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डॉ भीमराव अंबेडकर की 67वें परिनिर्वाण दिवस पर सीएम योगी और बसपा सुप्रीमों ने अर्पित की श्रद्धांजलि

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उत्तर प्रदेश के सीएम योगी ने आज डा. भीमराव अंबेडकर की 67वें परिनिर्वाण दिवस पर लखनऊ के विधानसभा मार्ग पर स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। इस दौरान सीएम योगी के साथ डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और भाजपा पदाधिकारी भी मौजूद रहे। हांलाकि इससे पहले उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर आधुनिक भारत के निर्माण में उनके योगदान को याद करते हुए लिखा कि बाबा साहब के सभी कार्य अंत्योदय को समर्पित रहे। 

सोशल मीडिया एक्स पर भेजा संदेश-

उन्होंने लिखा कि आधुनिक भारत के निर्माण में अविस्मरणीय योगदान देने वाले बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर का पूरा जीवन लोकतंत्र की जीवंत पाठशाला है। संविधान शिल्पी, 'भारत रत्न' बाबा साहब का हर कार्य, हर निर्णय 'अंत्योदय' को समर्पित था। ऐसे हुतात्मा को उनके महापरिनिर्वाण दिवस पर विनम्र श्रद्धांजलि!

बसपा सुप्रीमों ने अर्पित की श्रद्धाजंलि-

वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी डा. भीमराव अंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि लगभग 140 करोड़ की आबादी वाले भारत के गरीबों, मजदूरों, दलितों, आदिवासियों, अति पिछड़ों सहित उपेक्षित बहुजनों के मसीहा डॉ. अंबेडकर श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं। लेकिन, देश के 81 करोड़ से अधिक गरीब लोगों को पेट पालने के लिए सरकारी अन्न को मोहताज होना होगा, ऐसी दुर्दशा आजादी का सपना नहीं था। बाबा साहेब डॉ. अंबेडकर भी संविधान बनाते समय यह सोचे नहीं थे।

देश में रोटी-रोजी के अभाव और महंगाई के कारण आमदनी अठन्नी भी नहीं, पर खर्चा रुपया हो गया है। इसके कारण गरीब, मजदूर, छोटे व्यापारी, किसान, मध्यम वर्ग सहित सभी मेहनतकश समाज की हालत त्रस्त है। यह चिंतनीय है। संविधान को सही से लागू करके इनकी हालत अब तक काफी संवर जानी चाहिए थी।

 

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