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कौन होते हैं प्रधानपति ?

दरसअल ‘प्रधानपति शब्द उत्तर प्रदेश में काफी ज्यादा लोकप्रिय है और बेहद ही व्यापक स्तर पर इसका उपयोग भी किया जाता है. इसका उपयोग एक महिला प्रधान के पति के लिए किया जाता है. प्रमाणिक तौर पर अधिकार नहीं होने के बाद भी प्रधानपति आमतौर पर  महिला प्रधान यानी अपनी पत्नी की ओर से कामकाज करता है’.महिला प्रधान के पति न होने की स्थिति में ससुर ,या घर के अन्य पुरुषो द्वारा भी ये कार्यभार देखा जाता है। अगर देखा जाये तो  एक महिला प्रधान सभी जरूरी उद्देश्यों के लिए केवल एक कठपुतली की तरह काम करती है  और  सभी महत्वपूर्ण निर्णय तथाकथित प्रधानपति द्वारा लिए जाते हैं एवं जनता द्वारा चुनी गयी उनकी प्रतिनिधि महज मूक दर्शक की तरह कार्य करती है.आधिकारिक तौर पर महिला प्रधान को ये हक़ नहीं होता है की वो अपने कर्तव्य और अधिकार किसी भी अन्य व्यक्ति को  सौंप दे इस पूरे मामले को विस्तार से देखें हमारी खास रिपोर्ट में..... 

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