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(Special Story) इस साल होलिका दहन दिनांक 24 मार्च आज के दिन है। इस बार होलिका दहन के दिन भद्रा का साया रहेगा। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक भद्रा को शुभ नहीं माना जाता है। इसलिए इस दौरान पूजा-पाठ और कोई भी शुभ कार्य करना मना है। आज भद्रा सुबह 09 बजकर 54 मिनट पर आरंभ हो रहा है और इसका समापन रात 11 बजकर 13 मिनट को होगा।
होलिका दहन का शुभ मुहूर्त-
हरिद्वार के पुरुषोत्तम आश्रम के ज्योतिषाचार्य पंडित आचार्य महेंद्र त्रिपाठी के मुताबिक इस बार होलिका दहन के दिन भद्रा का साया रहने की वजह से रात 11 बजकर 13 मिनट के बाद से ही शुभ मुहूर्त का योग बन रहा है यानि इस दिन होलिका दहन का शुभ मुहूर्त रात 11 बजकर 13 मिनट से आरंभ हो रहा है और इसका समापन 12 बजकर 27 मिनट पर होगा। ऐसे में होलिका दहन की कुल अवधि 01 घंटे 14 मिनट की है। इसी के बीच ही होलिका दहन करना उचित रहेगा।
होलिका दहन का महत्व-
होलिका दहन भगवान विष्णु के भक्त प्रह्लाद की रक्षा और उनकी बुआ होलिका के दहन की याद में मनाया जाता है। होलिका दहन के दिन भगवान विष्णु के नरसिंह अवतार की विधिवत पूजा-अर्चना की जाती है। क्योंकि इस दिन श्रीहरि ने अपने भक्त की जान बचाई थी और उनकी कृपा से होलिका स्वयं ही जलकर भस्म हो गई। ऐसा कहा जाता है कि जो व्यक्ति सच्चे मन से भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करता है उसकी भगवान विष्णु स्वयं रक्षा करते हैं।
होलिका दहन, जिसे छोटी होली के नाम से भी जाना जाता है, होली से एक दिन पहले मनाया जाता है। यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इस दिन लोग लकड़ी और उपलों इकट्ठा कर उसकी होलिका जलाते हैं। होलिका दहन की रात, लोग इकट्ठा होते हैं। होलिका के चारों ओर पूजा करते हैं। वे नारियल, गुड़ और फूल चढ़ाते हैं। जिसके बाद, लोग परिक्रमा करते हैं और आग से आशीर्वाद लेते हैं।
होलिका दहन के दिन करें ये काम-
सीनियर प्रोड्यूसर
Published : 24 March, 2024, 8:00 am
Author Info : राष्ट्रीय पत्रकारिता या मेनस्ट्रीम मीडिया में 15 साल से अधिक वर्षों का अनुभव। साइंस से ग्रेजुएशन के बाद पत्रकारिता की ओर रुख किया। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया...