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सपा ने जया बच्चन पर जताया 5वीं बार भरोसा, राज्यसभा के लिए तीनों उम्मीदवारों ने किया नामांकन

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राज्यसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी की तरफ से तीन प्रत्याशियों ने आज नामांकन दाखिल किया। इस मौके पर उनके साथ सपा मुखिया अखिलेश यादव के अलावा शिवपाल सिंह यादव भी मौजूद रहे। सपा ने फिल्म अभिनेत्री जया बच्चन को लगातार पांचवीं बार राज्यसभा भेजने का निर्णय लिया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री व सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामजी लाल सुमन एवं अखिलेश सरकार में मुख्य सचिव रहे आलोक रंजन को भी राज्यसभा का प्रत्याशी बनाया गया है।

5वीं बार प्रत्याशी बनीं जया बच्चन-

जया बच्चन के राजनैतिक सफर की बात करें तो वो साल 2004 में समाजवादी पार्टी से सांसद चुनी गईं थीं। जिसके बाद वो साल 2006 में एक बार फिर से सांसद बनीं। इसके बाद साल 2012 में तीसरी बार जया बच्चन राज्यसभा में गईं। ऐसे में अगर इस बार भी जया बच्चन राज्यसभा जाती हैं तो ये उनकी राज्यसभा में 5वीं पारी होगी

4 बार के लोकसभा सदस्य रहे हैं रामजी-

रामजी लाल सुमन 1977 में पहली बार फिरोजाबाद से लोकसभा चुनाव जीते थे। उसके बाद वर्ष 1989, 1999 और 2004 में भी लोकसभा चुनाव जीते। वह केंद्र की चंद्रशेखर सरकार में मंत्री भी रहे हैं। मौजूदा समय में रामजी लाल सपा के राष्ट्रीय महासचिव के पद पर हैं। वह दलित जाति से हैं, उनके जरिये सपा यूपी में दलित मतदाताओं को साधना चाहती है।

मुख्य सचिव रहे आलोक रंजन-

आलोक रंजन अखिलेश सरकार में यूपी के मुख्य सचिव रहे थे, वे जुलाई 2016 में सेवानिवृत्त हुए थे। सेवानिवृत्त होने के बाद वे अखिलेश के मुख्य रणनीतिकारों में गिने जाते हैं।

जीतने के लिए चाहिए इतने वोट-

राज्यसभा सदस्य चुने जाने के लिए 37 विधायकों के वोट चाहिए। सपा के वर्तमान में 108 विधायक हैं, उसे तीन सीटों पर जीत के लिए 111 विधायकों की जरूरत है। चूंकि विपक्षी गठबंधन (INDIA) में सपा भी शामिल है, ऐसे में उसे कांग्रेस के दो विधायकों का समर्थन मिल जाएगा। उसे सिर्फ एक वोट की और जरूरत पड़ेगी। पार्टी का दावा है कि तीनों प्रत्याशियों को जिताने के लिए पर्याप्त बहुमत है।

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