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World Cancer Day 2024: क्या है इस साल की थीम

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(Special Story) दुनिया भर में आज विश्व कैंसर दिवस (World Cancer Day) मनाया जा रहा है। यह एक महत्वपूर्ण अवसर है जब हम कैंसर के बारे में जागरूकता फैलाने और इस बीमारी से लड़ने के लिए मिलकर काम करने के लिए एकजुट होते हैं। विश्व कैंसर दिवस के मौके पर दुनिया भर में कई अभियान चलाए जाते हैं। इन अभियानों का उद्देश्य लोगों को कैंसर के बारे में शिक्षित करना, उन्हें इसके लक्षणों और जोखिम कारकों के बारे में जागरूक करना और उन्हें स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना है। तो आइए जानते हैं कि कैसे विश्व कैंसर दिवस की शुरुआत हुई और लोगों के लिए कितना खतरनाक है कैंसर.... 

विश्व कैंसर दिवस का इतिहास

कैंसर क्या है? देखें कैंसर के स्टेज, लक्षण और इलाज

आपको बता दें कि विश्व कैंसर दिवस प्रतिवर्ष 4 फरवरी को मनाया जाता है। विश्व कैंसर दिवस यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल (यूआईसीसी) के नेतृत्व में एक वैश्विक एकजुटता की पहल है। इसकी शुरुआत 4 फरवरी साल 2000 में पेरिस में आयोजित कैंसर के खिलाफ पहले विश्व शिखर सम्मेलन में हुई थी। विश्व कैंसर दिवस का प्राथमिक लक्ष्य दुनिया भर में कैंसर की बीमारी से होने वाली मृत्यु को कम करना है। 

क्यों मनाया जाता है वर्ल्ड कैंसर डे?
दुनियाभर में कैंसर के बढ़ते खतरे को देखते हुए लोगों को जागरूक और शिक्षित करने के उद्देश्य से हर साल चार फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है।  यह दिवस कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने, रोकथाम, निदान और उपचार को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। अगर इस बीमारी से जुड़ी सभी जरूरी बातों के बारे में लोगों को जानकारी हो जाएगी तो इसकी रोकथाम करने में काफी मदद मिल सकती है।

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1. जागरूकता बढ़ाना:
कैंसर दुनिया भर में एक प्रमुख स्वास्थ्य समस्या है। यह दिवस लोगों को कैंसर के बारे में शिक्षित करने और उन्हें इसके लक्षणों, जोखिम कारकों और रोकथाम के तरीकों के बारे में जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।

2. रोकथाम और जल्दी पहचान:
कैंसर की जल्दी पहचान और उपचार इसके सफल उपचार की संभावना को बढ़ाता है। यह दिवस लोगों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने और नियमित रूप से जांच करवाने के लिए प्रोत्साहित करता है।

3. रोगियों का समर्थन:
कैंसर रोगियों और उनके परिवारों को अक्सर सामाजिक, भावनात्मक और आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। यह दिवस उन्हें आवश्यक जानकारी, सहायता और समर्थन प्रदान करता है।

4. अनुसंधान को बढ़ावा देना:
कैंसर के उपचार और रोकथाम के लिए नए तरीकों के विकास के लिए महत्वपूर्ण धन की आवश्यकता होती है। यह दिवस कैंसर अनुसंधान के लिए धन जुटाने में मदद करता है।

5. वैश्विक एकजुटता:
विश्व कैंसर दिवस कैंसर के खिलाफ लड़ाई में दुनिया भर के लोगों को एकजुट करने का अवसर प्रदान करता है। यह दिवस सभी को कैंसर को हराने के लिए मिलकर काम करने के लिए प्रेरित करता है।

क्या है इस साल विश्व कैंसर दिवस की थीम

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इस साल विश्व कैंसर दिवस की थीम है- "क्लोज़ द केयर गैप: एवरीवन डिजर्व्स एक्सेस टू कैंसर केयर”। इस थीम की मदद से कैंसर के सभी मरीजों को आसानी से इलाज करवाने का मौका मिल सके, इस बात पर जोर दिया गया है। पिछड़े देशों और आर्थिक रूप से कमजोर मरीज, अक्सर कैंसर का इलाज बेहतर तरीके से नहीं करवा पाते हैं। इसलिए इस गैप को दूर करने के लिए इस थीम को चुना गया है। इसकी सब-थीम है, “टूगेदर वी चैलेंज दोज इन पावर”। इस सब-थीम की मदद से लीडर्स को कैंसर को खत्म करने के लिए संसाधनों की पूर्ति करवाने की जवाबदेही पर जोर दिया गया है। 

आपको बता दें कि 2024 में विश्व कैंसर दिवस की थीम "क्लोज़ द केयर गैप" 2022 में शुरू हुए 3-वर्षीय अभियान का हिस्सा है। जो 2022 की थीम की निरंतरता है और प्रत्येक वर्ष के लिए निर्दिष्ट उद्देश्यों के साथ 2024 (3-वर्षीय अभियान) तक चलेगी। इस पहल को शुरू करते समय यह उम्मीद की गई थी कि बहु-वर्षीय अभियान में अधिक प्रदर्शन और जुड़ाव होगा, साथ ही वैश्विक जागरूकता बढ़ाने और प्रभाव डालने के अधिक अवसर होंगे।

साल 2022 में विश्व कैंसर दिवस थीम "केयर गैप को बंद करें" की पहल के पहले 12 महीनों के लिए, विश्व स्तर पर कैंसर देखभाल की चुनौतियों को समझने और पहचानने पर ध्यान केंद्रित किया गया था। विश्व कैंसर दिवस 2023 थीम का उद्देश्य दुनिया भर से एक शक्तिशाली अपील करने के लिए, समान विचारधारा वाले लोगों की आवाज़ को एकजुट करने के लिए, मजबूत गठबंधन और नए सहयोग बनाने पर ध्यान केंद्रित करना था। वहीं अंतिम वर्ष में कैंसर प्राथमिकता के संबंध में उच्च अधिकारियों का ध्यान आकर्षित करने, असमानता का सामना करने के लिए रचनात्मक रणनीति विकसित करने और एक न्यायपूर्ण और कैंसर मुक्त दुनिया बनाने के लिए संसाधनों को आवंटित करने पर जोर दिया गया। 
 

कैंसर के मामलों में 77% हुई बढ़ोतरी

ट्रांसजेंडर लोगों को कैंसर जांच और समय पर देखभाल की आवश्यकता है - कैंसर  स्वास्थ्य

आपको बता दें कि कैंसर वैश्विक स्तर पर तेजी से बढ़ती गंभीर और जानलेवा स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है। जिसके कारण हर साल लाखों लोगों की मौत हो जाती है। कैंसर एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर में कुछ कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से विकसित होती हैं और शरीर के अन्य भागों में फैल जाती हैं। वैश्विक स्तर पर, कैंसर मृत्यु दर का प्रमुख कारण है। "ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज" का अनुमान है कि 2017 में कैंसर के कारण 9.56 मिलियन (95.6 लाख) लोगों की समय से पहले मौत हो गई। दुनिया में हर छठी मौत कैंसर के कारण होती है। इसके बाद WHO के डेटा के अनुसार, साल 2018 में कैंसर की वजह से लगभग 90 लाख मौतें हुई थीं जबकि हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, कैंसर के मामलों में 77 प्रतिशत बढ़ोतरी की संभावना जताई गई है। 

क्या कहते हैं भारत में कैंसर के आँकड़े

Global Number Of New Early Onset Cancer Cases, 79 Per Cent Increase In  Cancer Cases - Amar Ujala Hindi News Live - Cancer Study:कम उम्र के लोगों  में बढ़ रहा है कैंसर

वहीं अगर हम भारत में कैंसर के आँकड़ों पर नजर डाले तो हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में 1,413,316 नए मामले दर्ज किए गए हैं। जिसमें पुरुषों के मुकाबले महिला रोगियों का अनुपात अधिक है - 691,178 पुरुष और 722,138 महिलाएं। देश में 192,020 नए मामलों के साथ स्तन कैंसर का अनुपात सबसे अधिक है। जो सभी रोगियों में 13.6 प्रतिशत और महिलाओं में 26 प्रतिशत से अधिक है। भारत में स्तन कैंसर के बाद होंठ और मौखिक गुहा (143,759 नए मामले, 10.2 प्रतिशत), गर्भाशय ग्रीवा और गर्भाशय (127,526 नए मामले, 9 प्रतिशत), फेफड़े (81,748, 5.8 प्रतिशत), और ग्रासनली कैंसर (70,637 नए, 5.5 प्रतिशत) ) के मामले सामने आए। आँकड़े यह भी बताते हैं कि लगभग हर पांच में से एक व्यक्ति को अपने जीवनकाल में कैंसर हो जाता है और लगभग नौ में से एक पुरुष और 12 में से एक महिला की इस बीमारी से मृत्यु हो जाती है।

कैंसर के लक्षण

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कैंसर अब एक तरह से जीवनशैली से जुड़ी बीमारी बनती जा रही है। कई बार तो लंबे समय तक यह बीमारी पकड़ में ही नहीं आती। इसका एक बड़ा कारण जागरूकता का अभाव भी है। हालांकि, कैंसर पूर्व के कुछ लक्षण दिखते हैं, जिन्हें आमतौर पर नजरअंदाज कर दिया जाता है। मुंह में सफेद या लाल धब्बे, शरीर में कहीं गांठ बन जाना और उसका बढ़ना, लंबे समय तक खांसी, कब्ज की लगातार समस्या, अधिक थकान और वजन में गिरावट जैसे लक्षणों को कतई नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। ऐसे मामलों में आपको तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। ताकि आप वक्त रहते इस गंभीर बीमारी से निजाद पा सकें। 

क्या अभी तक लाइलाज है कैंसर

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वहीं अगर हम आज के समय में कैंसर के इलाज के बारें में बात करें तो मेडिकल क्षेत्र में आधुनिकता और तकनीक विकास के चलते कैंसर अब लाइलाज बीमारी तो नहीं रही है, पर अब भी आम लोगों के लिए इसका इलाज काफी कठिन बना हुआ है। अगर आप इस बीमारी को समय रहते पहचान ले तो इसका इलाज कुछ बातों को ध्यान में रखते हुए आसानी से किया जा सकता है। कैंसर के इलाज के कई प्रकार हैं। आपको मिलने वाले उपचार का प्रकार इस बात पर निर्भर करेगा कि आपको किस प्रकार का कैंसर है और यह कितना उन्नत है। हालांकि अधिकांश लोगों के पास उपचार का एक संयोजन होता है, जैसे कि कीमोथेरेपी और रेडियो थेरेपी के साथ सर्जरी। 

 

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