भूमिका निभाने वाली वैज्ञानिक डॉ. ऋतु करिधल श्रीवास्तव और फोर्ब्स, फॉर्च्यून जैसी पत्रिकाओं के कवर पर नियमित रूप से छाए रहने वाले कानपुर के उद्यमी नवीन तिवारी शामिल हैं। आपको बता दें कि गौरव सम्मान प्रदेश के ऐसे ख्यातिलब्ध (प्रसिद्ध) लोगों को प्रदान किया जाता है। जिन्होंने विभिन्न विधाओं एवं कार्य क्षेत्रों जैसे कला व संस्कृति, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी आदि में अपने व्यक्तिगत प्रयासों से उत्कृष्टता के आयाम स्थापित करते हुए राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर गौरव हासिल किया हो।
डॉ. ऋतु ने मंगलयान के विकास में निभाई अहम भूमिका-
उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान के लिए चयनित वैज्ञानिक डॉ. ऋतु करिधल श्रीवास्तव लखनऊ की रहने वाली हैं। उन्होंने भारत के मार्स से ऑर्बिटर मिशन, मंगलयान के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हैं। वह इस मिशन की उप संचालन निदेशक भी थीं। मंगलयान इसरो की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक था। इसने भारत को मंगल ग्रह पर पहुंचने वाला दुनिया का चौथा देश बना दिया था। डॉ. ऋतु करिधल ने लखनऊ विश्वविद्यालय से भौतिकी में अपनी बीएससी पूरी की। वह छह महीने तक लखनऊ विश्वविद्यालय में शोध छात्रा रही हैं। उन्हें वार्षिक दीक्षांत समारोह 2019 के दौरान लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा डीएससी की मानद उपाधि (मानद डॉक्टरेट) से सम्मानित किया गया है। करिधल 1997 से ISRO के लिए काम कर रही हैं। एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री हासिल करने के लिए वह IISC बैंगलोर में भी रही हैं।
कानुपर के उद्यमी नवीन ने दिये दो यूनिकॉर्न-
वहीं फोर्ब्स और फॉर्च्यून जैसी पत्रिकाओं के कवर पर नियमित रूप से छपने वाले कानपुर के नवीन तिवारी उत्तर प्रदेश और भारत को दुनिया में गौरवान्वित कर रहे हैं। उन्होंने दो यूनिकॉर्न बनाए और भारत को अपना पहला यूनिकॉर्न दिया। उन्होंने दुनिया में सबसे बड़ा स्वतंत्र मोबाइल एडटेक प्लेटफॉर्म स्थापित किया है, जो उत्तर प्रदेश और भारत के स्थानीय व्यवसायों को राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय दर्शकों से जोड़ता है। उनका लॉक स्क्रीन सॉफ्टवेयर वैश्विक स्तर पर 40 करोड़ से अधिक स्मार्टफोन पर मौजूद है। उद्यमी नवीन ने भारत को विश्व मंच पर स्थापित करने के साथ ही 26 देशों में उपस्थिति दर्ज की है। साथ 3000 लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार दिया जबकि हजारों लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार दिया है।
क्यों मनाया जाता है यूपी दिवस-
इसी के साथ आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार प्रतिवर्ष 24 जनवरी को “उत्तर प्रदेश दिवस” मनाती है। इसी दिन वर्ष 1950 में तत्कालीन यूनाइटेड प्रोविन्स का नाम बदल कर उत्तर प्रदेश किया गया था। इसके बाद मई 2017 में उत्तर प्रदेश सरकार ने हर साल 24 जनवरी को यूपी दिवस मनाने की घोषणा की। यूपी दिवस मनाने का प्रस्ताव राज्यपाल राम नाईक ने दिया था। तभी से हर साल 24 जनवरी को यूपी दिवस मनाया जाता है।
Baten UP Ki Desk
Published : 23 January, 2024, 1:57 pm
Author Info : Baten UP Ki