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लखनऊ की अकबरनगर बस्ती में एकबार फिर से बुलडोजर एक्शन चालू है। 3 बुलडोजर 77 दुकानों को ध्वस्त करने में जुटे हुए हैं। मौके पर LDA, नगर निगम और भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। इस बुलडोजर एक्शन की वजह से आसपास के इलाके में लंबा जाम लग रहा है। आखिर क्यों हो रही है बुलडोजर की कार्रवाई और इससे आमजन भी परेशान हो रहे हैं आइए विस्तार से जानते हैं।
यहां से ट्रैफिक किया गया डायवर्ड-
अयोध्या रोड पर कुकरैल नाले के पास बैरिकेडिंग कर दी गई है। ऐसे में उधर से बादशाह नगर या निशातगंज जाने वाले लोगों को अब बंधे के किनारे से जाना पड़ रहा है। या उधर से आने वाले लोगों को भी बंधे के किनारे से डायवर्ड कर फिर से मेन रोड पर लाया जा रहा है। लेकिन इस डायवर्ज के चलते ही लंबा जाम लग रहा है। गाड़ियां मानों रेंग कर चल रही हैं। महज 50 मीटर की दूरी तय करने में 30-40 मिनट का समय लग रहा है। इसके अलावा निशातगंज के आसपास के इलाकों में इसी के चलते जाम लगा हुआ है। इसलिए बेहतर होगा कि आज के दिन इन रास्तों पर जाने से बचें...
कहां-कहां है जाम-
क्यों लगा है जाम-
आपको बता दें कि लखनऊ की अकबरनगर बस्ती में एकबार फिर से बुलडोजर एक्शन जारी है। एलडीए अपनी जमीनों को खाली करा रहा है जिन पर लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा है। हालांकि लोग इस कार्रवाई से खासे नाराज हैं। लोग अपने घर और दुकानें टूटती देख गुस्से में हैं। लोग अपनी दुनकानों से सामान निकाल रहे हैं। हालांकि इसमें वहां मौजूद कर्मचारी भी लोगों की मदद कर रहे हैं। जिनकी दुकानें टूट रही हैं उनका कहना है कि उन्होंने दुकानें टूटने के आदेश के आने के बाद से बिजली भी यूज नहीं की है फिर भी उनको बिजली का बिल थमाया जा रहा है।
कितनी दुकानें तोड़ी जानी हैं-
इस बुलडोजर एक्शन में 24 दुकान-कॉम्प्लैक्स टूटे चुके हैं जबकि 77 दुकानें और टूटनी हैं।अकबरनगर में LDA ने करीब 24 कॉम्प्लैक्स और दुकानें गिरा दी हैं। लेकिन, अभी 77 दुकानों को और तोड़ना है। जिन पर आज 3 बुलडोजर चल रहे हैं। कुछ लोग अपनी दुकान खुद खाली कर रहे हैं। उनकी मदद LDA भी कर रहा है।
आखिर क्यों तोड़ी जा रही हैं दुकानें-
नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह के मुताबिक गांव महानगर रहीमनगर की खसरा संख्या-746 क्षेत्रफल 0.696, खसरा संख्या-739 क्षेत्रफल 0.215 व खसर संख्या-777 क्षेत्रफल 0.556 हेक्टेअर जो राजस्व अभिलेखों में नगर निगम की संपत्ति है। यहां अवैध तरीके से 5087 वर्गमीटर में दुकानें बना ली गई थीं। दुकानें मुख्य मार्ग के दोनों तरफ थीं। अब यह जमीन नगर निगम को मिल गई है। मौजूदा समय इसकी कीमत करीब 100 करोड़ रुपए से ज्यादा की बताई जा रही है। इसीलिए इन अवैध दुकानों को तोड़ा जा रहा है।
Baten UP Ki Desk
Published : 5 March, 2024, 3:35 pm
Author Info : Baten UP Ki