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QS World University Ranking में  कानपुर IIT को मिला ये स्थान

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ग्लोबल हायर एजुकेशन एनालिस्ट क्वाक्यूरेली साइमंड्स ने क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग सस्टेनेबिलिटी 2024 का दूसरा एडिशन पब्लिश किया है।  इस रैंकिंग में 56 भारतीय विश्वविद्यालयों को भी स्थान प्राप्त हुआ है। इन यूनिवर्सिटीज ने पर्यावरण और जलवायु रणनीति के कार्यान्वयन, पर्यावरण और जलवायु से सम्बंधित क्षेत्रों में हाई क्वालिटी वाली एजुकेशन प्रदान करने के साथ ही कई क्षेत्रों में सराहनीय प्रदर्शन किया है। इसमें उत्तर प्रदेश के आइआइटी कानपुर को देश में टॉप 20 में स्थान प्राप्त हुआ है। आइये समझते हैं कि भारत में कितने शिक्षण संस्थान को इस लिस्ट में स्थान प्राप्त हुआ है, साथ ही विदेशी यूनिवर्सिटी किस नंबर पर है। 

कानपुर IIT प्राशासन की बढ़ई चिंता-

क्यूएस की ओर से जारी सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग में आईआईटी कानपुर को देश में 11वां स्थान प्राप्त हुआ है। वहीं विश्व में आईआईटी कानपुर 522 वे स्थान पर है। हालांकि पिछले साल के मुकाबले आईआईटी कानपुर की रैंक निचले स्तर पर पहुंच गई है जो आईआईटी प्रशासन के लिए चिंता का विषय है। साल 2023 में जारी हुई रैंकिंग में संस्थान को पांचवां स्थान प्राप्त हुआ था वहीं विश्व में उसे 451 से 500 रैंक के बीच रखा गया था।

टोरंटो विश्वविद्यालय को मिला विश्व में पहला स्थान-

अन्य संस्थानों की बात करें तो क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग में 56 भारतीय विश्वविद्यालयों ने जगह बनाई है और इसमें दिल्ली यूनिवर्सिटी टॉप पर है, जबकि विश्व में उसे 220 वां स्थान मिला है। दिल्ली यूनिवर्सिटी के बाद भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) बॉम्बे और मद्रास है। ओवरआल टोरंटो विश्वविद्यालय ने इस लिस्ट में पहली रैंक हासिल की है। दूसरे नंबर पर कैलिफ़ोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले (यूसीबी) है जबकि मैनचेस्टर विश्वविद्यालय को तीसरा स्थान मिला है। 

95 देशों के 1,397 संस्थानों ने लिया हिस्सा-

क्यूएस (Quacquarelli Symonds) हर वर्ष दुनिया के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों की रैंकिंग जारी करता है। क्यूएस ने वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग और एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग के बाद हाल ही में सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग 2024 जारी की है। यह मुख्य रूप से एनवायरमेंट रैंक, सोशल इम्पैक्ट रैंक और गवर्नेंस रैंक के आधार पर जारी की जाती है। इसमें देखा गया कि विश्वविद्यालय दुनिया की सबसे गंभीर वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए कैसे कार्य कर रहे हैं। क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग सस्टेनेबिलिटी 2024’ में इस बार 95 देशों के 1,397 संस्थान शामिल हैं जोकि पिछले साल के प्रायोगिक संस्करण की संख्या से दोगुने से भी अधिक हैं। कानपुर को एनवायरमेंट रैंक में 522वां स्थान, सोशल इंपैक्ट रैंक में 586वां स्थान और गवर्नेंस बैंक में 495वां स्थान मिला है।

शून्य उत्सर्जन में भारतीय विश्वविद्यालय की भूमिका महत्वपूर्ण-

क्यूएस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष बेन सोटर ने कहा कि ‘भारत दुनिया के सबसे बड़े कार्बन डाईऑक्साइड उत्सर्जन में से एक के रूप में एक बड़ी चुनौती का सामना कर रहा है। वर्ष 2070 तक शुद्ध शून्य उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल करने की अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए अहम ज़िम्मेदारी उठा रहा है। इस लक्ष्य को पूरा करने में भारतीय विश्वविद्यालयों की महत्वपूर्ण भूमिका है क्योंकि उनकी संख्या में विस्तार और गुणवत्ता में सुधार जारी है।’

 

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