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भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में एक बार फिर दोपोत्सव कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने के लिए सारी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं। दीपोत्सव को ऐतिहासिक बनाने के लिए जय श्रीराम के उद्घोष के साथ राम की पैड़ी और चौधरी चरण सिंह के 51 घाटों पर दीयों को सजाने का काम शुरू हो गया है। 11 नवंबर को अयोध्या में 21 लाख दीपक जलाकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया जाएगा। इसके लिए 25 हजार से ज्यादा वॉलंटियर्स 24 लाख दीयों को सजाने के काम में जुट गए हैं।
एक बार फिर बनेगा विश्व रिकॉर्ड-
डॉ राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल ने बताया कि इस बार भी दीपोत्सव को भव्य बनाया जाएगा। जिससे दीपोत्सव में एक बार फिर विश्व हम विश्व रिकॉर्ड बना सकें। बुधवार देर शाम तक सभी घाटों पर 60 से 70 प्रतिशत दीयों को पर्यवेक्षकों, घाट प्रभारी, घाट समन्वयकों की निगरानी में बिछाया गया। इसके साथ ही आज भी दीए बिछाने का काम जारी है।
पहचान पत्र के साथ ही प्रवेश-
विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा दीपोत्सव को अलौकिक बनाने के लिए खास तैयारियां की हैं। सभी समन्वयकों और वॉलंटियर्स को दीयों, बाती, कैंडल और अन्य सामग्री को इकट्ठा किया जा रहा है। दीपोत्सव से संबंधित जिम्मेदारी निभाने वाले पदाधिकारियों का प्रवेश ही दीपोत्सव स्थल पर होगा। विश्वविद्यालय और जिला प्रशासन द्वारा जारी किए गए पहचान-पत्र के साथ ही दीपोत्सव स्थल पर वॉलंटियर्स और अन्य का प्रवेश होगा। वॉलंटियर्स द्वारा दीयों को जलाने के लिए 2.5 फीट का और 16 x16 दीयों (256) के ब्लॉक के लिए 4.50 x 4.50 वर्ग फीट का स्पेस निर्धारित किया गया है। इसी तरह 14x14 का भी ब्लॉक बनाया गया है। इन्हीं ब्लॉकों के दीयों को वॉलंटियर्स द्वारा जलाया जाएगा।
गिनीज बुक की टीम करेगी दीयों की गिनती-
आपको बता दें कि दीयों की साइज 24 एमएल की होगी। इसमें 25 से 30 एमएल सरसों का तेल वॉलंटियर्स द्वारा डाला जाएगा। आज वॉलंटियर्स द्वारा घाट प्रभारी की देखरेख में सभी घाटों पर दीयों को बिछाने का काम पूरा कर लिया जाएगा। वहीं 10 नवंबर को दीयों के सजाने और लक्ष्य पाने के बाद घाटों की साफ-सफाई और गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम द्वारा दीयों की गिनती की जाएगी।
Baten UP Ki Desk
Published : 9 November, 2023, 12:00 pm
Author Info : Baten UP Ki