बड़ी खबरें

पंजाब उपचुनाव में AAP 3, कांग्रेस एक सीट जीती:बरनाला में बागी की वजह से आप जीत से चूकी, 2 कांग्रेसी सांसदों की पत्नियां हारीं 18 घंटे पहले भाजपा ने कोंकण-विदर्भ में ताकत बढ़ाई, शरद पवार के गढ़ में भी लगाई सेंध 17 घंटे पहले बीजेपी दफ्तर पहुंचे पीएम मोदी, पार्टी नेताओं ने किया जोरदार स्वागत 11 घंटे पहले कांग्रेस 63 से 15, बीजेपी 79 से 133 पहुंची:महाराष्ट्र चुनाव में किनारे लगे उद्धव और शरद 11 घंटे पहले 15 राज्यों की 46 विधानसभा, 2 लोकसभा के नतीजे:वायनाड में प्रियंका 4 लाख+ वोटों से जीतीं; MP में मंत्री हारे, यूपी की 9 में 7 पर भाजपा गठबंधन जीता 11 घंटे पहले झारखंड में फिर से हेमंत सरकार:56 सीटों पर धमाकेदार जीत; हेमंत बोले- I.N.D.I.A. का परफॉर्मेंस अच्छा, रांची में पोस्टर- शेरदिल सोरेन फिर आया 11 घंटे पहले 33 साल बाद कटेहरी में खिला कमल:धर्मराज निषाद ने 34 हजार वोटों से शोभावती को हराया 11 घंटे पहले

गोरखपुर में बोले CM योगी- सनातन ही धर्म, बाकी सब संप्रदाय व उपासना पद्धति

Blog Image

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि धर्म एक ही है, वह है "सनातन धर्म"। बाकी सब संप्रदाय और उपासना पद्धति हैं। सनातन धर्म मानवता का धर्म है। यदि सनातन धर्म पर आघात होगा तो विश्व की मानवता पर संकट आ जाएगा। सीएम योगी गोरखनाथ मंदिर में युगपुरुष ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ की 54वीं एवं राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की 9वीं पुण्यतिथि समारोह के उपलक्ष्य में आयोजित सप्तदिवसीय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञानयज्ञ में अंतिम दिन सोमवार शाम विश्राम सत्र को संबोधित कर रहे थे।

भारत में जन्म लेने पर करनी चाहिए गौरव की अनुभूति- 

मंदिर के दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार में उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत का सार समझने के लिए विचार में संकीर्णता नहीं होनी चाहिए। संकुचित सोच वाले विराटता का दर्शन नहीं कर सकते। सीएम योगी ने कहा कि इस कथा ज्ञान यज्ञ में सातों दिन पूरी तन्मयता  के साथ आप सभी ने कथा का श्रवण किया। यह निश्चित ही जीवन में कुछ अच्छे परिवर्तन का कारण बनेगा। भागवत कथा तो अपरिमित है। इसे दिन या घंटों में बांधा नहीं जा सकता है। यह कथा सनातन रूप से प्रवाहित होती रहेगी और हम सभी श्रद्धालु भागवत रस का जीवन में पान करते रहे हैं। गोरक्षपीठाधीश्वर ने कहा कि सभी भारतवासियों को गौरव की अनुभूति करनी चाहिए कि हमे भारत में जन्म मिला है। क्योंकि, भारत में जन्म लेना दुर्लभ है। और, उसमें भी मनुष्य का शरीर पाना और भी दुर्लभ है।

अन्य ख़बरें

संबंधित खबरें