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भारतीय रेलवे ने शिक्षा के क्षेत्र में एक नई पहल की है। जिसके तहत अब यूपी के पांच शहरों में पटरियों के किनारे रह रहे बच्चों को शिक्षा प्रदान की जाएगी। दरअसल, भारतीय रेलवे ने शिक्षा के क्षेत्र में सराहनीय कदम उठाया है। जिसके तहत अब उत्तर प्रदेश के पांच शहरों में रेलवे लाइन किनारे बसर करने वाले नौनिहालों की जिंदगी में शिक्षा की अलख जगाई जाएगी। इससे बच्चों के साथ साथ उनके परिवार की जीवनशैली में भी एक महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिलेगा।
आपको बता दे कि उत्तर मध्य रेलवे ने अब रेलवे ट्रैक के आसपास सालों से गुरबत भरी जिंदगी गुजारने वालों की जीवनशैली बदलने का बीड़ा उठाया है। उत्तर मध्य रेलवे ने भारत रेल विद्या फेलोशिप के तहत एक योजना तैयार की है। इसके लिए एनसीआर के प्रयागराज मंडल, भारत स्काउट्स और गाइड्स और ड्रीम्स वीवर्स एसोसिएशन ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए है। इस योजना में उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज मंडल की ओर से पहले चरण में पांच प्रमुख शहरों को चुना है। जिसमें प्रयागराज, मिर्जापुर, कानपुर, टूंडला और अलीगढ़ शामिल है।
इसी के साथ बता दे कि रेलवे यह पहल कई मायनों में महत्वपूर्ण है। सबसे पहले, यह उन बच्चों को शिक्षा का अवसर प्रदान करेगी जो आर्थिक या अन्य कारणों से शिक्षा से वंचित रह जाते हैं। रेलवे लाइन किनारे बसे अधिकांश परिवार गरीब और पिछड़े होते हैं। इन परिवारों में बच्चों को स्कूल भेजने की स्थिति नहीं होती है। रेलवे की इस पहल से इन बच्चों को शिक्षा का अवसर मिलेगा और वे अपने भविष्य को बेहतर बना सकेंगे।
दूसरे, यह पहल इन बच्चों के परिवारों की जीवनशैली में भी बदलाव लाएगी। शिक्षा के माध्यम से इन बच्चों को रोजगार के बेहतर अवसर मिलेंगे। इससे उनके परिवारों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और वे एक बेहतर जीवन जी सकेंगे। तीसरे, यह पहल सामाजिक समानता को बढ़ावा देगी। शिक्षा के माध्यम से इन बच्चों को समान अवसर मिलेंगे और वे समाज में अपनी पहचान बना सकेंगे।
Baten UP Ki Desk
Published : 4 November, 2023, 11:14 am
Author Info : Baten UP Ki