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दस दिनों बाद बेटी को मिली खो हुई मां, सच्चाई जानकर लोगों के उड़े होश

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उत्तर प्रदेश की ताजनगरी आगरा से एक बेहद हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जिसमें एक महिला करीब दस दिनों से सड़कों और बस स्टेशनों पर घूम रही है। कई बार लोग ने उसे देखकर उसका हाल जानने की कोशिश की, लेकिन उसने किसी को भी अपने आस पास नहीं भटकने दिया। जब भी कोई उसके पास उसका हाल जानने आता था तो वह उस पर चिल्लाने लगती थी। उससे गाली- गलौज करने लगती थी, लेकिन फिर जब उसके घरवालों ने उसकी सच्चाई बताई तो सभी के होश उड़ गए। वह कोई साधारण महिला नहीं थी बल्कि वह एक पेशकार है। जिसके पति कुछ सालों पहले मौत हो गई थी। पति के मौत के गम में वह इतना टूट गई कि उसने सड़को पर भटकना शुरु कर दिया। लेकिन आखिर कैसे हुआ ये आइये जानतें हैं।

 10 दिनों सड़को और बस स्टेशन पर रह रही थी महिला-

दरअसल, महिला पिछले 10 दिनों से रोडवेज कर्मचारियों के लिए परेशानी बनी थी। वह आगरा के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित अंतरराज्यीय बस टर्मिनल पर बैग, अटैची और गैस सिलेंडर के साथ स्टेशन पर ही रह रही थी। रात में अपने बैगों के बीच ही चादर में सो रही थी। पूछताछ करने पर भड़क जाती थी। स्टेशन के सह प्रभारी चंद्रहंस ने बताया कि कई बार रोडवेज कर्मियों ने पूछताछ करने कोशिश की। मगर वह किसी को पास नहीं फटकने दे रही थीं। किसी तरह रोडवेज कर्मियों ने महिला के मोबाइल से उसकी बेटी का नंबर निकाला। इसके बाद उसे महिला के बारे में सूचना दी गई।

बेटी को देख लगे लगाकर रो लगी महिला-

फिर जब शनिवार को दिल्ली में रहने वाली महिला की बेटी और दामाद आगरा पहुंचे। यहां बेटी को देखते ही महिला उससे लिपट गई। महिला की बेटी सोनी ने बताया कि महिला उसकी मां कामना सिंह हैं। वह बरेली के एक कोर्ट में बतौर पेशकार नौकरी करती हैं। साल 2007 में सोनी के पिता की मौत होने के बाद उन्हें यह नौकरी मिली थी। महिला के दो बेटे भी हैं। जिनसे झगड़ा चल रहा है। सोनी ने बताया कि चार-पांच साल नौकरी के बाद मां दिमागी रूप से परेशान रहने लगीं तो उनका इलाज कराया गया।

बेटी ने सभी कर्मचारियों को किया धन्यवाद-

सोनी का कहना है कि उसकी मां कामना सिंह जब तक दवाएं समय से लेती हैं। तब तक उनकी हालत ठीक रहती है। दवा का असर खत्म होते ही उनका व्यवहार बदल जाता है। वह कुछ दिन पहले बरेली स्थित घर से अचानक गायब हो गई थी। दोनों भाई और वह स्वयं उन्हें ढूंढ रही थीं। रोडवेज कर्मचारियों से बात होने के बाद शनिवार शाम बेटी-दामाद आगरा के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित अंतरराज्यीय बस टर्मिनल पर पहुंचे। इस दौरान भी महिला घर जाने को तैयार नहीं थी। बाद में बेटी के समझाने पर वह उनके साथ गईं। इस दौरान सोनी ने रोडवेज कर्मचारियों का धन्यवाद किया।

 

 

 

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