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यूपी में 50 साल से ज्यादा उम्र के पुलिसकर्मी किए जाएंगे रिटायर, 20 नवंबर तक मुख्यालय में पेश करनी होगी ट्रैक रिकॉर्ड रिपोर्ट

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उत्तर प्रदेश सरकार ने 50 साल की उम्र पूरी कर चुके यूपी पुलिसकर्मियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दिए जाने का आदेश जारी किया गया है। इस आदेश में कहा गया है कि ऐसे पुलिसकर्मियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी जाएगी जिनका ट्रैक रिकॉर्ड अच्छा न हो। इसमें अनुशासनहीनता, भ्रष्टाचार, और अपराध में संलिप्तता जैसी बातें शामिल हैं।

आपको बता दे कि प्रदेश की सरकार ने शुक्रवार को इस आदेश में कहा कि 50 साल की उम्र पार कर चुके पुलिसकर्मियों की अनिवार्य सेवानिवृत्ति के लिए स्क्रीनिंग की जाएगी। यह स्क्रीनिंग उनके ट्रैक रिकॉर्ड के आधार पर की जाएगी। जिन पुलिसकर्मियों का ट्रैक रिकॉर्ड अच्छा नहीं होगा, उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी जाएगी। इसके लिए डीजीपी मुख्यालय ने सभी शाखाओं को निर्देश दिया है कि वे 30 नवंबर तक इन पुलिसकर्मियों के सेवा अभिलेखों की जांच कर रिपोर्ट उपलब्ध कराएं। इसके अलावा, भ्रष्ट और दागी पुलिसकर्मियों को भी रिटायर किया जाएगा। 

20 नवंबर तक मुख्यालय में पेश करनी होगी  ट्रैक रिकॉर्ड रिपोर्ट- 

डीजीपी मुख्यालय के एडीजी स्थापना ने सभी रेंज के आईजी, एडीजी और यूपी पुलिस के सभी यूनिट के डीजी को निर्देश जारी किया है। उन्होंने कहा कि इस आदेश के मुताबिक, जिन पुलिसकर्मियों का ट्रैक रिकॉर्ड खराब होगा, उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी जाएगी। स्क्रीनिंग की रिपोर्ट सभी पुलिसकर्मियों को 20 नवंबर तक मुख्यालय में जमा करनी होगी। 

इसी के साथ बताते चले कि आदेश के मुताबिक, 31 मार्च 2023 को 50 साल या इससे अधिक की आयु पूर्ण करने वाले पुलिसकर्मियों की अनिवार्य सेवानिवृत्ति की स्क्रीनिंग 20 नवंबर 2023 तक पूरी कर ली जाएगी। वहीं इस आदेश से पुलिस विभाग में कई तरह के बदलाव देखने को मिल सकते हैं। इससे पुलिस विभाग में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ सकती है।

साथ ही, इस आदेश को लेकर कुछ लोगों का मानना है कि यह आदेश सही है क्योंकि इससे पुलिस विभाग में पारदर्शिता आएगी और भ्रष्टाचार कम होगा। तो कुछ लोगों का मानना है कि यह आदेश पुलिस विभाग के लिए नुकसानदायक होगा क्योंकि इससे अनुभवी पुलिसकर्मियों को सेवा से बाहर किया जाएगा।

 

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