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राम मंदिर निर्माण के बाद अयोध्या को एक नई दिशा देने के लिए 14 प्रस्तावों पर लगी मुहर

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भगवान राम लला की नगरी में हो रही सीएम योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट बैठक में 14 अहम प्रस्तावों को मंजूरी मिली है। इस बैठक में सीएम योगी सहित यूपी के कई नेता भी मौजूद रहे। इस दौरान बैठक में यूपी के कई अहम विचारों पर चर्चा की गई। जिसमें से 14 प्रस्तावों को मंजूरी मिली है। दरअसल, अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बाद प्रदेश सरकार अयोध्या को एक आधुनिक और विकसित शहर बनाने के लिए कई योजनाएं लागू की जा रही हैं।

14 प्रस्तावों को मिली मंजूरी-

बता दे कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बाद सीएम योगी की कैबिनेट बैठक में आज अयोध्या के विकास को एक नई दिशा देने के लिए कई प्रस्तावों को मंजूरी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई विषयों पर चर्चा करते हुए कहा कि आज उत्तर प्रदेश के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ा है। यूपी सरकार की पूरी कैबिनेट अयोध्या धाम आई है। आज इस कैबिनेट बैठक में 14 महत्वपूर्ण प्रस्ताव लाए गए।

पहला प्रस्ताव उत्तर प्रदेश में अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण की स्थापना का था। हमने राज्य स्तर पर इस प्राधिकरण को बनाने का निर्णय लिया है। अयोध्या तीर्थ क्षेत्र विकास परिषद के गठन को मंजूरी दी है। जिसमें सबसे महत्वपूर्ण प्रस्ताव श्रीराम जन्मभूमि परिसर के विकास और राम मंदिर निर्माण का है, इसमें 1,500 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी दी गई है। इस योजना के तहत, श्रीराम जन्मभूमि परिसर में एक भव्य मंदिर, एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का संग्रहालय, एक पुस्तकालय और एक म्यूजिकल फाउंटेन बनाया जाएगा। इसके अलावा, राम मंदिर के आसपास की सड़कों का चौड़ीकरण और सौंदर्यीकरण भी किया जाएगा।  

14 प्रस्तावों को मिली मंजूरी-

सबसे महत्वपूर्ण प्रस्ताव श्रीराम जन्मभूमि परिसर के विकास और राम मंदिर निर्माण के लिए 1,500 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी दी गई है। इसके बाद सीएम योगी ने इनलैंड वाटर वे प्राधिकरण के गठन को मंजूरी दी है। यह प्राधिकरण उत्तर प्रदेश के अंतर्देशीय जलमार्गों के विकास और प्रबंधन के लिए जिम्मेदार होगा। अयोध्या शोध संस्थान को अंतराष्ट्रीय रामायण वैदिक शोध संस्थान के रूप मे विस्तारित करके स्थापित करने को मंजूरी। साथ ही मुज़फ्फरनगर मे 'शुक तीर्थ विकास परिषद' के गठन को मंजूरी दी। अयोध्या के मांझा जमथरा मे 25 एकड़ भूमि पर मंदिर म्यूजियम के निर्माण हेतु प्रस्ताव पास अयोध्या शोध संस्थान को अंतराष्ट्रीय रामायण वैदिक शोध संस्थान के रूप मे विस्तारित करके स्थापित करने का प्रस्ताव मंजूर किया।

इन सब के साथ साथ सीएम योगी ने हाथरस में दाऊजी लक्खी मेला को प्रांतिकरण करने का निर्णय भी लिया है। इसके साथ ही अयोध्या के सभी मेलो को प्रांतीय करण करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी। बुलंदशहर मे गंगा मेला का प्रांतीय करण व वाराणसी मे देव दीपावली आयोजन का प्रांतीय करण करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी, प्रदेश में महिला स्वयंसेवी समूहों को उनके ही ब्लॉक मे प्लांट लगाने के संबंध मे प्रस्ताव को मंजूर किया जिससे वातावरण सुरक्षित बना रहे। इसके बाद सीएम योगी ने ड्रोन पॉलिसी को मंजूरी दी। इतना ही नही उन्होंने राज्य स्तर पर नई नियमावली लागू करने के संबंध में भी प्रस्तावों को मंजूरी दी। 

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