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पहली बार यूपी के दो शहरों को मिला स्वच्छता के लिए सर्वोच्च पुरस्कार

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(Special Story) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वच्छता की मुहिम देशभर में रंग ला रही है। देशभर के स्वच्छ शहरों के स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 का रिजल्ट आज जारी किया गया। इसमें एक लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में जहां सातवीं बार इंदौर पहले स्थान पर काबिज रहा वहीं सूरत को भी संयुक्त रूप से पहला स्थान मिला है। जबकि सीएम योगी के कुशल नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने भी स्वच्छ प्रदेश के रूप में पहचान बनाई है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में यूपी को विभिन्न पुरस्कार श्रेणियों में सम्मानित किया गया है। इनमें जहां वाराणसी और प्रयागराज को स्वच्छ गंगा टाउन श्रेणी में सर्वोच्च पुरस्कार प्रदान किया गया है। वहीं यूपी के 3 शहरों को क्लीन सिटी नार्थ जोन का पुरस्कार भी मिला है। 

यूपी के दो शहरों को स्वच्छता में समर्पण के लिए पुरस्कार-

नई दिल्ली के भारत मंडपम ने आयोजित कार्यक्रम में भारत सरकार के आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय ने स्वच्छता पर स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 के राष्ट्रीय पुरस्कारों की घोषणा की। इसमें प्रदेश के नगर विकास मंत्री ए के शर्मा ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों से पुरस्कार ग्रहण किया। स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में प्रदेश के वाराणसी और प्रयागराज को स्वच्छ गंगा शहर के रूप में क्रमश: पहला और दूसरा स्थान मिला। इन दोनों शहरों को स्वच्छता में उनके समर्पण के लिए राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वाराणसी को थ्री स्टार गार्ब्रेज फ्री सिटी रेटिंग तथा प्रयागराज को वाटर प्लस सिटी का दर्जा भी मिला है। 

यूपी के 3 शहरों को क्लीन सिटी नार्थ जोन का पुरस्कार- 

आपको बता दें कि इसके अलावा देश में जोनल स्तर पर उत्तर भारत क्षेत्र में यूपी के तीन शहरों को क्लीन सिटी नार्थ जोन का भी पुरस्कार मिला। इनमें बरवर, अनूपशहर और गजरौला शामिल हैं। एक लाख से 10 लाख तक की आबादी में क्लीन सिटी का राज्य स्तरीय पुरस्कार नोएडा को मिला। 

यूपी के 65 शहर कचरा मुक्त-

इसके साथ ही जीएफसी और ओडीएफ परिणाम भी घोषित किए हैं, जिसमें इस वर्ष यूपी में 65 शहरों को कचरा मुक्त शहर के रूप में प्रमाणित किया गया है। जबकि वर्ष 2021 में केवल 5 शहर ही कचरामुक्त घोषित किए गए थे। यूपी ने 2 सालों में 13 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की है। जीएफसी शहरों में वन स्टार के 56, थ्री स्टार के 08 और फाइव स्टार का एक शहर शामिल हैं। यूपी इस वर्ष अनेक और कचरा मुक्त शहरों का प्रमाणन हासिल करने का लक्ष्य बना रहा है। 

यूपी के सभी शहर ओडीएफ हुए-

इसके साथ ही इस वर्ष यूपी के सभी शहर ओडीएफ यानी खुले में सौंच मुक्त हो गए हैं। ओडीएफ की विभिन्न श्रेणी में 02 यूएलबी ने पहली बार वाटर प्लस प्रमाणन हासिल किया है। ओडीएफ की अन्य श्रेणी में 129 यूएलबी को ओडीएफ++ के रूप में प्रमाणित किया गया है। 435 यूएलबीएस को ओडीएफ+ के रूप में प्रमाणित किया गया है। इन सब श्रेणियों को मिलाकर यूपी के सभी शहर अब ओडीएफ हो गए हैं। 

अगले साल और बेहतर प्रदर्शन का वादा-

राष्ट्रपति के हाथों से राष्ट्रीय पुरस्कार लेने के बाद यूपी के नगर विकास मंत्री ए के शर्मा ने कहा कि यूपी ने एक इतिहास रच दिया है, क्योंकि यह पहली बार है कि प्रदेश के दो प्रमुख शहरों को राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। इतना ही नहीं, राष्ट्रीय पुरस्कार पाने वाले 13 शहरों में से 2 यूपी के ही हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के आशीर्वाद और सीएम योगी के मार्गदर्शन में हमने यूपी के शहरी प्रबंधन में बहुत बड़ा बदलाव लाया है। हम अगले साल और भी बेहतर प्रदर्शन करेंगे। 

देश के सबसे स्वच्छ 10 शहरों की सूची- 

एक लाख से अधिक आबादी वाले देश के सबसे स्वच्छ 10 शहरों पर आइए डालते हैं एक नज़र..

 

 

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