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(Special Story) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल लखनऊ दौरे पर रहेंगे। इसके चलते पुलिस प्रशान अलर्ट हो गया है। पीएम के आगमन पर सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए गए हैं। लखनऊ में सुरक्षा-व्यवस्था के मद्देनजर 4300 जवानों की तैनाती की गई है। पीएम मोदी इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में 19 से 21 फरवरी तक चलने वाली तीन दिवसीय ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का उद्घाटन करेंगे। वह सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान के कार्यक्रम में रहेंगे। इसमें देश-दुनिया के 4000 लोगों के शामिल होंने की उम्मीद है। आइए आपको विस्तार से बताते हैं कि आखिर क्या होती है क्या होती है ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी और इसका क्या होता है महत्व...
उद्योग जगत की कई हस्तियां होंगी शामिल-
आपको बता दें कि लखनऊ में होने वाली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में उद्योग जगत की कई हस्तियां शामिल होंगी। जिसमें कई प्रतिष्ठित समूह के सीईओ, निवेशकों की उपस्थिति रहेगी। इस दौरान देश-दुनिया से आए 3330 लोग भी कार्यक्रम के साक्षी बनेंगे। माना जा रहा है कि इससे 33.5 लाख से अधिक रोजगार उपलब्ध होंगे। पीएम मोदी के आगमन को लेकर लखनऊ में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं।
अलर्ट मोड पर पुलिस, 4300 जवानों की हुई तैनाती-
ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी को लेकर राजधानी पुलिस अलर्ट मोड पर है। पीएम मोदी व अन्य गेस्ट की सुरक्षा को लेकर 4300 जवानों की तैनाती की गई है सुरक्षा एवं यातायात व्यवस्था के तहत अधिकारियों के नेतृत्व में अलग-अलग टीमों की तैनाती सुनिश्चित की गई है। इसमें 4 पुलिस अधीक्षक, 12 अपर पुलिस अधीक्षक, 31 पुलिस उपाधीक्षक, 79 निरीक्षक, 416 उपनिरीक्षक, 37 महिला उपनिरीक्षक, 1739 मुख्य आरक्षी/आरक्षी, 318 महिला आरक्षी शामिल हैं।
यातायात व्यवस्था की जिम्मेदारी-
यातायात पुलिस में 16 निरीक्षक, 123 उपनिरीक्षक, 190 मुख्य आरक्षी व 600 आरक्षी की अलग से तैनाती की गई हैं। वहीं, पुलिस मुख्यालय द्वारा पांच पुलिस अधीक्षक, 10 अपर पुलिस अधीक्षक, 24 पुलिस उपाधीक्षक, 25 निरीक्षक, 140 उपनिरीक्षक, 15 महिला उपनिरीक्षक, 520 मुख्य आरक्षी/आरक्षी, 50 महिला आरक्षी की तैनाती की गई है। इसके साथ ही पांच कंपनी अर्द्धसैनिक बलों को महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात किया जा रहा है।
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क्या होती है ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी-
आपको बता दें कि ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी एक औपचारिक कार्यक्रम होता है जो किसी परियोजना की शुरुआत का प्रतीक होता है। यह आमतौर पर तब आयोजित किया जाता है जब परियोजना के लिए भूमि का अधिग्रहण कर लिया जाता है और निर्माण शुरू होने वाला होता है। इस अवसर पर, परियोजना से जुड़े महत्वपूर्ण लोगों, जैसे कि राजनेता, सरकारी अधिकारी, और निवेशक, भाषण देते हैं। इसके साथ ही परियोजना की भूमि का धार्मिक अनुष्ठान के साथ पूजन किया जाता है। साथ ही परियोजना का प्रतीकात्मक रूप से पहली खुदाई का कार्य किया जाता है। जिसके बाद परियोजना के लिए एक स्मारक पत्थर रखा जाता है। जिसे शिलान्यास कहा जाता है। यह परियोजना के बारे में लोगों को जागरूक करने और लोगों को इसके बारे में जानकारी देने का एक तरीका है।
ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का इतिहास-
आपको बता दें कि इससे पहले यूपी में 3 जीबीसी आयोजित की जा चुकी हैं। यह योगी सरकार का चौथा ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह है। इससे पहले योगी सरकार तीन ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी आयोजित कर चुकी है, जिसके माध्यम से प्रदेश में 2.10 लाख करोड़ से ज्यादा का निवेश धरातल पर उतारा गया था। उत्तर प्रदेश सरकार ने फरवरी-2018 में पहली बार यूपी इन्वेस्टर्स समिट का सफलतापूर्वक आयोजन किया था। समिट में 4.28 लाख करोड़ रुपए के 1,045 एमओयू पर हस्ताक्षर हुए थे। इसके बाद जुलाई-2018 में प्रथम ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह तथा जुलाई 2019 में दूसरा ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह आयोजित किया गया, जिसमें क्रमशः 61,792 करोड़ रुपए के निवेश वाली 81 परियोजनाओं तथा 67,202 करोड़ रुपए के निवेश वाली लगभग 290 परियोजनाओं का सफलतापूर्वक शुभारंभ किया गया। जून 2022 में, ग्राउंड-ब्रेकिंग समारोह के तीसरे संस्करण का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 80,000 करोड़ रुपए से अधिक के निवेश वाली 1,400 से अधिक परियोजनाओं का शुभारंभ किया गया।
सीनियर प्रोड्यूसर
Published : 18 February, 2024, 12:38 pm
Author Info : राष्ट्रीय पत्रकारिता या मेनस्ट्रीम मीडिया में 15 साल से अधिक वर्षों का अनुभव। साइंस से ग्रेजुएशन के बाद पत्रकारिता की ओर रुख किया। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया...