बड़ी खबरें

योगी कैबिनेट की आज होगी बैठक, दो दर्जन प्रस्तावों को मिल सकती है मंजूरी 3 घंटे पहले वायु प्रदूषण से यूपी और दिल्ली के लोगों की पांच साल घट गई जिंदगी, रिपोर्ट में हुआ खुलासा 3 घंटे पहले महिलाओं से बैड टच पर सख्त महिला आयोग, सभी डीएम से बुटीक, जिम और योगा सेंटर की मांगी रिपोर्ट 3 घंटे पहले योगी सरकार ने दिव्यांगजनों के प्रमोशन में आने वाली बाधा की दूर, नियुक्ति विभाग ने जारी किया शासनादेश 3 घंटे पहले उत्तर प्रदेश में दो और पुलिस मॉडर्न स्कूल होंगे स्थापित, डीजीपी ने पुलिस शिक्षा समिति की बैठक में दिए कई निर्देश 3 घंटे पहले यूपी के सहकारी बैंकों के खाली 100 फीसदी सीटों पर जल्द होगी भर्ती प्रक्रिया, निदेशक ने अनुमति के लिए भेजा पत्र 3 घंटे पहले UPSSSC, मुख्य सेविका भर्ती में 126 पद हुए कम, अब 2 हजार 567 पदों पर होगी भर्ती 3 घंटे पहले BHU ने जारी किया 56 स्पेशल कोर्स का बुलेटिन, 21 दिसंबर तक होगा एडमिशन, 300 से 600 रुपए तक होगी रजिस्ट्रेशन फीस 3 घंटे पहले BHU ने जारी किया 56 स्पेशल कोर्स का बुलेटिन, 21 दिसंबर तक होगा एडमिशन, 300 से 600 रुपए तक होगी रजिस्ट्रेशन फीस 3 घंटे पहले काशी विश्वनाथ-ज्ञानवापी मस्जिद मामला, सुप्रीम कोर्ट ने ASI और मस्जिद प्रबंधन को नोटिस जारी किया एक घंटा पहले

होलिका दहन पर भद्रा का साया, जानिए कितने बजे का है शुभ मुहूर्त

Blog Image

(Special Story) इस साल होलिका दहन दिनांक 24 मार्च आज के दिन है। इस बार होलिका दहन के दिन भद्रा का साया रहेगा। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक भद्रा को शुभ नहीं माना जाता है। इसलिए इस दौरान पूजा-पाठ और कोई भी शुभ कार्य करना मना है। आज भद्रा सुबह 09 बजकर 54 मिनट पर आरंभ हो रहा है और इसका समापन रात 11 बजकर 13 मिनट को होगा। 

होलिका दहन का शुभ मुहूर्त-

हरिद्वार के पुरुषोत्तम आश्रम के ज्योतिषाचार्य पंडित आचार्य महेंद्र त्रिपाठी के मुताबिक इस बार होलिका दहन के दिन भद्रा का साया रहने की वजह से रात 11 बजकर 13 मिनट के बाद से ही शुभ मुहूर्त का योग बन रहा है यानि इस दिन होलिका दहन का  शुभ मुहूर्त रात 11 बजकर 13 मिनट से आरंभ हो रहा है और इसका समापन 12 बजकर 27 मिनट पर होगा। ऐसे में होलिका दहन की कुल अवधि 01 घंटे 14 मिनट की है। इसी के बीच ही होलिका दहन करना उचित रहेगा।  

होलिका दहन का महत्व-
 
होलिका दहन भगवान विष्णु के भक्त प्रह्लाद की रक्षा और उनकी बुआ होलिका के दहन की याद में मनाया जाता है। होलिका दहन के दिन भगवान विष्णु के नरसिंह अवतार की विधिवत पूजा-अर्चना की जाती है। क्योंकि इस दिन श्रीहरि ने अपने भक्त की जान बचाई थी और उनकी कृपा से होलिका स्वयं ही जलकर भस्म हो गई। ऐसा कहा जाता है कि जो व्यक्ति सच्चे मन से भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करता है उसकी भगवान विष्णु स्वयं रक्षा करते हैं। 
होलिका दहन, जिसे छोटी होली के नाम से भी जाना जाता है, होली से एक दिन पहले मनाया जाता है। यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इस दिन लोग लकड़ी और उपलों इकट्ठा कर उसकी होलिका जलाते हैं। होलिका दहन की रात, लोग इकट्ठा होते हैं। होलिका के चारों ओर पूजा करते हैं। वे नारियल, गुड़ और फूल चढ़ाते हैं। जिसके बाद, लोग परिक्रमा करते हैं और आग से आशीर्वाद लेते हैं।

होलिका दहन के दिन करें ये काम-

  • होलिका दहन के दिन चांदी का सिक्का खरीदकर घर लाएं। ऐसा करने से घर में आर्थिक परेशानियां खत्म हो जाती हैं। इस सिक्के को लाल कपड़े में लपटेकर तिजोरी में रखें। आपकी तिजोरी मालामाल रहेगी।
  • होलिका दहन से पहले अपने घर में बांस का पौधा लाएं। बांस का पौधा घर में सौभाग्य लेकर आता है। इससे घर के सदस्य निरोगी रहते हैं।
  • होली पर्व के दिन घर के मुख्य द्वार पर दो मुखी दीपक जलाएं। ऐसा करने से आय में वृद्धि के मार्ग खुलते हैं।
  • भगवान विष्णु की भी पूजा करना चाहते हैं तो सबसे पहले श्री लक्ष्मी का पूजन करें। उसके बाद ही भगवान विष्णु की पूजा करना बेहतर है।
  • फिर होली के दिन सुबह घर के मुख्य द्वार पर बंदनवार को बांध दें। इससे मां लक्ष्मी बहुत प्रसन्न होती हैं।
  • घर के मुख्य द्वार पर आम या फिर अशोक के पत्ते का बंदनवार लगा सकते हैं।
  • होलिका की राख को घर लेकर आएं और उस राख में पानी मिलाकर घर के हर कोने और दरवाजे पर छींटें दें। घर में नकारात्मक शक्तियों को प्रवेश नहीं होगा।

अन्य ख़बरें

संबंधित खबरें