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शाहनजफ़ः जहाँ 600 से ज्यादा वीरों ने दी थी कुर्बानी

इमामबाड़ों के शहर कहे जाने वाले लखनऊ के सबसे खूबसूरत इमामबाड़ों में से एक है- शाहनजफ इमामबाड़ा। नवाब गाजीउद्दीन हैदर की 1818 में बनवायी हुई यह इमारत ईराक के हजरत अली के मकबरे की प्रतिमूर्ति भी है। गुंबद और दो खूबसूरत बड़े भव्य गेट वाली यह इमारत, इमामबाड़ा होने के साथ-साथ गाजीउद्दीन हैदर का मकबरा भी है। जिसमें गाजीउद्दीन हैदर के साथ-साथ उनकी बेगम मुबारक महल और दो अन्य बेगमों की भी मज़ारें हैं। अपनी सुंदरता और नवाबों के इतिहास से जुड़ा यह खूबसूरत इमामबाड़ा जंग-ए-आज़ादी का भी गवाह रहा है। 16 नवंबर 1857 की जंग में भारतीय वीरों ने शाहनजफ को लखनऊ पर हुए हमले के प्रतिरोध का केंद्र बनाया। जहाँ हर धर्म के लोगों ने कंधे से कंधा मिलाकर आज़ादी का बिगुल बजाया।

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