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लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे पर एक बार फिर लड़ाकू विमान गरजेंगे। ये तीसरी बार होगा जब इस एक्सप्रेसवे पर लड़ाकू विमानों की लैंडिंग होगी। छह और सात अप्रैल को वायुसेना के मिशन गगन शक्ति का अभ्यास होगा। जिसके तहत जगुआर, सुखोई, मिराज-2000 व मिग जैसे लड़ाकू विमान आगरा एक्सप्रेसवे की हवाई पट्टी पर टच डाउन करेंगे। इसके लिए प्रशासन स्तर से सारी तैयारियां कर ली गई हैं।
11 अप्रैल तक बंद रहेगा एक्सप्रेस वे का साढ़े तीन किमी हिस्सा-
उन्नाव के बांगरमऊ तहसील क्षेत्र के आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे की एयर स्ट्रिप पर तीसरी बार छह और सात अप्रैल को वायुसेना का मिशन गगन शक्ति अभियान का आगाज होगा। एक्सप्रेसवे की पट्टी पर जगुआर, सुखोई, मिराज-2000 व मिग जैसे लड़ाकू विमान गरजेंगे। लड़ाकू विमानों की सफल लैंडिंग को लेकर हवाई पट्टी पर साफ-सफाई एवं एक्सप्रेस वे के दोनों तरफ बैरिकेडिंग लगाने का काम युद्ध स्तर पर जारी है। इसके चलते 2 से 11 अप्रैल तक हवाई पट्टी के साढ़े तीन किलोमीटर क्षेत्र को ब्लॉक किया गया है।
तीसरी बार हो रहा अभ्यास-
आपको बता दें सबसे पहले वर्ष 2016 तथा दूसरी बार अक्टूबर वर्ष 2017 में इस हवाई पट्टी पर लड़ाकू विमानों की लैंडिंग का अभ्यास हुआ था। बुधवार को लखनऊ एयर बेस से पहुंचे शशांक, सुमित एस. सिंह व राकेश सिंह आदि सहित करीब तीन दर्जन वायु सेना के जवानों ने हवाई पट्टी को अपनी निगरानी में लिया। वायुसेना के जवान एयर स्ट्रिप पर पैनी नजर रखे हुए हैं। इसके साथ ही यूपीडा कर्मी भी हवाई पट्टी और उसके दोनों तरफ कंकड़-पत्थर आदि की सफाई करने और लोहे के कंटीले तारों को बांधने में जुटे हैं।
हवाई पट्टी पर आने जाने से लगी रोक-
बुधवार से ही हवाई पट्टी पर वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। लखनऊ की ओर से जाने वाले वाहन अंडरपास के निकट नसिरापुर के सामने से उतरकर सर्विस रोड के जरिए संडीला मार्ग अंडरपास के आगे फिर से एक्सप्रेसवे पर चढ़ रहे हैं। आगरा की ओर से जाने वाले वाहन संडीला मार्ग के पहले उतरकर सर्विस रोड के जरिए अंडरपास के निकट एक्सप्रेस वे पर चढ़ रहे हैं। जाम की स्थिति बनने पर जिला प्रशासन द्वारा वैकल्पिक रूट का भी निर्धारण कर दिया कर लिया गया है। ऐसी स्थिति में सभी वाहन अरौल कानपुर से उतरकर नानामऊ मार्ग से संडीला मार्ग अथवा लखनऊ मार्ग से निकाला जाएगा।
सुरक्षा के लिए अवास्क सिस्टम का किया जा रहा प्रयोग-
लड़ाकू विमानों को रोकने के लिए ब्रेक पैराशूट का प्रयोग किया जाएगा। हवाई पट्टी की सुरक्षा के लिए एयरबोर्न वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम (अवाक्स) का प्रयोग किया जा रहा है। यह सिस्टम आइएल-76 विमान में लगा हुआ है। इस सिस्टम से भूमि पर पड़ी हुई सुई तक को आसानी से खोजा जा सकता है।
इसके साथ ही हेलीकाप्टर से भी हवाई पट्टी पर नजर रखी जा रही है। वहीं सीसीटीवी कैमरों भी लगाए गए हैं। कैमरों से आसपास के क्षेत्र में निगरानी की जा रही है।
Baten UP Ki Desk
Published : 4 April, 2024, 2:53 pm
Author Info : Baten UP Ki