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राम मंदिर में विराजित होंगी सोने की चरण पादुकाएं, बनाने में 1 किलो सोना और 7 किलो लगी है चांदी

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राम नगरी अयोध्या में 22 जनवरी को भगवान श्रीराम के मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद  उनकी चरण पादुकाएं भी रखी जाएंगी। ये चरण पादुकाएं एक किलो सोने और और सात किलो चांदी से तैयार की गई हैं। इनको कहां बनाया गया किसने तैयार किया कितना समय लगा...सब कुछ विस्तार से... 

इन्होंने तैयार की हैं चरण पादुकाएं-

अयोध्या राम मंदिर में विराजित होंगी सोने की चरण पादुकाएं हैदराबाद के श्रीचल्ला श्रीनिवास शास्त्री ने बनाई हैं। भगवान श्रीराम की ये चरण पादुकाएं फिलहाल देशाटन पर हैं। इसी सिलसिले में रविवार को इनको रामेश्वरधाम से अहमदाबाद लाया गया है। यहां से सोमनाथ ज्योतिर्लिंग धाम द्वारकाधीश नगरी और इसके बाद बद्रीनाथ धाम ले जाई जाएंगी। प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव से पहले 19 जनवरी को अयोध्या पहुंचेंगी। आपको बता दें कि श्रीचल्ला श्रीनिवास इन पादुकाओं को हाथ में  लेकर अयोध्या में निर्माणाधीन मंदिर की 41 दिन की परिक्रमा भी कर चुके हैं। 

कितना तैयार हुआ राममंदिर-

वहीं अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर का फर्स्ट फ्लोर का काम लगभग 80% बनकर तैयार हो चुका है। अब पत्थर के फर्श की घिसाई और पिलर्स के खंभों को कलाकार  अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं। दिसंबर के आखिर तक फिनिशिंग और फर्स्ट फ्लोर का निर्माण पूरा करने का दावा राम मंदिर ट्रस्ट कर रहा है। समय पर निर्माण पूरे कराने के लिए राम मंदिर परिसर में मजदूरों की संख्या को  3200 से बढ़ाकर 3500 कर दिया गया है। 

मंदिर परिसर में रोकी गई VVIP विजिट-

आपको बता दें कि राम मंदिर निर्माण स्थल पर VVIP के आवागमन  पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। इस बारे में ट्रस्ट का कहना है कि इसका फैसला मंदिर निर्माण की गति को बिना अवरोध लगातार जारी रखने के लिए किया गया है। एलएंडटी और टीएसी के इंजीनियर्स की देखरेख में आठ-आठ घंटे के 3 शिफ्टों में मंदिर निर्माण का काम लगातार चल रहा है। ट्रस्ट मंदिर निर्माण के कार्य को समय रहते पूरा कराने के लिए किसी भी तरह का कोई रिस्क नहीं लेना चाहता है। मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की डेट तय हो जाने के चलते सारे कामों को जल्दी से जल्दी निबटाने के प्रयास किए जा रहे हैं।  

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