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यूपी में लागू होगा नया मॉडल बिल्डिंग बाईलाज, जानिए क्या होंगे इसके फायदे?
उत्तर प्रदेश में औद्योगिक प्राधिकरणों में जल्द ही नया मॉडल बिल्डिंग बाईलाज लागू होने जा रहा है। इस नए नियम के तहत औद्योगिक परियोजनाओं के लिए जमीन मिलने के ज्यादा अवसर प्रदान किए जाएंगे, साथ ही भवन निर्माताओं और आंवटियों को भी महत्वपूर्ण राहत मिलेगी। इसके जरिए ग्राउंड कवरेज रेशियो व फ्लोर एरिया रेशियो में बढ़ोतरी की जाएगी।
क्या हैं मुख्य बदलाव और उनके फायदे-
ग्राउंड कवरेज रेशियो में वृद्धि
औद्योगिक प्राधिकरणों में ग्राउंड कवरेज 40% से 60% तक बढ़ाने की योजना है।
इससे उद्यमियों को अपने प्रोजेक्ट्स के लिए ज्यादा जगह मिल सकेगी।
फ्लोर एरिया रेशियो (FAR) में वृद्धि:
फ्लोर एरिया रेशियो को 5 से 7 तक बढ़ाया जाएगा।
इससे बिल्डर अधिक मंजिलों का निर्माण कर सकेंगे, जिससे अधिक जगह का उपयोग हो सकेगा।
फ्लैटेड फैक्ट्री के लिए आसान नियम:
सभी प्राधिकरणों में फ्लैटेड फैक्ट्री की योजना लागू होगी।
खासकर गारमेंट उद्योगों और उन उद्योगों के लिए जहां भारी मशीनों की जरूरत नहीं होती है, ये योजनाएं बेहद लाभकारी होंगी।
सार्वजनिक उपयोगिता के लिए भूमि आवंटन में एकरूपता:
मिल्क बूथ, ग्रॉसरी आदि के लिए जमीन आवंटन के नियमों में एकरूपता लाई जाएगी।
इससे बची हुई जमीन का उपयोग अन्य सार्वजनिक उपयोगिता के लिए किया जा सकेगा।
प्रक्रिया और आगामी कदम-
औद्योगिक विकास विभाग ने मॉडल बिल्डिंग बाइलॉज का मसौदा तैयार कर लिया है और इस पर नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यूपीसीडा, यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण, यूपीडा व अन्य औद्योगिक प्राधिकरणों से राय मांगी है।
जल्द ही इस मसौदे को कैबिनेट से मंजूरी के लिए प्रस्तुत किया जाएगा।
विभिन्न प्राधिकरणों में एकरूपता लाने के लिए यह मॉडल बिल्डिंग बाइलॉज लागू किया जाएगा।
उद्यमियों को मिलेंगे जमीन मिलने के ज्यादा मौके-
इस बदलाव से निवेशकों और उद्यमियों को जहां जमीन मिलने के अधिक अवसर प्राप्त होंगे, वहीं भवन निर्माताओं और आंवटियों को भी राहत मिलेगी। इसके साथ ही औद्योगिक विकास को भी नई गति मिलेगी और रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे।