PM मोदी रूस हुए रवाना, आज राष्ट्रपति पुतिन से करेंगे मुलाकात, कल BRICS समिट में लेंगे हिस्सा56 मिनट पहलेभारत सरकार सिखाएगी डिजिटल अरेस्ट से बचने के तरीके, स्टूडेंट्स, कर्मचारियों-अधिकारियों को भी दी जाएगी साइबर सुरक्षा की ट्रेनिंग56 मिनट पहलेसीएम योगी आज डायबिटिक सेंटर समेत कई परियोजनाओं की देंगे सौगात, SGPGI लखनऊ में 4 नई परियोजनाओं का करेंगे शुभारंभ55 मिनट पहलेमिल्कीपुर उपचुनाव मामले में बढ़ी सरगर्मी, लखनऊ में गोरखनाथ बाबा ने CM योगी से की मुलाकात55 मिनट पहलेअमेरिका को हथियार बेचने वाला पहला राज्य होगा यूपी, 100 साल बाद यहां से फिर निकलेगी 1.1 KG वजनी वेब्ले-455 रिवॉल्वर55 मिनट पहलेयूपी के बिजली उपभोक्ताओं के लिए खुशखबरी, नया कनेक्शन लेना या फिर से जुड़वाना हुआ सस्ता, 18 प्रतिशत घटीं दरें54 मिनट पहलेभारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट से भी बाहर हुए केन विलियम्सन, सीरीज में 1-0 से आगे है कीवी टीम54 मिनट पहलेयूपी आंगनवाड़ी में 497 पदों पर भर्ती निकली, 12वीं पास को मौका, 35 साल है एज लिमिट54 मिनट पहलेथर्मल पावर कॉपरेशन में निकली भर्ती, 40 हजार रुपये वेतन के साथ मिलेगी आवास और अन्य सुविधाएं53 मिनट पहलेयूपीएससी सीडीएस का अंतिम परिणाम जारी, अंतिम चयन सूची में 237 अभ्यर्थियों के नाम52 मिनट पहले
यूपी में लागू होगा नया मॉडल बिल्डिंग बाईलाज, जानिए क्या होंगे इसके फायदे?
उत्तर प्रदेश में औद्योगिक प्राधिकरणों में जल्द ही नया मॉडल बिल्डिंग बाईलाज लागू होने जा रहा है। इस नए नियम के तहत औद्योगिक परियोजनाओं के लिए जमीन मिलने के ज्यादा अवसर प्रदान किए जाएंगे, साथ ही भवन निर्माताओं और आंवटियों को भी महत्वपूर्ण राहत मिलेगी। इसके जरिए ग्राउंड कवरेज रेशियो व फ्लोर एरिया रेशियो में बढ़ोतरी की जाएगी।
क्या हैं मुख्य बदलाव और उनके फायदे-
ग्राउंड कवरेज रेशियो में वृद्धि
औद्योगिक प्राधिकरणों में ग्राउंड कवरेज 40% से 60% तक बढ़ाने की योजना है।
इससे उद्यमियों को अपने प्रोजेक्ट्स के लिए ज्यादा जगह मिल सकेगी।
फ्लोर एरिया रेशियो (FAR) में वृद्धि:
फ्लोर एरिया रेशियो को 5 से 7 तक बढ़ाया जाएगा।
इससे बिल्डर अधिक मंजिलों का निर्माण कर सकेंगे, जिससे अधिक जगह का उपयोग हो सकेगा।
फ्लैटेड फैक्ट्री के लिए आसान नियम:
सभी प्राधिकरणों में फ्लैटेड फैक्ट्री की योजना लागू होगी।
खासकर गारमेंट उद्योगों और उन उद्योगों के लिए जहां भारी मशीनों की जरूरत नहीं होती है, ये योजनाएं बेहद लाभकारी होंगी।
सार्वजनिक उपयोगिता के लिए भूमि आवंटन में एकरूपता:
मिल्क बूथ, ग्रॉसरी आदि के लिए जमीन आवंटन के नियमों में एकरूपता लाई जाएगी।
इससे बची हुई जमीन का उपयोग अन्य सार्वजनिक उपयोगिता के लिए किया जा सकेगा।
प्रक्रिया और आगामी कदम-
औद्योगिक विकास विभाग ने मॉडल बिल्डिंग बाइलॉज का मसौदा तैयार कर लिया है और इस पर नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यूपीसीडा, यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण, यूपीडा व अन्य औद्योगिक प्राधिकरणों से राय मांगी है।
जल्द ही इस मसौदे को कैबिनेट से मंजूरी के लिए प्रस्तुत किया जाएगा।
विभिन्न प्राधिकरणों में एकरूपता लाने के लिए यह मॉडल बिल्डिंग बाइलॉज लागू किया जाएगा।
उद्यमियों को मिलेंगे जमीन मिलने के ज्यादा मौके-
इस बदलाव से निवेशकों और उद्यमियों को जहां जमीन मिलने के अधिक अवसर प्राप्त होंगे, वहीं भवन निर्माताओं और आंवटियों को भी राहत मिलेगी। इसके साथ ही औद्योगिक विकास को भी नई गति मिलेगी और रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे।