उत्तर प्रदेश में उम्र का शतक पार कर चुके मतदाताओं में 62 प्रतिशत महिलाएं हैं, जो एक महत्वपूर्ण सांख्यिकीय तथ्य है। प्रदेश में सबसे ज्यादा उम्रदराज मतदाता बलिया जिले में हैं। इसके बाद आजमगढ़, कुशीनगर और लखीमपुर खीरी जैसे जिले शामिल हैं। यहां जानिए इन उम्रदराज मतदाताओं की संख्या और जिलेवार विवरण।
बलिया में सबसे ज्यादा उम्रदराज मतदाता -
बलिया जिले में 100 साल से अधिक उम्र के 1008 मतदाता हैं, जो पूरे प्रदेश में सबसे अधिक हैं। उसके बाद आजमगढ़ में 924, कुशीनगर में 857, और लखीमपुर खीरी में 853 मतदाता उम्र का शतक पार कर चुके हैं।
शतक पार महिलाओं में आजमगढ़ सबसे आगे-
अगर 100 साल से अधिक उम्र की महिला मतदाताओं की बात की जाए, तो आजमगढ़ 609 महिला मतदाताओं के साथ सबसे आगे है। इसके बाद बलिया और खीरी दोनों में 516 महिला मतदाता इस श्रेणी में आती हैं। कुशीनगर में 491 और गाजीपुर में 406 महिला मतदाता उम्र का शतक पार कर चुकी हैं।
प्रदेश में 100-150 साल के मतदाताओं की संख्या-
उत्तर प्रदेश में 100 से 150 साल की उम्र के कुल 19,378 मतदाता हैं। इनमें से 7,347 पुरुष और 12,030 महिलाएं शामिल हैं। वहीं, प्रदेश में सिर्फ एक थर्ड जेंडर मतदाता है, जो बलरामपुर जिले का निवासी है।
पुरुष मतदाताओं में बलिया सबसे ऊपर-
अगर पुरुष मतदाताओं की बात करें तो बलिया में 492 पुरुष मतदाता शतायु हो चुके हैं। इसके बाद कुशीनगर में 366, लखीमपुर खीरी में 337, आजमगढ़ में 315, और प्रयागराज में 303 पुरुष मतदाता हैं, जिन्होंने उम्र का शतक पार कर लिया है।
जिलेवार शतायु मतदाताओं का आंकड़ा-
उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में 100-150 साल की उम्र के मतदाताओं की संख्या इस प्रकार है:
- सहारनपुर: 481
- मुजफ्फरनगर: 414
- मेरठ: 464
- गाजियाबाद: 311
- बुलंदशहर: 344
- आगरा: 422
- प्रयागराज: 627
- जौनपुर: 671
- गाजीपुर: 580
- मिर्जापुर: 490
- आजमगढ़: 924
- बलिया: 1008
- लखनऊ: 190
- कुशीनगर: 857
- खीरी: 853
सबसे कम शतायु मतदाता महराजगंज में
महराजगंज जिले में सिर्फ 14 मतदाता 100 साल से ज्यादा उम्र के हैं, जो प्रदेश में सबसे कम हैं। सिद्धार्थनगर में 19, और चित्रकूट में 57 शतायु मतदाता हैं।
शतक पार मतदाताओं का सामाजिक प्रभाव-
100 से अधिक उम्र के मतदाताओं की उपस्थिति केवल सांख्यिकी तक सीमित नहीं है। यह उन सामाजिक और स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का भी प्रमाण है, जिनके तहत लोग इस उम्र तक पहुंचने में सक्षम हो रहे हैं। खासतौर पर महिलाएं, जो शतायु के आंकड़े में पुरुषों से अधिक हैं, यह दर्शाता है कि महिलाओं की जीवन प्रत्याशा पुरुषों से अधिक है। यूपी के 100 साल से अधिक उम्र के मतदाता न केवल समाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, बल्कि ये वृद्ध लोग हमारे समाज की जीवंत धरोहर भी हैं। इनमें महिलाओं की संख्या पुरुषों से कहीं अधिक है, जो इस बात की गवाही देती है कि महिलाएं उम्र के इस मील के पत्थर को छूने में अग्रणी हैं।